BSEB Social Science Geography कक्षा 9 पाठ 13. समुदाय आधारित आपदा प्रबंधन | Samuday Aadharit Aapda Padbandh Class 9th Solutions

इस पोस्‍ट में हमलोग कक्षा 9 भूगोल के पाठ 13. समुदाय आधारित आपदा प्रबंधन (Samuday Aadharit Aapda Padbandh Class 9th Solutions)’ के महत्‍वपूर्ण टॉपिकों के बारे में अध्‍ययन करेंगें। 

Samuday Aadharit Aapda Padbandh Class 9th Solutions

13. समुदाय आधारित आपदा प्रबंधन

अभ्यास के प्रश्न तथा उनके उत्तर

I. वस्तुनिष्ठ प्रश्न :
निर्देश : नीचे दिए गए प्रश्नों में चार संकेत चिह्न हैं, जिनमें एक सही या सबसे उपयुक्त है। प्रश्नों का उत्तर देने के लिए प्रश्न- संख्या के सामने वह संकेत चिह्न (क, ख, ग, घ) लिखें, जो सही अथवा सबसे उपयुक्त हो ।

1. आपदा प्रबंधन के तीन प्रमुख अंगों में कौन एक निम्नलिखित में शामिल नहीं है ?
(क) पूर्वानुमान, चेतावनी एवं प्रशिक्षण
(ख) आपदा के समय प्रबंधन  गतिविधियाँ
(ग) आपदा के बाद निश्चित रहना
(घ) आपदा के बाद प्रबंधन करना

2. प्रत्येक ग्रीष्म ऋतु में कौन-सी आपदा लगभग निश्चित है ?
(क) आगजनी
(ख) वायु दुर्घटना
(ग) रेल दुर्घटना
(घ) सड़क दुर्घटना

3. सामुदायिक प्रबंधन के अंतर्गत निम्नलिखित में से कौन एक प्राथमिक क्रियाकलपाप में शामिल नहीं है ?
(क) निकटतम प्राथमिक चिकित्सा केंद्र को सूचित करना
(ख) प्रभावित लोगों को स्वच्छ जल और भोजन की उपलब्धता की गारंटी करना
(ग) आपदा की जानकारी प्रशासन तंत्र को नहीं देना
(घ) आपातकालीन राहत शिविर की व्यवस्था करना

4. ग्रामीण आपदा प्रबंधन समिति के प्रमुख कार्य इनमें कौन नहीं है ?
(क) प्राथमिक उपचार की व्यवस्था नहीं करना
(ख) सभी को सुरक्षा देना
(ग) राहत शिविर का चयन एवं राहत पहुँचाने का कार्य करना
(घ) स्वच्छता का ख्याल करना

उत्तर 1. (ग), 2. (क), 3. (ग), 4. (क)

II. लघु उत्तरीय प्रश्न :

प्रश्न 1. अग्निशमन दस्ता आने के पूर्व समुदाय द्वारा कौन-से प्रयास किए जाने चाहिए?
उत्तरअग्निशमन दस्ता आने पूर्व समुदाय को चाहिए कि वे झुलसे हुए लोगों को एक जगह रखकर प्राथमिक उपचार करें । मोबाइल फोन से निकटतम अस्पातल को सूचना दें तथा एम्बुलेंस की माँग करें। कुछ लोग आग बुझाने तथा उसे फैलने से रोकने का प्रयास करें। जिस घर में आग लगी हो उस घर पर पानी तो डालें ही, आसपास के घरों पर भी पानी डालें ताकि आग फैलने नहीं पाए । मिल-जुलकर इस काम को पूरा करना कठिन नहीं है ।

प्रश्न 2. ग्रामीण स्तर पर आपदा प्रबंधन समिति के गठन में कौन-कौन-से सदस्य शामिल होते हैं?
उत्तर ग्रामीण स्तर पर आपदा प्रबंधनन समिति का गठन करने का निर्णय राष्ट्रीय स्तर पर लिया गया है। इस समिति में निम्नलिखित सदस्य होते हैं :
(i) विद्यालय के प्रधानाध्यापक, (ii) गाँव के मुखिया, (iii) गाँव के सरपंच, (iv) गाँव के दो त्यागी और समर्पित लोग, (v) प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का डॉक्टर, (vi) राष्ट्रीय सुरक्षा सेवा के सदस्य, (vii) ग्राम सेवक, (viii) स्वयं सहायता समूह की दो महिलाएँ ।

प्रश्न 3. आपदा प्रबंधन के लिए समुदाय में किन अच्छे गुणों का होना आवश्यक है ?
उत्तर—आपदा प्रबंधन के लिए समुदाय में निम्नलिखित गुण होने आवश्यक हैं : (i) पूर्वानुमान लगाने तथा चेतावनी देने की क्षमता हो । (ii) राहत शिविर का चयन कर प्रभावित लोगों को वहाँ पहुँचाने की क्षमता हो । (iii) लोगों को भोजन और स्वच्छ पेय मुहैया कराने की ताकत हो । (iv) प्रश्रमिक उपचार की व्यवस्था करने की जानकारी हो । (v) महिलाओं और बच्चों पर विशेष ध्यान दिया जाय। (vi) स्वच्छच्छता रखी जाय ताकि बीमारी फैलने नहीं पावें ।

III. दीर्घ उत्तरीय प्रश्न :

प्रश्न 1. आपदा प्रबंधन में समुदाय की केन्द्रीय भूमिका का वर्णन करें ।
उत्तरआपदा प्रबंधन में समुदाय की केन्द्रीय भूमिका निम्नलिखित हैं :
आपदा का रूप कोई भी क्यों न हो, उसका विनाशकारी प्रभाव जानमाल पर तो पड़ता ही है । उसका पहला झटका मनुष्य को ही लगता है और मनुष्य ही आपदा को भी झटका देता है । यह तभी सम्भव हो पाता है, जब वह आपदा को कम करने की सामुदायिक प्रयास करता है। आपदा से होने वाले वास्तविक ह्रास का पता समुदाय ही लगा सकता है। आपदा प्रबंधन के लिए जो भी आवश्यक सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाती हैं, उसको बाँटने में तथा प्रत्येक परिवार तक उसका लाभ पहुँचाने में समुदाय की केन्द्रीय भूमिका होती है । समुदाय ही आपदा के पूर्वानुमान की जानकारी देता है और समुदाय के लोग ही सबसे पहले आपदा का सामना करते हैं। आपदा में अगलगी हो सकती है, भूकंप हो तो मकान ढह सकते हैं, बाढ़ आ सकती है, सूखा पड़ सकता है, लेकिन समुदाय जैसे -का-तैसे बना रहता है । उस पर कोई आँच नहीं आती । समुदाय दुख में और सुख में—दोनों में साथ निभाता है। प्राचीनकाल से ही भारत जैसे ग्रामीण बहुल देश में आपदा प्रबंधन की जिम्मेदारी समुदाय ही निभाता आ रहा है। प्रशासनिक तबका भी समुदाय की मदद से ही प्रबंधन कर सकता है। स्वयंसेवी संस्थाएँ भी समुदाय के ही अंग होती हैं । आपदा प्रबंधन के तीन अंग माने गए हैं :

(i) पूर्वानुमान, चेतावनी एवं प्रशिक्षण, (ii) आपदा के समय प्रबंधन गतिविधियाँ तथा (iii) आपदा के बाद प्रबंधन कार्य ।

प्रश्न 2. ग्रामीण आपदा प्रबंधन समिति के कार्यों का विस्तृत वर्णन कीजिए ।
उत्तरग्रामीण आपदा प्रबंधन समिति के निम्नलिखित कार्य हैं :
(i) पूर्वानुमान के अनुसार चेतावनी देना और सूचना प्रसारित करना । यह प्रबंधन समिति जिला मुख्यालय से प्राप्त सूचनाओं को तत्काल लोगों तक पहुँचाती है ।
(ii) राहत शिविर का चयन कर प्रभावित लोगों को वहाँ तक पहुँचाने का काम इसी में शामिल है। प्रबंधन समिति जिला प्रशासन को सूचित करेगी । यदि आग लगी हो तो दमकल की माँग करेगी ।
(iii) राहत कार्य में लगे लोग सर्वप्रथम आपदाग्रस्त लोगों को भोजन एवं पेयजल मुहैया कराते हैं।
(iv) प्रबंधन समिति प्राथमिक उपचार की व्यवस्था करती हैं ।
(v) सभी को सुरक्षा देती है। खास तौर पर महिलाओं और बच्चों पर विशेष रूप से ध्यान देती है ।
(vi) स्वच्छता का ध्यान रखती है । स्वच्छता से कोई बीमारी नहीं फैलतीं ।

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