कक्षा 12 भूगोल पाठ 7 तृतीय और चतुर्थ क्रियाकलाप / Tritiya aur chaturth kriyakalap Class 12th Notes

इस लेख में बिहार बोर्ड कक्षा 12 भूगोल के पाठ 7 ‘तृतीय और चतुर्थ क्रियाकलाप(Tritiya aur chaturth kriyakalap Class 12th Notes)’ के नोट्स को पढ़ेंगे।

Tritiya aur chaturth kriyakalap Class 12th Notes

इकाई 3
अध्याय 7

तृतीय और चतुर्थ क्रियाकलाप

व्यापार और वाणिज्य

व्यापार वस्तुतः अन्यत्र उत्पादित मदो का क्रय और विक्रय हैा फुटकर और थोक व्यापार अथवा वाणीज्‍य की सभी सेवाओं का विशिष्ट उद्देश्य लाभ कमाना हैा यह सारा काम कस्बों और नगरों में होता है जिन्हें व्यापारिक केंद्र कहा जाता हैा

ग्रामीण विपणन केंद्र निकटवर्ती वस्तुओं का पोषण करते हैं। ये अर्ध-नगरीय केंद्र होते हैं। यह अत्यंत अल्प वर्धित प्रकार के व्यापारिक केंद्रों के रूप में सेवा करते हैं। यहाँ व्यक्तिगत और व्यावसायिक सेवाएँ सुविकसित नहीं होती हैा स्थानीय संग्रहण और वितरण केंद्र होते हैं इनमें से अधिकांश केंद्रों में मंडियाँ (थोक बाजार) और फुटकर व्यापार क्षेत्र भी होते हैं ये स्‍वयं में नगरीय केंद्र नहीं है किंतु ग्रामीण लोगों की अधिक माँग वाली वस्तुओं और सेवाओं को उपलब्ध कराने वाले बहुत पुण्य केंद्र हैं।

ये सप्ताहिक पाक्षिक बाजार होते हैं जहाँ परिग्रामी क्षेत्र से लोग आकर समय-समय पर अपनी आवश्यक जरूरतों को पूरा करते हैं ये बाजार निश्चित तिथि दिन पर लगते हैं। और एक स्थान से दूसरे स्थान पर लगते रहते हैं।

नगरीय बाजार केंद्रों में और अधिक विशिष्टकृत नगरीय सेवाएं मिलती है इनमें न केवल साधारण वस्तुएँ और सेवाएँ बल्कि लोगों द्वारा वांछित अनेक विशिष्ट वस्तुओं व सेवाएँ भी उपलब्ध होती हैा नगरीय केंद्र इसलिए निर्मित पदार्थों के साथ-साथ विशष्‍टकृत बाजार भी प्रस्तुत करते हैं जैसे श्रम बाजार आवासन और निर्मित एवं निर्मित उत्पादों का बाजार।

फुटकर व्यापार

ये वह व्यापार क्रियाकलाप हैा जो उपभोक्ताओं को वस्तुओं के प्रत्यक्ष से संबंधित हैा अधिकार फुटकर व्यापार केवल विक्रय से नियत प्रतिष्ठानों और भंडारों में संपन्न होता हैा

भंडारो पर और सामग्री

फुटकर व्यापार में वृहद स्तर पर सबसे पहले नवाचार लाने वाले उपभोक्ता सहकारी समुदाय थेा

विभागीय भंडार वस्तुओं की खरीद और भंडारों के विभिन्न भागों में विकृत के सर्वेक्षण के लिए विभागीय प्रमुखों को उत्तरदाई तौर पर अधिकारी सौंप देते हैं।

श्रृंखला भंडार अत्यधिक मितव्ययिता से व्यापारिक माल खरीद पाते हैं यहाँ एक के अपने विनिर्देश पर सीधे वस्तुओं का निर्माण करा लेते हैं अनेक कार्यकारी कार्यों में अत्यधिक कुशल विशेषज्ञ नियुक्त कर लेते हैं इनके पास एक भंडार के अनुभव के परिणामों को अनेक भंडारों में लागू करने की योग्यता होती हैा

थोक व्यापार

थोक व्यापार का गठन अनेक बिचौलिए सौदागर  और पूर्तिघरों घरों द्वारा होता हैा ना कि फुटकर भंडारों द्वारा सिर्फ श्रृंखला भंडारों सहित कुछ बड़े भंडार विनिर्माताओं से सीधी खरीद करते हैं फिर भी बहुसंख्यक फुटकर भंडार बिचौलिए स्रोत से पूर्ति लेते हैं।

परिवहन

परिवहन एक ऐसी सेवा अथवा सुविधा है जिससे व्यक्तियों विनिर्मित माल तथा संपत्ति को भौतिक रूप से एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाया जाता हैा यह मनुष्य की गतिशीलता की मूलभूत आवश्यकता को पूरा करने हेतु निर्मित एक संगठित उद्योग हैा

परिवहन दूरी को किलोमीटर दूरी अथवा मार्ग लंबाई की वास्तविक दूरी समय दूरी अथवा एक मार्ग पर यात्रा करने में लगने वाले समय और लागत पूरी अथवा मार्ग पर यात्रा के खर्च के रूप में मापा जा सकता हैा

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जाल तंत्र और पहुँच

जैसा ही परिवहन व्यवस्थाएँ विकसित होती है विभिन्न स्थान आपस में जुड़ कर जल तंत्र किस रचना करते हैं। जल तंत्र तथा योजक से मिलकर बनते हैं दो अथवा अधिक मार्गों का संधि स्थल एक उद्गम बिंदु गंतव्य बिंदु अथवा मार्ग के सहारे कोई बड़ा नोड होता हैा प्रत्येक सड़क जो दो नोडो को जोड़ती है योजक कहलाती हैा एक विकसित जल तंत्र में अनेक योजक होते हैं जिसका अर्थ है कि स्थान  सुसंबद्ध है।

परिवहन को प्रभावित करने वाले कारक

परिवहन की मांग जनसंख्या के आकार से प्रभावित होती है जनसंख्या का आकार जितना बड़ा होगा परिवहन की मांग उतनी ही अधिक होगी।

संचार

संचार सेवाओं में शब्दों और संदेशों तथ्यों और विचारों प्रेषण सम्मिलित है लेखन के अविष्कार ने संदेशों को सुरक्षित किया और संचार को परिवहन के साधनों पर निर्भर करने में सहायता की यह वास्तव में हाथ, पशुओं, नाव, सड़क, रेल तथा वायु द्वारा प्रवाहित होते थे। यही कारण है कि परिवहन के सभी रूपों का संचार पथ कहा जाता है।

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दूरसंचार

दूरसंचार का प्रयोग विद्युतीय प्रौद्योगिकी के विकास से जुड़ा हैा संदेशों के भेजे जाने की गति के कारण इस संसार में क्रांति ला दी है।

रेडियो और दूरदर्शन भी समाचारों चित्र व दूरभाष कालो  का पूरे विश्व में विस्तृत श्रोताओं को प्रसारण करते हैं और इसलिए इन्हें जनसंचार माध्यम कहा जाता हैा इंटरनेट ने वैश्विक संचार तंत्र में वास्तव में क्रांति ला दी हैा

सेवाएँ

सेवाएं विभिन्न स्तरों पर पाई जाती है कुछ सेवाएँ उद्योगों चलाती है कुछ लोगों को और कुछ उद्योगों और लोगों दोनों को उदाहरण, परिवहन तंत्र राज्य और संघ  विधान ने परिवहन दूरसंचार ऊर्जा और जल पूर्ति जैसी सेवाओं के विपणन के पर्यवेक्षण और नियंत्रण के लिए निगमों की स्थापना की हैा स्वास्थ देखभाल अभियांत्रिकी प्रबंधन व्यवसायिक सेवाएँ हैं।

पर्यटन

पर्यटन एक यात्रा हैा जो व्यापार की बजाय प्रमोद के उद्देश्यों के लिए की जाती है कुल पंजीकृत रोजगार तथा कुल राजस्व (सकल घरेलू उत्पाद का 40% ) की दृष्टि से विश्व का अकेला  सबसे बड़ा (25 करोड़)

पर्यटक प्रदेश

भूमध्यसागरीय टॉर्च के चारों ओर को संस्थान तथा भारत का पश्चिमी तट विश्व के लोकप्रिय पर्यटक गंतव्य स्थानों में से हैा अन्य मैं शीतकालीन खेल परदेस जो मुख्यत: पर्वतीय क्षेत्रों में पाए जाते हैं।

मांग: विगत शताब्दी से अवकाश के लिए माँग तीव्रता से बॉडी है जीवन स्तर में सुधार तथा बड़े हुए फुर्सत के समय के कारण अधिक लोग विश्राम के लिए अवकाश पर जाते हैं।

परिवहन: परिवहन सुविधाओं में सुधार के लिए पर्यटन क्षेत्रों का प्रारंभ हुआ है बेहतर सड़क प्रणाली द्वारा यात्रा सुगम होती हैा हाल के वर्षों में आयु परिवहन का विस्तार अधिक महत्वपूर्ण रहा उदाहरण: वायु यात्रा द्वारा कुछ ही घंटों में अपने घरों से विश्व में कहीं भी जाया जा सकता है पैकेज अवकाश के पैरों में लागत घटा दी हैा

भू-दृश्य: कोई लोग आकर्षित करने वाले पर्यावरण में अवकाश बिताना पसंद करते हैं जिसका पर आया और तू होता है पर्वत, झीलें, समुद्री तट और मनुष्य द्वारा पूर्ण रूप से अपरिवर्तित भू दृश्य।

इतिहास एवं कला: किसी क्षेत्र के इतिहास और कला में संभावित आकर्षण होता है लोग प्राचीन और सुंदर नगरों में पुरातत्व के स्थानों पर जाते हैं और किलों महलों और गिरजा घरों को देखकर आनंद उठाते हैं।

संस्कृति और अर्थव्यवस्था: मानवजाति और स्थानीय रितीयो को पसंद करने वालों को पर्यटन लुभाता हैा यदि कोई परदेस पर्यटकों की जरूरतों को सस्ते दाम में पूरा करता है तो वह अत्यंत लोकप्रिय हो जाता हैा घरों में रुकना एक लाभदायक व्यापार बन कर उभरा है जैसे कि गोवा में हेरिटेज होम्स तथा कर्नाटक में मेडिकेरे और कुर्ग।

भारत में समुद्र पार रोगियों के लिए स्वास्थ्य सेवाएं

2005 ईं. में संयुक्त राज्य अमेरिका से उपचार के लिए 55000 रोगी भारत आए।

बाहयस्त्रोतन

बाहयस्रोतन अथवा ठेका देना दक्षता को सुधारने और लगातों को घटाने के लिए किसी बाहरी अभिकरण को काम सपना है जब वह शुरू तन में समुद्र पार के स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया जाता है तो इसको अपत्तरन कहा जाता हैा

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