BSEB Class 6 Science Chapter 14. बल्‍ब जलाओ जगमग-जगमग | Bulb Jalao Jagmag Jagmag Class 6th Science Solutions

Bihar Board Class 6 Science बल्‍ब जलाओ जगमग-जगमग (Bulb Jalao Jagmag Jagmag Class 6th Science Solutions) Text Book Questions and Answers 

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14. बल्‍ब जलाओ जगमग-जगमग

पाठ में आए कुछ प्रश्न एवं उनके उत्तर

प्रश्न 1. कौन बिजली का चालक है और कौन कुचालक है?
उत्तर- जिससे होकर बिजली गुजरती है, वह बिजली का चालक होता है तथा जिससे होकर बिजली नहीं गुजरती है, वह बिजली का कुचालक होता है। जैसे— लोहे की चाभी, ताँबा का तार आदि बिजली के चालक हैं तथा कागज, प्लास्टिक आदि बिजली के कुचालक है।

प्रश्न 2. अब सोचकर लिखें कि सर्किट बनाने से पहले तार के सिरों से प्लास्टिक क्यों हटाते हैं ?
उत्तर—क्योंकि प्लास्टिक बिजली का कुचालक होता है और इससे होकर बिजली प्रवाहित नहीं हो सकती है । अतः इसके रहते सर्किट पूरा नहीं होता, इसलिए इसे सर्किट बनाने से पहले तार के सिरों से प्लास्टिक को हटा देते हैं।

प्रश्न 3. बल्ब का काला चपड़ा चालक है या कुचालक ? बल्ब में चपड़ा क्यों लगा होता है ?
उत्तर—बल्ब का काला चपड़ा कुचालक होता है । बल्ब में जब बिजली प्रवाहित होती है, तब वह चपड़ा दोनों सिरों—धन सिरा एवं ऋण सिरा— को पृथक् रखता है।

प्रश्न 4. टॉर्च में दो सेलों को कैसे डालना चाहिए ?
उत्तर—टॉर्च में दो सेलों को हमेशा इस तरह डालना चाहिए कि एक सेल की घुंडी वाला धन सिरा (+) दूसरे सेल के चपटे ऋण सिरे (-) को सीधे या धातु के जरिए छूता रहे।

प्रश्न 5. सेलों से बल्ब तक का सर्किट कैसे पूरा होता है ?
उत्तर—जब टॉर्च को बंद करते हैं, तो बल्ब का घुंडी वाला सिरा सीधे सेल की घुंडी को छूता है। बल्ब का यह सिरा और दोनों सेल आपस में कसकर सटे रहते हैं, जिसके लिए टॉर्च के निचले ढक्कन में एक मोटे तार का स्प्रिंग होता है। स्प्रिंग होने से बल्ब की घुंडी और दोनों सेल आपस में सटकर जुड़े रहते हैं। ऊपर इस तार के साथ स्विच की पत्ती जुड़ी होती है। इस प्रकार सेल से बल्ब तक का सर्किट पूर्ण हो जाता हैं।

प्रश्न 6. कभी सोचा है कि वल्व में रोशनी कैसे होती है ?
उत्तर – बल्ब में रोशनी उसके अंदर फिलामेन्ट के तार के जलने से होती है।

प्रश्न 7. बल्ब के पतले तार के कुंडल में क्या होता हैं ?
उत्तर—अत्यंत गर्मी के कारण बैटरी से मिले ऊष्मा के कारण बल्ब का कुंडल (Coil) गर्म होकर चमकने लगता है, जिससे रोशनी होने लगती है।

प्रश्न 8. जलते हुए बल्ब को जरा छूकर देखें | क्या बल्ब कुछ गर्म लगा?
उत्तर – हाँ, जलते हुए बल्ब को छूने पर गर्म लगा ।

अभ्यास : प्रश्न और उनके उत्तर

प्रश्न 1. सही उत्तर को चुनिए :

(क) निम्न वस्तुओं में बिजली का चालक है :
(i) लकड़ी
(ii) कागज
(iii) प्लास्टिक
(iv) लोहा

(ख) बल्ब के आविष्कारक थे :
(i) जेम्स वाट
(iii) ग्राहम बेल
(ii) एडीसन
(iv) जहाँगीर भाभा

(ग) बल्ब की कुंडली किस धातु की बनी होती है ?
(i) लोहा
(ii) पीतल
(iii) टंगस्टन
(iv) स्टील

(घ) हवा है :
(i) बिजली का चालक
(ii) बिजली का कुचालक
(iii) कभी चालक, कभी कुचालक
(iv) इनमें से कोई नहीं

उत्तर : (क) (iv), (ख) (ii), (ग) (iii), (घ) (ii) |

प्रश्न 2. निम्न रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए :
(क) जब विद्युत धारा सेल के एक सिरे से तार व बल्ब से होते हुए सेल के दूसरे सिरे तक प्रवाहित होती है तो इस चक्कर को……….. कहते हैं ।
(ख) किसी वस्तु को विद्युत परिपथ में जोड़ने पर बल्ब जल उठता है, तो इस वस्तु को विद्युत का ……………कहते हैं ।
(ग) ऐसी चीजें जिनको सर्किट में जोड़ने से बल्ब नहीं जलता है, इन्हें …………………. कहा जाता है ।

उत्तर — (क) परिपथ, (ख) चालक, (ग) कुचालक ।

प्रश्न 3. राहुल ने एक नया सेल खरीदा। उसकी घुंडी पर एक प्लास्टिक की सील बनी थी । प्लास्टिक की सील हटाए बिना राहुल ने सेल को टॉर्च में डाला । बताएँ राहुल की टॉर्च क्यों नहीं जली?
उत्तर – राहुल की टॉर्च इसलिए नहीं जल सकती क्योंकि सेल की घुंडी पर प्लास्टिक के सील को हटाया नहीं गया है। इससे परिपथ पूरा नहीं हो रहा है, जिससे टॉर्च नहीं जल सकती ।

प्रश्न 4. बल्ब के अंदर का कुंडल टूटने के कारण जब बल्ब फ्यूज हो जाता है, तो बताएँ तब बल्ब क्यों नहीं जलता है ?
उत्तर—बल्ब के अन्दर का कुंडल टूट गया है, इस कारण वह तप्त नहीं हो पाता । तप्त नहीं होने के कारण ही बल्ब नहीं जलता ।

प्रश्न 5. किशन के पास एक ही तार था । तार के एक सिरे को उसने अपने बल्ब की चूडी पर कसा और दूसरा सिरा सेल पर दबाया। फिर एक स्टील के डिब्बे पर सेल और बल्ब को दबाकर इस तरह रखा कि उसका बल्ब जल उठा । अपनी कॉपी में चित्र बनाकर समझाएँ कि एक ही तार से उसका परिपथ कैसे पूरा हो गया ?
उत्तर—चित्र में बल्ब की घुंडी सेल के धन ध्रुव से सटी हुई है और दूसरे सेल का धन ध्रुव पहले सेल के ऋण ध्रुव से सटा हुआ है। उधर तार का एक सिरा बल्ब की चूड़ी में लपेटा हुआ है और दूसरा सिरा दूसरे सेल के ऋण ध्रुव से सटा हुआ है । इस प्रकार परिपथ पूर्ण हो जाता है और बल्ब जलने लगता है । image

प्रश्न 6. अपने शब्दों में समझाएँ कि बल्ब में रोशनी कैसे होती है?
संकेत : पाठ की मुख्य बातें का पहला पैरा देखें !

कुछ अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्न एवं उनके उत्तर

प्रश्न 1. विद्युत् मिस्त्री द्वारा उपयोग किए जाने वाले औजार जैसे पेचकस और प्लायर्स (पिलाश) के हत्थों पर प्रायः प्लास्टिक या रबर के आवरण चढ़े होते हैं। क्या आप इसका कारण समझा सकते हैं ?
उत्तर—प्लास्टिक या रबर विद्युत् के अवरोधक होते हैं। विद्युत् के झटकों से मिस्त्री के बचाव के लिए पेचकस और प्लायर्स के हत्थों पर प्लास्टिक या रबर के आवरण चढ़े होते हैं। ऐसा कर देने से विद्युत् मिस्त्री नि:शंक काम करते रहता है।

प्रश्न 2. व्याख्या कीजिए कि बगल के चित्र में दर्शाई गई व्यवस्था में बल्ब क्यों नहीं दीप्तिमान होता है ?
उत्तर—बगल के चित्र में चूँकि परिपथ में अवरोधक पदार्थ लकड़ी का टुकड़ा आ गया है, इसी कारण बल्ब दीप्तिमान नहीं होता है। यदि परिपथ के बीच से लकड़ी को हटा दिया जाय और सेल के टर्मिनल से निकले तार को बल्ब से निकले धन टर्मिनल के तार से जोड़ दिया जाय तो बल्ब दीप्तिमान हो उठेगा।

प्रश्न 3. निम्नांकित को परिभाषित करें :
(i) विद्युत चालक, (ii) विद्युत रोधक, (iii) विद्युत सेल ।
उत्तर- (i) विद्युत चालक – जो पदार्थ अपने अन्‍दर से विद्युत-धारा का प्रवाह होने देते हैं वे विद्युत-चालक कहलाते हैं।  जैसे— ताँबा, अलमुनियम ।
(ii) विद्युत रोधक – कुछ पदार्थ अपने अन्दर से विद्युत धारा को प्रवाहित नहीं होने देते हैं, वैसे पदार्थ विद्युत रोधक कहलाते हैं जैसे थर्मोकोल विद्युत रोधक है।
(iii) विद्युत सेल – विद्युत सेल में एक ओर धातु की टोपी तथा दूसरी ओर धातु की डिस्क (चक्रिका) होती है। धातु की टोपी को धनात्मक सिरा एवं धातु की डिस्क को ऋणात्मक सिरा कहते हैं। विद्युत सेल में संचित रासायनिक पदार्थों से सेल विद्युत उत्पन्न करता है । जब विद्युत सेल में संचित रासायनिक पदार्थ समाप्त हो जाते हैं तो सेल विद्युत उत्पन्न करना बन्द कर देता है।

प्रश्न 4. बगल में दर्शाए गए आरेख को पूरा कीजिए और बताइए कि बल्ब को दीप्तिमान करने के लिए तारों के स्वतंत्र सिरों को किस प्रकार जोड़ना चाहिए ?
उत्तर- बल्ब को दीप्तिमान करने के लिए तारों के स्वतंत्र सिरों को इस प्रकार जोड़ना चाहिए कि सेल का धन टर्मिनल और बल्ब का धन टर्मिनल परस्पर मिल जायँ और साथ ही सेल के ऋण टर्मिनल और बल्ब के ऋण टर्मिनल को भी आपस में मिल जाना चाहिए। इस प्रकार परिपथ को व्यवस्थित करते ही बल्ब दीप्तिमान हो उठेगा।

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