Bihar Board Class 7th Sanskrit अमृता भाग 2 चतुर्थ: पाठ: स्‍वतंत्रता-दिवस: | Swatantrata Diwas Class 7th Sanskrit Solutions

इस पोस्‍ट में हमलोग बिहार बोर्ड के कक्षा 7 के संस्‍कृत अमृता भाग 2 पाठ 4 स्‍वतंत्रता-दिवस: (Swatantrata Diwas Class 7th Sanskrit Solutions) के सभी पाठ के व्‍याख्‍या को पढ़ेंगें।

Swatantrata Diwas Class 6th Sanskrit Solutions

चतुर्थ: पाठ:
स्‍वतंत्रता-दिवस:
(स्‍वतंत्रता दिवस) 

अभ्यास के प्रश्न एवं उत्तर

मौखिक :
प्रश्न 1. अधोलिखितानां पदानाम् उच्चारणं कुरुतः
इदानीमपि, प्रस्तुत:, गमिष्यावः, ध्वजस्य, उत्तोलनाय, चलिष्यामः, प्रधानाचार्य: शीघ्रमागमिष्यति, प्रतिवर्षम्, पूर्वपुरुषाणाम् ।
संकेत : छात्र शुद्ध-शुद्ध और जोर-जोर से उच्चारण करें।

प्रश्न 2. निम्नलिखितानां पदानाम् अर्थं वदत :
आवाम्, गमिष्यावः, उत्तोलनाय, उभौ, मा, बोधयति, प्रतिष्ठितः, अस्माकं, अद्य, आत्मनः प्रतिकूलानि परेषाम् समाचरेत्, अपेक्षितः, कथयित्वा गृहीत्वा ।
उत्तर— आवाम् = हम दोनों गमिष्यावः = हम दोनों जाएँगे। उत्तोलनाय = झंडा फहराने के लिए । उभौ = दोनों । मा = मत । बोधयति = बताता है । प्रतिष्ठितः = प्रतिष्ठित, आदरणीय । अस्माकम् = हमारा । अद्य = आज । आत्मनः = अपने / अपना । प्रतिकूलानि विपरीत । परेषाम् = दूसरों का । समाचरेत् = आचरण करना चाहिए। अपेक्षितः = वाञ्छित । कथयित्वा = कहकर। गृहीत्वा = लेकर ।

प्रश्न 3. निम्नलिखितानां धातुरूपाणां पाठं कुरुत:
                        एकवचन           द्विवचन         बहुवचन
प्रथम पुरुष         आगच्छति       आगच्छतः       आगच्छन्ति
मध्यम पुरुष        आगच्छसि       आगच्छथः      आगच्छथ  
उत्तम पुरुष          आगच्छामः     आगच्छामि      आगच्छावः

प्रश्न 4. स्वतन्त्रतादिवसस्य विषये हिन्दीभाषायां पञ्च वाक्यानि वदत ।
उत्तर — सैकड़ों वर्ष की गुलामी में रहने के बाद 15 अगस्त, 1947 ई. को हमें स्वतंत्रता मिली। इस स्वतंत्रता के लिए हमारे देश के हजार सपूतों ने अपना सर्वस्व मातृभूमि की बलिवेदी पर समर्पित कर दिया। स्वतंत्रता की उद्घोषणा होते ही हमारा राष्ट्र ध्वज आकाश में फहराने लगा । यह ध्वज हमारे राष्ट्र के गौरव का प्रतीक है । इसीलिए 15 अगस्त को हम स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाते हैं ।

लिखित :
प्रश्न 5. अधोलिखितानां प्रश्नानाम् उत्तरं पूर्णवाक्येन लिखत :
(क) स्वतन्त्रतादिवसः कदा आयोजित: ?
(ख) अस्मिन् पाठे कः प्रथमः वक्ता ?
(ग) ध्वजोत्तोलनाय कः आगच्छति ?
(घ) अस्माभिः कीदृशः व्यवहारः न करणीयः ?
(ङ) जयतु भारतम्, जयन्तु भारतीयाःइति कथयित्वा मन्त्री महोदयः किं करोति ?

उत्तर :
(क) स्वतंत्रता दिवस: अगस्त मासि पञ्चदश: दिनांके आयोजितः ।
(ख) अस्मिन् पाठे कुन्तलः प्रथमः वक्ता ।
(ग) ध्वजोत्तोलनाय मंत्री महोदयः आगच्छति ।
(घ) अस्माभिः कस्यापि विषमः व्यवहारः न करणीयः ।
(ङ) ‘जयतु भारतम्, जयन्तु भारतीयाः’ इति कथयित्वा मंत्री महोदय: नमस्कारं करोति

प्रश्न 6. मेलनं कुरुत :
(क) स्वतन्त्रतादिवस:               (i) वह
(ख) अहम्                            (ii) यह
(ग) आवाम्                          (iii) हमलोग
(घ) वयम्                             (iv) हमदोनों
(ङ) अयम्                            (v) मैं
(च) सः                                (vi) 15 अगस्त 1947

उत्तर : (क) — (vi), (ख) — (v), (ग) – (iv), (घ) – (iii), (ङ) – (ii), (च) — (i) ।

प्रश्न 7. कोष्ठात् पदं चित्वा रिक्तस्थानानि पूरयत :
(क) आवां सहैव विद्यालय ……….. ।                                                (गमिष्यामः / गमिष्याव
(ख) ध्वजस्य उत्तोलनाय …………आगच्छति ।                                  (मन्त्री/प्रधानमन्त्री
(ग) स्वतन्त्रतादिवसस्य शुभ अवसर: ………..आयाति ।                    (प्रतिवर्षम् / प्रतिमासम
(घ) अधुना वयं सर्वथा ………….,                                                      (स्वतन्त्रा:/परतन्त्राः
(ङ) तदेव कार्यं करणीयं येन सर्वे जना: ……………. भवन्तु ।            (प्रमुदित्ता: / खिन्ना )

उत्तर— (क) गमिष्याव:, (ख) मंत्री, (ग) प्रतिवर्षम् (घ) स्वतंत्रता:, (ङ) प्रमुदिता:

प्रश्न 8. अधोलिखितवाक्येषु सत्यम्‘ ‘असत्यम्वा लिखतः
(क) विद्यालये स्वतन्त्रतादिवसस्य भव्य समारोहः अस्ति ।
(ख) विद्यालये ध्वजस्य उत्तोलनाय मुख्यमन्त्री आगच्छति ।
(ग) स्वतन्त्रतादिवसः अस्माकं देशस्य पूर्वपुरुषाणां बलिदानं बोधयति ।
(घ) अधुना वयं सर्वथा स्वतन्त्रताः ।
(ङ) “आत्मनः प्रतिकूलानि परेषां न समाचरेत् । “

उत्तर— (क) सत्यम्, (ख) असत्यम्, (ग) सत्यम्, (घ) सत्यम्, (ङ) सत्यम् ।

प्रश्न 9. शब्दान् दृष्ट्वा लिखतः
गमिष्यावः, शीघ्रम्, प्रधानाचार्य:, ध्वजोत्तोलनम्, महत्त्वम्, पूर्वपुरुषाणाम्, शांस्त्राणि प्रमुदिताः, अपेक्षिता, व्यवहारः, स्वतन्त्रतायाः, मधुरान्नम् ।
संकेत : छात्र देखकर शुद्ध-शुद्ध लिखें।

प्रश्न 10. मन्त्री महोदय स्वतन्त्रता दिवस के विषय में जो कुछ कहते हैं उससे क्या शिक्षा मिलती हैं ?

उत्तर — मंत्री महोदय स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर जो कुछ कहते हैं, उससे हमें यही शिक्षा मिलती है कि परतंत्र भारत की स्वतंत्रता हमारे पर्व पुरुषों के बलिदान के फलस्वरूप मिली है। इसकी रक्षा हमें जी-जान से करनी है ।  

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