BSEB Bihar Board Class 6 Social Science History Chapter 9. प्रथम साम्रज्य | Pratham Samrajya Class 6th Solutions

Bihar Board Class 6 Social Science प्रथम साम्रज्य Text Book Questions and Answers Pratham Samrajya Class 6th Solutions 

9. प्रथम साम्रज्य

अभ्यास : प्रश्न तथा उनके उत्तर

आओ याद करें :
1. वस्तुनिष्ठ प्रश्न :

(क) सम्राट अशोक कहाँ का शासक था ?
(i) काशी
(ii) मगध
(iii) वैशाली
(iv) कलिंग

(ख) किसके उपदेश ने सम्राट अशोक को प्रभावित किया ?
(i) महावीर
(ii) महात्मा बुद्ध
(iii) कन्फ्यूसियस
(iv) ईसा मसीह

(ग) अशोक के साम्राज्य में जनपदीय न्यायालय के न्यायाधीश को कहा जाता था ?
(i) ग्रामक
(ii) समाहर्ता
(iii) पुरोहित
(iv) राजुक

(घ) किस युद्ध को जीत जाने के बाद अशोक का मन दुःख से भर गया ?
(i) तक्षशिला
(ii) कलिंग
(iii) उज्जयिनी
(iv) सुवर्णगिरी

(ङ) सर्वप्रथम ब्राह्मी लिपि को किसने पढ़ा ?
(i) जेम्स प्रिंसेप
(ii) हेनरी
(iii) शैम्पेल्यो
(iv) वाणभट्ट

उत्तर—(क) → (ii), (ख) → (ii), (ग) → (iv), (घ) → (ii), (ङ)→(i)।

2. निम्नलिखित सही वाक्यों के आगे (सही) व गलत वाक्यों के आगे (गलत) का चिह्न लगाओ ।
(i) तक्षशिला उत्तर-पश्चिम और मध्य के लिए आने-जाने का मार्ग था । (सही)
(ii) सम्राट अशोक ने अपने संदेश पुस्तकों में लिखवाए थे ।                  (गलत)
(सही यह है कि सम्राट अशोक अपने संदेश शिलापट्टों पर खुदवाए थे ।)
(iii) कलिंग बंगाल का प्राचीन नाम था ।                                            (गलत)
(सही यह है कि कलिंग उड़िसा का प्राचीन नाम था ।)
(iv) अशोक के धम्म में पूजा-पाठ करना अनिवार्य था ।                       (गलत)
(सही यह है कि अशोक के धम्म में गुरुओं और बड़ों का सम्मान करन अनिवार्य था ।)
(v) 1837 ई. में जेम्स प्रिंसेप नामक अंग्रेज विद्वान ने सर्वप्रथम ब्राम्ही लिपि को पढ़ा ।      (सही)
(vi) अशोक के प्रशासन में प्रांतों को जिलों में बांटा गया था ।              (सही)

उत्तर— (i) (सही), (ii) (गलत), (iii) (गलत), (iv) (गलत), (v) (सही), (vi) (सही).

3. निम्नलिखित प्रश्नों का उत्तर एक वाक्य में दीजिए :
(i) सम्राट अशोक की राजधानी कहाँ थी ?
(ii) आज कलिंग भारत के किस राज्य में है ?
(iii) अशोक के धम्म में निहित एक अच्छी बात को लिखें ।
(iv) राजस्व संग्रहकर्ता के क्या कांर्य थे ?
(v) भारत का राष्ट्रीय चिह्न कहाँ से लिया गया है ?
(vi) अशोक के ज्यादातर अभिलेख किस भाषा में लिखे गये हैं ?

उत्तर :
(i) सम्राट अशोक की राजधानी पाटलिपुत्र थी ।
(ii) आज कलिंग भारत के उड़िसा राज्य में है
(iii) अशोक के धम्म में निहित एक अच्छी बात है कि अपने बड़ों का आदर करो और उनकी आज्ञाओं का पालन करो ।
(iv) राजस्व संग्रहकर्ता का कार्य ‘कर’ इकट्ठा करना होता था ।
(v) भारत का राष्ट्रीय चिह्न सारनाथ के अशोक स्तम्भ से लिया गया है।
(vi) अशोक के ज्यादातर अभिलेख पाली भाषा में लिखे गए हैं ।

4. अशोक के धम्म में निहित मानव मूल्यों को लिखें ।
उत्तरअशोक के धम्म में निहित मानव मूल्य निम्नलिखित हैं :
1. साम्राज्य में जो अनेक धर्मों को मानने वाले थे, उनके आपसी टकराव को रोकना ।
2. पशुबलि को रोकना ।
3. दासों और नौकरों कों मालिकों के क्रूर व्यवहार से बचाना ।
4. परिवारों के आपसी झगड़े तथा पड़ोसियों के बीच के झगड़ों को रोकना ।

5. आइए चर्चा करें :

प्रश्न (i) अशोक ने अपने विचार प्राकृत भाषा में ही क्यों खुदवाए ?
उत्तर – चूँकि उस समय आम लोगों की भाषा प्राकृत भाषा ही थी, इसी कारण अशोक ने अपने विचार प्राकृत भाषा में ही खुदवाए ।

प्रश्न (ii) अशोक के प्रशासन की कौन-कौन सी बातें आज के प्रशासन में भी देखने को मिलती हैं। चर्चा करें ।
उत्तर—पहले के राजा के स्थान पर आज राष्ट्रपति राज्य के प्रधान हैं ।
(क) राष्ट्रपति की सहायता के लिए अनेक पदाधिकारी हैं ।
(ख) कोषाध्यक्ष तो हैं, लेकिन इनका नाम ट्रेजरर है और जहाँ राज्य का खजाना रहता है उसे ट्रेजरी कहते हैं ।
(ग) समाहर्ता आज भी हैं जो जिलों में रहकर राजस्व का संग्रह करते हैं ।
(घ) भू-राजस्व आज भी राज्य की आय का प्रमुख स्रोत है
(ङ) प्रांत आज भी है लेकिन उन्हें ‘राज्य’ कहा जाता है ।

प्रश्न (iii) अशोक अपने से पहले आने वाले राजाओं से किन बातों में अलग लगता है ?
उत्तर—अशोक अपने से पहले आने वाले राजाओं से इन बातों में भिन्न था कि कलिंग युद्ध के बाद वहाँ हुए रक्तपात को देख उसका हृदय परिवर्तन हो गया । अब वह तलवार के स्थान पर धर्म का सहारा लिया। इस प्रकार इसने धर्म प्रचारकों को भेज कर अपने मत का प्रचार किया। अब उसका सारा ध्यान प्रजा के दुःख- सुख की ओर मुड़ गया। बौद्ध धर्म का प्रचार जिनता अशोक काल में हुआ इतना बुद्ध के समय भी नहीं हुआ था ।

6. आइए करके देखें :
संकेत : इस खंड के सभी प्रश्नों को शिक्षक की सहायता से छात्रों को स्वयं करना है ।

कुछ विशिष्ट प्रश्न तथा उनके उत्तर

प्रश्न 1. अशोक कौन था ?
उत्तरअशोक एक मौर्यवंशी प्रसिद्ध राजा था। इसके पिता का नाम बिन्दुसार तथा पितामह का नाम चन्द्रगुप्त था। चाणक्य की सहायता से चन्द्रगुप्त ने ही मौर्य वंश की नींव रखी थी।

प्रश्न 2. आप कैसे समझते हैं कि अशोक एक बड़े साम्राज्य का स्वामी बना गया था ?
उत्तर — इतिहास में अशोक का ही एक साम्राज्य था, जिसे तीन राजधानियाँ रखनी पडी थीं। मुख्य राजधानी तो पाटलिपुत्र ही थी, लेकिन एक उपराजधानी तक्षशीला और एक उपराजधानी उज्जैन में थी । उपराजधानियों के गवर्नर राजकुमार हुआ करते थे। इसी कारण हम कह सकते हैं कि अशोक एक बड़े साम्राज्य का स्वामी बन गया था।

प्रश्न 3. नज़राना क्या था ?
उत्तरकर के अलावे जो उपहार प्रजा द्वारा या अधीनस्थ राजाओं द्वारा राजा को समर्पित किए जाते थे उसी धन को नजराना कहा जाता था।

प्रश्न 4. अशोक को एक अनोखा राजा क्यों कहा जाता है ?
उत्तरअशोक को एक अनोखा राजा इसलिए कहा जाता है क्योंकि विजय प्राप्ति के बाद भी उसे युद्ध से घृणा हो गई। एक विजयी राजा जिसे विजय पर विजय मिलती जा रही थी, युद्ध से मुँह मोड़कर धर्म के प्रचार-प्रसार में लग गया। वह चाहता तो साम्राज्य को और विस्तृत कर सकता था, लेकिन यह नहीं कर वह धर्म के प्रचार में लग गया।

प्रश्न 5. धम्म के प्रचार के लिए अशोक ने किन साधनों का प्रयोग किया ?
उत्तरधम्म के प्रचार के लिए अशोक ने ‘धम्म – महामात’ नामक अधिकारियों की नियुक्ति की । इनका काम था कि ये घूम-घूमकर लोगों को धम्म की शिक्षा दें । उसने धम्म से सम्बद्ध अपने संदेशों को शिलाओं और स्तम्भों पर खुदवा कर जहाँ- तहाँ स्थापित करवाया। अधिकारियों का कर्त्तव्य था कि वे संदेशों को, जो पढ़ नहीं सकते थे, उन लोगों को पढ़कर सुनाएँ और समझाएँ ।

प्रश्न 6. आपके अनुसार दासों और नौकरों के साथ बुरा व्यवहार क्यों किया जाता होगा ? क्या आपको लगता है कि सम्राट के आदेशों से उनकी स्थिति में सुधार हुआ होगा। अपने जवाब के लिए कारण बताइए ।
उत्तर – मेरे विचार से जो दास या नौकर ठीक ढंग से काम नहीं करते होंगे या मालिक के आदेशों की अवहेलना करते होंगे उन्हीं के साथ बुरा व्यवहार किया जाता होगा, सबके साथ नहीं। सम्राट के आदेश से उनकी स्थिति में कुछ सुधारतो हुआ होगा, लेकिन पूर्णतः रुका नहीं होगा।
मैं ऐसा उत्तर इस कारण दे रहा हूँ कि आज भी जो अधिकार संविधान ने हमें दे रखे हैं उनका लाभ कमजोर वर्ग तक नहीं पहुँच पाता है। यही स्थिति उस समय भी होगी । सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों के दासों और नौकरों को राजा के निषेधाज्ञा के बावजूद सताया जाता होगा।

प्रश्न 7. मौर्य साम्राज्य में विभिन्न काम-धंधों में लगे हुए लोगों की सूची बनाइए ।
उत्तर – मौर्य साम्राज्य में विभिन्न काम-धंधों में लगे लोगों की सूची :
(i) किसान और पशुपालक (गाँवों में रहते थे)
(ii) शिकारी तथा फल-फूल संग्राहक (जंगलों में रहते थे)
(iii) व्यापारी (नगरों में रहते थे)
(iv) शिल्पी या शिल्पकार (नगरों में रहते थे)
(v) सरकारी कर्मचारी, (राज्य भर में फैले होते थे ।)
मुख्य अधिकारी राजधानियों में रहते थे।

प्रश्न 8. यदि आपके पास अपना अभिलेख जारी करने की शक्ति होती तो आप कौन-सी चार राजाज्ञाएँ देते ?
उत्तर – यदि मुझे अभिलेख जारी करने की शक्ति होती तो मैं निम्नलिखित चार राजाज्ञाएँ जारी करता :
(i) राज्य में रहने वाले सभी लोगों को रोजगार मुहैया कराया जाय, जिससे वे अपना और अपने परिवार का पालन-पोषण कर सकें।
(ii) हर तरह की शिक्षा प्रदान करने की पर्याप्त व्यवस्था हो ।
(iii) पूरे देश में सड़कों का ऐसा जाल हो जो छोटे-छोटे गाँवों तक को नगरों से जोड़ सकें।
(iv) हर राज्य में रोजगार की ऐसी व्यवस्था रहे कि लोगों को इसके लिए अन्य राज्यों में कम-से-कम भटकना पड़े।

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