समयप्रजा Subjective Questions

विंशतिः पाठः

समयप्रजा (समय की पहचान )

  1. ‘समयप्रज्ञा’ पाठ से हमें क्या शिक्षा मिलती है?

उत्तर- प्रस्तुत पाठ में समय की महत्ता को बताया गया है। उचित समय पर बुद्धिमानी का प्रयोग करके कार्य सिद्ध किया जा सकता है। समयानुसार उपयुक्त उपाय करना चाहिए। बुद्धि से कठिन-से-कठिन समस्या का आसानी से समाधान किया जा सकता है।

  1. दुर्गादास ने बाघ को देखकर उसकी बातें नहीं कहके चोर-चोर हल्ला क्यों किया?

उत्तर- दुर्गादास ने जब बाघ को देखा तब उसे मारने के लिए अविलम्ब अत्यधिक लोगों की आवश्यकता थी। उसे ज्ञात था कि बाघ का नाम सुनते ही लोग अपने-अपने घरों में दरवाजा बंद करके छुपे रह जायेंगे, जबकि चोर का नाम सुनकर लोग हथियार लेकर शीघ्रातिशीघ्र जमा हो जायेंगे। तत्पश्चात् उस संगठित शक्ति का उपयोग बाघ रूपी संकट के समाधान में किया जा सकेगा। ऐसा विचार कर अपनी बुद्धि का उचित समय प्रदर्शन करते हुए उसने चोर-चोर डल्ला किया।

Leave a Comment