पाठः पाठः
मधुराष्टकम् ( आठ मधुर गीत)
- “मधुराष्टकम्’ पाठ में निहित कवि की अभिलाषा को उद्घाटित करें।
उत्तर- कवि कृष्ण का गुणगान करने, उनका सानिध्य प्राप्त करने का अभिलाषी है ताकि उसका उद्धार हो जाए। कवि श्री कृष्ण को सारे सौन्दर्यों का मूल मानते हुए उनका दर्शनाभिलाषी है।
- ‘मधुराष्टकम्’ पाठ का भावार्थ लिखें।
उत्तर- प्रस्तुत पाठ में कहा गया है कि श्रीकृष्ण सौंदर्य के स्वामी हैं। अत: उनका सब कुछ सुन्दर है। ईश्वर ही सत्य है, यह संसार मिथ्या है। श्रीकृष्ण के सानिध्य को प्राप्त करके भवसागर से मुक्ति मिल सकती है।