इस पोस्ट में हमलोग बिहार बोर्ड कक्षा 9 अंग्रेजी के पाठ एक ‘Dharam Yuddha(धरम जुद्ध)’ के प्रत्येक पंक्ति के अर्थ को पढ़ेंगे। इस पाठ के लेखक अर्जुन देव चरण है।
DHARAM JUDDHA (धरम जुद्ध)
Arjun Dev Charan
ARJUN DEV CHARAN, a teacher by profession, is basically a poet. His plays appear like an extension of his poetry. The poet in him shows through his short, crisp and pithy lines and the song of the chorus in his play. His first book of Rajasthani plays published in the late seventies was received rather indifferently in the Rajasthani literary circles. Till that time drama in Rajasthani had meant either some stray one-act plays on social issues like widow-remarriage, dowry etc., or the folk plays based on historical and mythological themes; a full length play on a contemporary theme was beyond conjecture. However, Arjun’s arrival on the scene is significant not only in terms of dramatic literature but also of modern theatre Arjun Dev’s plays include Do Naatak Aaj Ra, Guwari and Sankario, Bol Machhali Kitok Paani, Dharam Juddha and Mugati Gatha.
अर्जुन देव चरण पेशे से शिक्षक हैं, मुख्य रूप से एक कवि है। उनके नाटक उनकी कावता के विस्तार सदृश लगती है। उनके अंदर का कवि उनके लघु, सुस्पष्ट और उतारचढ़ाव वाली पंक्तियाँ और उनके नाटक में समूह गान संगीत-सा दिखता है। उनकी राजस्थानी नाटक की पहली पुस्तक सत्तर के बाद प्रकाशित हुई, वस्तुतः राजस्थानी साहित्यिक समूह द्वारा तटस्थता से ग्रहण की गई थी। उस समय तक राजस्थान में नाटक का मतलब या तो विधवा पुनर्विवाह, दहेज-प्रथा आदि जैसे सामाजिक मुद्दों से सम्बद्ध होते थे, जिसे कोई मंचन करता था या ऐतिहासिक और काल्पनिक विषयों पर आधारित पारंपरिक नाटक होते थे। समकालीन विषयों पर आधारित नाटकों का मात्र अनुमान लगाया जाता था। हालाँकि, अर्जुन के दृश्य पर आगमन न केवल नाटक के क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण है बल्कि आधुनिक थियेटर के लिए भी। अर्जुन देव के नाटक हैं—आज रा, गुवारी और सनकारिओ, बोल म्हारी मच्छली कितोक पानी, धरम जुद्ध और मुगती गाथा।
Dharma Juddha’ is the story of Padma, a young girl educated through scriptures like the Ramayana, the Mahabharata etc. She feels aggrieved and agitated by the charitably orthodox attitude of the society towards women. She repeatedly questions her parents and her teacher about the rights and the identity of a woman and asks them whether her identity is subject to her marriage.
‘धरम जुद्ध’ पद्मा नामक एक युवा बालिका के सम्बंध में कहानी है, जो रामायण, महाभारत आदि धार्मिक पुस्तकों के माध्यम से शिक्षित हुई है। वह औरतों के प्रति समाज के कठोर, रूढ़िवादी धारणाओं से व्याकुलता और परेशानी महसूस करती है। वह अपने माता-पिता और शिक्षक से औरतों के अधिकार और पहचान के बारे में बार-बार सवाल पूछती है और उनसे पूछती है कि क्या हर प्रकार से उसकी पहचान शादी ही है।
Class 9th English Chapter 1 Dharam Yuddha Notes
Bihar Board Class 10th Social Science
DHARAM JUDDHA
Padma: Maa: Mother, what is the identity of a woman?
अनुवाद : पद्मा : माँ, औरत की पहचान क्या है?
Maa: Why do you ask that?
माँ तुम इसे क्यों पूछती हो?
Padma : How am I different from others?
पद्मा : मैं अन्यों से कैसे अलग हूँ?
Maa: You are my daughter, our only child and your father’s darling.
माँ तुम मेरी पुत्री हो, हमारी इकलौती संतान और अपने पापा की प्रिय।
Padma : Father cares more for money than for toe. It takes a heart to bestow love.
पद्मा : पापा मुझसे अधिक पैसों की चिंता करते हैं। यह हृदय से अर्पण प्रेम है।
Maa: For whom does he save? He does all this only for your sake. You shouldn’t think that I’ve no heart.
माँ : वह किसके लिए बचत करते हैं? वे ये सब केवल तुम्हारे हित के लिए
करते हैं। तुम्हें यह नहीं सोचना चाहिए कि हमारे पास दिल नहीं है।
Padma : But I didn’t say it of you.
पद्मा: परन्तु मैं तुम्हारे लिए यह नहीं करती।।
Maa: I am not in any way different from him. My identity is linked with his and 1 cherish the bond
माँ : मैं उनसे किसी तरह अलग नहीं हूँ। मेरी पहचान उनके साथ जुड़ी हुई
है और मैं गठबंधन का पालन करती हूँ।
Class 9th English Chapter 1 Dharam Yuddha Notes
The Pace For Living Chapter in Hindi
(Enter Padma’s father)
हिन्दी अनुवाद : (पद्मा के पिताजी का प्रवेश)
Father: What is this talk about the bond, Padma’s mother?
पिताजी : पद्मा की मम्मी, किस गठबंधन के बारे में चर्चा हो रही है?
Maa: Here is your father. Ask him whatever you want to know.
माँ : तुम्हारे पापा आ गए इनसे पूछो, तुम क्या जानना चाहती हो ।
Father: What’s it, my child?
पिताजी : क्या बात है, मेरी बच्ची ?”
Maa : She wants to know what is the identity of a woman.
माँ: यह जानना चाहती है कि औरत की पहचान क्या है?
Father: You will know it, dear, when you are married.
पिताजी : तुम इसे जान जाओगी मेरे प्रिय, जब तुम्हारी शादी हो जायेगी।
Padma : Does marriage lend identity to a woman?
पद्मा : क्या शादी औरतों की पहचान में सहायता प्रदान करती है ?
Maa: What is a woman without a husband?
माँ : बिना पति के औरत क्या है?
Pаdаma : What if one does not get married?
पद्मा : यदि किसी की शादी नहीं होती है?
Maa: Why do you always ask such senseless questions?
माँ तुम हमेशा मूर्खतापूर्ण सवाल क्यों करती हो?
Padma : What about a woman whose husband is dead?
पद्मा : उस औरत का क्या होता है जिसका पति मर जाता है ?
Maa: Life is hell for her.
माँ : उसका जीवन नरक बन जाता है।
Padma: That’s injustice!
पद्मा : यह अन्याय है।
Maa: You needn’t talk of justice and injustice here.
माँ तुम्हें यहाँ न्याय और अन्याय की बातें करने की जरूरत नहीं है।
Padma : Why?
पद्मा : क्यों?
Father: Over here women don’t have the right to ask questions.
माँ: यहाँ औरतों को सबाल पूछने का अधिकर नहीं है।
Padma: What right do they have then?
पद्मा : तब उन्हें वया अधिकार है ?
Class 9th English Chapter 1 Dharam Yuddha Notes
What is Wrong with Indian Films Lecture
Father: Rights are for equals, dear.
पिताजी : प्रिय, अधिकार सबके लिए बराबर है।
Padma : Why is a home considered a place for bargaining? One shouldn’t live in such a place.
पद्मा : एक घर सौदा करने का स्थान के रूप में क्यों जाना जाता है? किसी
को ऐसी जगह पर नहीं रहना चाहिए।
Father: You will get the same replies to these questions wherever you go.
पिताजी : तुमको इसी प्रकार के सवालों का जवाब मिलेगा जहाँ तुम जाओगी।
Padma: But the identity of a woman is the identity of the human race. A society sans women…
पद्मा: परन्तु औरत की पहचान तो मानवता की पहचान है। कोई समाज औरतों के बिना ….
Father: That’s why they say that marriage lends this identity.
पिताजी: यही कारण है कि वे कहते है कि विवाह पहचान बनाने में सहायता करता है।
Padma: So if a girl does not get married she has no identity! Why is it that an unmarried man is venerated and called a saint while an unmarried woman is called immoral and wanton?
पद्मा : इसलिए यदि कोई लड़की विवाह नहीं करती है तो उसकी पहचान नहीं होगी। ऐसा क्यों है जबकि एक कुँवारा पुरुष पूजनीय होता है और महात्मा कहलाता है जबकि कुँवारी औरत को चरित्रहीन और अनैतिक आवरण वाला कहा जाता है। Class 9th English Chapter 1 Dharam Yuddha Notes
It’s very helpful
Thanks ☺️
It very helpful thanks 😊
Please share all mining
Chapter 1
Bautiful
Yah bahut acha hai
🙂
Achha hai
English version
Mast