त्रयोविंशति: पाठ: क्रियताम् एतत् (ऐसा करें)
- लोगों के लिए क्या करणीय, पालनीय एवं वक्तव्य है?
उत्तर- लोगों को परोपकार एवं सज्जनों की संगति करनी चाहिए। सत्य बोलना चाहिए एवं दान धर्म का पालन करना चाहिए।
- ‘क्रियताम एतत्’ पाठ का उद्देश्य क्या है?
उत्तर- इस पाठ का मुख्य प्रयोजन लोगों को व्यावहारिक जीवन में कुशल बनाना है। हमें क्या करना चाहिए इस बात की सम्यक् जानकारी दी गई है। मानव किस प्रकार आसानी से संस्कारयुक्त होकर कर्मपथ पर अग्रसर होकर जीवन में सफल हो सकता है। इसका सम्यक ज्ञान देना ही पाठ का मुख्य प्रयोजन है।