Bihar Board Class 6 Social Science शहर और ग्राम्य जीवन Text Book Questions and Answers Sahar Evam Gram Jivan Class 6th Solutions
10. शहर और ग्राम्य जीवन
अभ्यास : प्रश्न तथा उनके उत्तर
■ आइए याद करें:
1. वस्तुनिष्ठ प्रश्न :
1. छोटे एवं स्वतंत्र किसानों को क्या कहा जाता था ? (क) ग्राम भोजक (ख) श्रेणी (ग) गृहपति (घ) वेल्लार
2. संगमकालीन (दक्षिण भारतीय) सम्पन्न किसानों को क्या कहा जाता था ?
(क) ग्राम भोजक
(ख) कडैसियार
(ग) वेल्लार
(घ) उणवार
3. सुदर्शन झील का निर्माण सबसे पहले किसने करवाया ?
(क) चन्द्रगुप्त मौर्य
(ख) रूद्रदामन
(ग) स्कन्दगुप्त
(घ) अशोक महान
4. संगमकालीन व्यापारिक नगर कौन नहीं है ?
(क) पुहार
(ख) उरैयूर
(ग) तोण्डी
(घ) कन्याकुमारी
उत्तर- 1. (ग), 2. (ग), 3. (क), 4. (घ) ।
चर्चा कीजिए :
प्रश्न 5. लगभग 2500 साल पहले आन्तरिक व्यापार में कौन-कौन सी कठिनाइयाँ आती होंगी?
उत्तर— लगभग 2500 साल पहले अर्थात् लगभग 500 ई० पू० में आंतरिक व्यापार में अनेक कठिनाईयाँ थीं । मुद्रा का आविष्कार नहीं होने से अभी तक वस्तुविनिमय प्रणाली ही प्रचलित थी। अदला-बदली में जबसे मुख्य वस्तु गाय थी । किन्तु छोटी और सस्ती वस्तु चाहने वालों को गाय के बदले प्राप्त करना कठिन था, क्योंकि गाय मूल्यवान थी और उसके बदले कम मूल्य की वस्तुएँ प्राप्त नहीं हो पाती थी। इस प्रकार वस्तु-विनिमय के कारण आंतरिक व्यापार में कठिनाई थी ।
प्रश्न 6. आपके गाँव में आज खेती कैसे की जाती है ? प्रयुक्त होने वाले 5 औजारों के नाम लिखिए ।
उत्तर— मेरे गाँव में कुछ किसान ऐसे हैं, जिनके पास अधिक और बड़े क्षेत्रफल वाले खेत हैं। अधिकांश किसानों के खेत छोटे क्षेत्रफल वाले और कम हैं। बड़े किसानों के पास ट्रैक्टर और थ्रेसर आदि आधुनिक यंत्र हैं। ये बोरिंग करा कर ट्यूब वेल से पम्प की सहायता से सिंचाई करते हैं । लेकिन छोटे किसान अभी तक पारंपरिक पद्धति से ही खेती करते हैं। उनके द्वारा प्रयुक्त होने वाले 5 औजार निम्नलिखित हैं :
(i) हल, (ii) कुदाल, (iii) खुरपी, (iv) हंसुआ तथा (v) ढेंकी और कुंड़ । ढेंकी और कुड़ से सिंचाई होती है ।
प्रश्न 7. आज सिंचाई की कौन-कौन सी पद्धति अपनाई जाती है । आप तुलना करें कि प्राचीन काल में आज की कौन-सी पद्धति नहीं अपनाई जाती थी ।
उत्तर— जैसा कि सभी जानते हैं भारत में खेती का प्राण मानूसन रहा है । लेकिन जिस वर्ष मानूसन धोखा दे जाता है उस साल सिंचाई की व्यवस्था उत्तर वैदिक काल में भी करनी पड़ती थी और आज भी करनी पड़ती है । ‘घटीयंत्र (रहट), नहर, कुआँ, तालाब, झील या कृत्रिम झील का उपयोग तब भी होता था और आज भी होता है। सिंचाई हेतु एक यंत्र ऐसा है, जो आज तो अपनाई जाती है, लेकिन उस समय इसका नाम भी नहीं जानते थे । वह है ट्यूबवेल जिससे जमीन में से यंत्रों द्वारा पानी निकालते हैं और सिंचाई करते हैं ।
आइए करके देखें
प्रश्न 8. आप अगर शिल्पकार को काम करते हुए देखते हैं तो उनके बारे में लिखें कि वे कैसे काम हैं ? उनके द्वारा बनाए गए पाँच औजारों के नाम लिखें ।
उत्तर— मेरे गाँव में एक शिल्पकार है, जो लोहे की वस्तु बनाता है । वह अपने काम करता ही है, अपने साथ दो-एक सहायक भी रखता है । उनके द्वारा बनाए गए पाँच औजार हैं :
(i) हल के फाल, (ii) कुदाल, (iii) खुरपी, (iv) हँसुआ, (v) सड़सी ।
लेकिन खेती के इन औज़ारों को पूर्ण करने के लिए बढ़ई की भी आवश्यकता पड़ती है। फाल के अलावे हल के सारे उपकरण बढ़ई ही बनाता है । कुदाल, खुरपी, हँसुआ आदि के बेंट बढ़ाई ही बनाता है ।
प्रश्न 9. पाटलिपुत्र के लोग कौन-कौन से कार्य करते थे । गाँव के लोगों से उनका व्यवसाय किस प्रकार भिन्न था ?
उत्तर — पाटलिपुत्र के लोग उत्तम और मूल्यवान वस्तुएँ बनाते थे । यहाँ अस्व- शस्त्र बनाने वाले तो थे ही, रथकार, सोनार, लोहार, बढ़ई, बुनकर आदि निवास करते थे । रथकार को लोहार और बढ़ई से भी मदद लेनी पड़ती थी। सोना-तरह के आभूषण बनाते थे ।
गाँव के लोगों से इनका व्यवसाय इस प्रकार भिन्न था कि गाँवों में कृषि कार्य एवं पशुपालन की अधिकता थी । नगरं वाले अन्न, दूध, दही, घी आदि के लिए गाँव वालों पर ही निर्भर थे । गाँवों के शिल्पकार केवल कृषि से सम्बद्ध उपकरण ही बनाते थे । इन सब वस्तुओं को बेंचकर गाँव वाले कपड़ा और आभूषण आ नगर से ही खरीदते थे ।
प्रश्न 10. आप भारत से रोम को निर्यात एवं आयात होने वाली तीन तीन वस्तुओं की सूची बनाएँ ।
उत्तर- भारत से रोम को निर्यात और आयात होने वाली तीन-तीन वस्तु की सूची निम्नांकित हैं
निर्यात — (i) काली मिर्च, (ii) अन्य मसाले तथा (iii) मूल्यवान पत्थर ।
आयात — (i) महँगी शराब, (ii) दीपक तथा (iii) सोना ।
वर्ग परिचर्या :
(वर्ग परिचर्चा हेतु पर्याप्त समग्री उत्तरों में आ चुके हैं ।).
कुछ अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्न तथा उनके उत्तर
प्रश्न 1. गाँवों की खुशहाली के क्या कारण थे ?
उत्तर—उन्नत कृषि तथा गृह उद्योग गाँवों की खुशहाली के कारण थे। बहुत- से गाँव बहुत मानी में स्वावलम्बी थे। अपनी आवश्यकता की सभी वस्तुएँ वे गाँव में बना लेते थे। गाँवों की खुशहाली के ये ही कारण थे।
प्रश्न 2. कृषि उपज बढ़ाने के लिए सिंचाई क्यों महत्वपूर्ण थी? इसके लिए क्या उपाय किए गए ?
उत्तर – कृषि उपज बढ़ाने के लिए सिंचाई एक महत्वपूर्ण और अनिवार्य साधन थी । वर्षा के अनियमित होने से इसके लिए अन्य उपाय आवश्यक थे। इस प्रकार सिंचाई की सुविधा के लिए नहरें, तालाब, कुएँ और कृत्रिम जलाशय बनवाए गए।
प्रश्न 3. ग्राम-भोजकों के काम बताइए । वे शक्तिशाली क्यों थे ?
उत्तर—ग्राम भोजक का प्रमुख काम था राजकर को वसूल कर राजा के खजाने में जमा करना। यह ग्रामीणों के झगड़े निपटाता था अर्थात् यह न्यायिक काम भी करता था। कभी-कभी ग्राम-भोजकों को पुलिस का काम भी करना पड़ता था। ऐसा लगता है कि ये छोटे या ग्रामीण राजा के रूप में जीवन व्यतीत करते थे।
प्रश्न 4. गाँवों तथा शहरों दोनों में रहने वाले शिल्पकारों की सूची बनाइए।
उत्तर : गाँव के शिल्पकार शहर के शिल्पकार
लोहार मूर्त्तिकार
बढई सोने-चाँदी के आभूषण बनाने वाले
कुम्हार घर या महल बनाने वाले मिस्त्री
बुनकर जरीदार वस्त्र बनाने वाले
प्रश्न 5. अपने गाँव के लोगों के कार्यों की एक सूची बनाइए ।
उत्तर—मेरे गाँव के लोगों द्वारा किए गए कार्यों की सूची निम्नलिखित हैं :
(i) किसान अन्न उपजाते हैं और पशुपालन करते हैं।
(ii) लोहार खेती के औजार बनाते हैं।
(iii) बढ़ई, खाट, पलंग, कुर्सी, मेज और घर के दरवाजे और खिड़की बनाते हैं।
(iv) धोबी लोगों के कपड़े धोते हैं।
(v) हजाम लोगों के बाल काटते हैं और दाढ़ी छिलते हैं।
(vi) कुछ लोग टोकरी, चटाई आदि बुनते हैं।
(viii) कुम्हार मिट्टी के बर्तन बनाते हैं।
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