BSEB Class 6 Science Chapter 18. ठोस कचरा प्रबंधन | Thos Kachra Prabandhan Class 6th Science Solutions

Bihar Board Class 6 Science ठोस कचरा प्रबंधन (Thos Kachra Prabandhan Class 6th Science Solutions) Text Book Questions and Answers 

18.ठोस कचरा प्रबंधन

पाठ में आए कुछ प्रश्न एवं उनके उत्तर

प्रश्न 1. क्या आपने कभी सोचा है कि प्रतिदिन हमारे घरों से निकलने वाला कूड़ा-करकट (कचरा) जब बाहर फेंक दिया जाता है, तब कहाँ जाता है?
उत्तर — प्रतिदिन हमारे घर से निकलने वाला कचरा जब बाहर फेंक दिया जाता है तब वह सड़कों पर, नालियों में, खेतों आदि स्थानों पर जाता है ।

प्रश्न 2. यदि कचरा कई दिनों तक जमा होता रहे तो क्या होगा ?
उत्तर—यदि कचरा कई दिनों तक जमा होता रहे, तो कचरे का अंबार (ढेर) लग जायेगा, जिससे बदबू आने लगेगी । मक्खियाँ भिनभिनाने लगेंगी और बीमारियों का घर बन जायेगा ।

प्रश्न 3. कचरा हमें कैसे हानि पहुँचा सकता है ?.
उत्तर—घर से प्रतिदिन निकलने वाले कचरों में कुछ कचरे अपघटित होने वाले.. होते हैं, तो कुछ अपघटित नहीं होते । जैसे—अपशिष्ट खाद्य पदार्थ, फलों तथा सब्जियों के छिलके आदि प्राकृतिक प्रक्रियाओं द्वारा अपघटित हो जाते हैं, जबकि पॉलिथीन बैग, प्लास्टिक के टूटे खिलौने आदि प्राकृतिक प्रक्रियाओं द्वारा विघटित नहीं होते । विघटित होने वाले कचरे सड़कर दुर्गंध फैलाते हैं और उन पर मक्खियाँ भिनभिनाने लगती हैं, जिससे बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है । दूसरी ओर विघटित नहीं होने वाले पदार्थ नालों में जाकर उन्हें जाम कर देते हैं। खेतों की मिट्टी पर बैठकर मिट्टी की वायु को अंदर जाने से रोक देते हैं, जिससे पौधों की उर्वरता बाधित होती है ।

प्रश्न 4. आप बाजार से सामान खरीदकर किसमें लाते हैं ?
उत्तर – हम बाजार से सामान पॉलिथीन बैग अथवा प्लास्टिक के बने झोले में लाते, हैं। दुकानदार भी सामानों को पॉलिथीन बैग में ही तौलकर देता है ।

प्रश्न 5. पुन: उपयोग के लिए हम क्या कर सकते है ?
उत्तर— पुनः उपयोग ( Reuse) के लिए हम निम्नलिखित बातों को अमल में ला सकते हैं :

  1. हम ऐसी चीजें खरीदें, जिनका दोबारा इस्तेमाल किया जा सकता है। जैसे- ऐसा पेन, जिसमें रिफिल या स्याही डाला जा सके ।
  2. हम एक ही थैली को बार-बार इस्तेमाल करें ।
  3. हम ऐसे कागज को, जिसके एक तरफ लिखा या छपा हो, पलटकर दूसरी तरफ ‘रफ कार्य’ के लिए इस्तेमाल करें ।
  4. घर में सामान रखने के लिए खाली शीशियों और डिब्बों का इस्तेमाल करें।

प्रश्न 6. पुन:चक्रण (Recycle) के लिए हम क्या कर सकते हैं?
उत्तर—पुनःचक्रण के लिए हम निम्नांकित बातों को अमल में ला सकते हैं :
(1) हम ऐसी चीजें खरीदें, जिसका पुनःचक्रण हो सके ।
(2) हम ऐसी चीजें इस्तेमाल करें, जो पुनःचक्रण से बनी हो । जैसे— पुनः चक्रण द्वारा बनाया गया कागज ।
(3) ऐसी चीजों का हम इस्तेमाल न करें, जिसका पुनःचक्रण न हो सके ।

प्रश्न 7. कम उपयोग (Reduce) के लिए हम क्या कर सकते हैं?
उत्तर कम उपयोग के लिए हम निम्नलिखित बातों पर ध्यान दे सकते हैं :
(1) यीजें खरीदते समय हम पता करें कि जो चीज हम खरीद रहे हैं, उसके कारण पर्यावरण पर कैसा प्रभाव पड़ सकता है । अगर संभव हो तो ऐसी चीजें चुनें, जो पर्यावरण के लिए कम हानिकारक हो ।
(2) मान लीजिए दो अलग-अलग पैकेट में एक ही चीज है और उसकी मात्रा भी बराबर है। ऐसे में हमें छोटे पैकेट वाली चीज खरीदनी चाहिए ।

प्रश्न 8. मना कीजिए (Refuse) के लिए हम क्या कर सकते हैं?
उत्तर — इसके लिए हमें अभियान चलाकर लोगों को जागरूक करना होगा । समाज में गाँव / शहरों में रहने वाले लोगों को बताना होगा कि विघटित न होने वाले पदार्थ हमारे पर्यावरण के लिए खतरनाक होते जा रहे हैं, जिसका सीधा असर हम पर पड़ने वाला है । पर्यावरण असंतुलित होगा, तो पृथ्वी की सारी गतिविधियाँ बदल जाएँगी और इस पर वास करने वाले जन्तु खतरे में पड़ जाएँगे ।

अभ्यास : प्रश्न और उनके उत्तर

प्रश्न 1. अपने स्कूल से निकलने वाले कूड़े-कचरे में मौजूद अपशिष्ट पदार्थों की सूची बनाइए । इसकी मात्रा कम करने के लिए और इनको दोबरा प्रयोग करने के लिए क्या उपाय करेंगे? बताइए ।
उत्तर—स्कूल के कूड़े-कचरे में मौजूद अपशिष्ट पदार्थों की सूची :
(i) कागज के टुकड़े, (ii) चॉक के टुकड़े, (iii) पेंसिल के छिलन, (iv) खाली रिफिल, (v) चॉकलेट या टॉफी के खोल, (vi) धूल कण ।
दोबारा प्रयोग — (i) कागज के टुकड़ों का पुनःचक्रण कर दोबारा कागज बनाना, (ii) टॉफी के खोल का पुनः चक्रण, (iii) चॉक के टुकड़े का पुनः चक्रण, (iv) खाली रिफिल का पुनः चक्रण, (v) धूल कण से पुनः मिट्टी ।

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प्रश्न 2. रोजमर्रा के जीवन में प्लास्टिक इस्तेमाल करने के लाभ और हानियों को बताएँ ।
उत्तर — रोजमर्रा के जीवन में प्लास्टिक के इस्तेमाल के लाभ :
(i) सस्ता होता है ।
(ii) सुन्दर दीखता है ।
(iii) यदि ढंग से इस्तेमाल हो तो टीकाऊ भी होता है।
इसके इस्तेमाल से होने वाली हानि :
(i) टूटने पर बेकार हो जाता है ।
(ii) धातु के बर्तनों जैसे बदले में कुछ नहीं मिलता ।
(iii) भूमि प्रदूषण फैलाता है ।

प्रश्न 3. कचरे के प्रबंधन के लिए हम क्या कर सकते हैं?
उत्तर – कचरे के प्रबंधन के लिए हम चार ‘R’ का उपयोग कर सकते हैं। वे चार ‘R’ हैं : (i) Refuse अर्थात मना कीजिए । (ii) Recycle अर्थात पुनः चक्रण, (iii) Reduce अर्थात कम उपयोग करना तथा (iv) Reuse अर्थात पुनः उपयोग ।

प्रश्न 4. पुन: चक्रण का अर्थ स्पष्ट कीजिए ।
उत्तर – पुनः चक्रण का अर्थ है बेकार हो चुके लोहा, अल्युमिनियम या किसी भी धातु की वस्तु जो टूटी-फूटी हो तो उसे गला कर पुनः नई वस्तुएँ बना ली जाती हैं इसी प्रक्रम को पुनः चक्रण कहते हैं ।

प्रश्न 5. पॉलिथीन का बहुत ज्यादा उपयोग करने से हमें किस प्रकार के नुकसानों का सामना करना पड़ रहा है?
उत्तर-पॉलिथीन का बहुत ज्यादा उपयोग करने से हमें यह नुकसान का सामना करना पड़ रहा है इसे जहाँ भी इसे फेंका जाता है, वहाँ की भूमि बेकार हो जाती है। कभी-कभी नाले में फँसकर यह नाले को जाम कर देता है, जिससे पानी सड़क पर फैलने लगता है ।

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प्रश्न 6. आप पॉलिथीन के अत्यधिक उपयोग को कम करने में कैसे मदद कर सकते हैं?
उत्तर – यदि हम पॉलिथीन के अत्यधिक उपयोग को कम करने को ठान लें, तो निश्चित ही कम कर सकते हैं। बाजार में खरीदे गए सामानों को यदि दुकानदार पॉलिथीन के थैले में देते हैं तो उन्हें मनाकर कहेंगे कि मुझे जूट के थैले में समान दें। यदि वह ऐसा नहीं करता तो हम जूट का थैला खरीद लेंगे और उसी में खरीदे गए सामान घर ले जाएँगे। कहीं भोज में पॉलिथीन चढ़ा पत्तल के स्थान पर केला या कमल के पत्ते पर खाने का विकल्प मौजूद हो तो हम केला या कमल के पत्ता पर ही खाना पसन्द करेंगे ।

प्रश्न 7. निम्न कथनों में सही के सामने सत्य तथा गलत कथन के सामने असत्‍य लगाएँ । गलत वाक्य को सही करके लिखें ।
(1) कचरे के कारण वायु, जल एवं भूमि दूषित हो जाते हैं 1
(2) पदार्थ जिसका विघटन आसानी से हो जाता है जैव विघटनीय पदार्थ. कहलाता है ।
(3) पदार्थ जिसका विघटन आसानी से नहीं हो सकता, जैव अविघनीय पदार्थ कहलाता है।
(4) पुराने अख़बार, शीशियों, प्लास्टिक और धातु से बनी चीजों को कुछ प्रक्रियाओं द्वारा नए उपयोगी रूप में परिवर्तित करना ‘पुनः चक्रण’ कहलाता है ।

उत्तर : (1) सत्य, (2) सत्य, (3) सत्य, (4) सत्य ।

कबाड़ से जुगाड़ कीजिए :

प्रश्न 8. आपके घर में ऐसी बहुत-सी वस्तुएँ हैं जिनको आप कबाड़ी या रद्दीवाले को दे देते हैं? क्या उन वस्तुओं में से उपयोगी चीजें बन सकती हैं ?
अब आप कबाड़ से कुछ बढ़िया चीजों की सूची बनाइए एवं उसका चित्र भी बनाइये ।
उदाहरण : पुराने कपड़ों से बिछावन, पॉलिथीन की थैलियों से टोकरी, पैसिल की छीलन से कार्डों पर फूल, विवाह के निमंत्रण पत्रों से, लिफाफा इत्यादि ।
संकेत : प्रश्न 8 का उत्तर लिखना नहीं है, बल्कि करना है, जो छात्रों को स्वयं करना है | करें।

प्रश्न 9. अपने घर अथवा स्कूल के आस-पास कचरा फेंकने वाले स्थानों का निरीक्षण कर निम्न तालिका को भरिए :
उत्तर :

 

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कुछ अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्न एवं उनके उत्तर

प्रश्न 1. क्या कचरे का निपटान केवल सरकार का ही उत्तरदायित्व है ?
उत्तर – नहीं, यह केवल सरकार का ही उत्तरदायित्व नहीं है। यह हम सबों का भी उत्तरदायित्व है। हमें चाहिए कि हम कम-से-कम कचरा उत्पन्न करें। हमें कोई ऐसा भी उपाय ढूँढ़ने का प्रयास करना चाहिए कि कचरों के निपटान में सरकार के ऊपर कम- से-कम भार पड़े ।

प्रश्न 2. क्या कचरे के निपटान से सम्बंधित समस्याओं को कम करना सम्भव है ?
उत्तर – हाँ, कचरों के पुन:चक्रण के द्वारा उनके निपटान की समस्याओं को कम करना सम्भव है।

प्रश्न 3. घर में बचे हुए भोजन का आप क्या करते हैं ?
उत्तर- घर में बचे हुए भोजन को हम रेफ्रिजरेटर में सुरक्षित रखते हैं। यदि घर में बिजली या रेफ्रिजरेटर नहीं है तो भोजन को छोटे बर्तन में रखकर बड़े कठौते में पानी भर कर उसमें रख देते हैं और ध्यान रखते हैं कि भोजन में पानी प्रवेश नहीं करने पाए। तब उसे परात से ढंक देते हैं। दूसरे दिन गरम करके उस भोजन का उपयोग कर लेते हैं। कभी-कभी बचे भोजन को और भी स्वादिष्ट व्यंजन में परिवर्तित कर उनका उपयोग कर लेते हैं।

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प्रश्न 4. यदि आपको और आपके मित्रों को किसी पार्टी में प्लास्टिक को प्लेट अथवा केला के पत्ते में खाने का विकल्प दिया जाय तो आप किसे चुनेंगे और क्यों ?
उत्तर—हमलोग प्लास्टिक की प्लेट का त्याग कर केला के पत्ते को चुनेंगे। कारण कि प्लास्टिक के प्लेट का पुनः चक्रण नहीं हो सकता, जबकि केला के पत्ते का पुन: चक्रण आसानी से हो जाएगा। इसका निपटान आसानी से हो सकेगा। यह अधिक प्राकृतिक है, जबकि प्लास्टिक में ये गुण नहीं हैं।

प्रश्न 5. विभिन्न प्रकार के कागज के टुकड़ों को एकत्र कीजिए। पता कीजिए कि इनमें से किसका पुन:चक्रण किया जा सकता है?
उत्तर-चुने हुए कागज के टुकड़ों में से केवल प्लास्टिक के कागज के टुकड़ों के अतिरिक्त सभी टुकड़ों का पुन:चक्रण किया जा सकता है।

प्रश्न 6. एक ऐसा उदाहरण दीजिए जिसमें पैकेजिंग की मात्रा कम की जा सकती है।
उत्तर – क्रॉकरी में पैकेजिंग की मात्रा कम की जा सकती है। अधिक क्रॉकरी के बर्तन बौन पेपर या अखबार में भी पैक किया जा सकता है।

प्रश्न 7. पैकेजिंग से कचरे की मात्रा किस प्रकार बढ़ जा सकती है, इस विषय पर एक कहानी लिखिए।
उत्तर – रामू अपने मित्र श्याम के जन्म दिन पर एक सुन्दर उपहार देना चाहता था । उसने दो पेन खरीदे, जो दोनों अलग-अलग कार्ड बोर्ड के डिब्बे में रखे थे। उन दोनों को मिलाकर वह एक पैकेट बनवाना चाहता था। दुकानदार ने बौन पेपर में दोनों को लपेट कर पैक कर दिया। लेकिन राजू का दिल नहीं भरा। वह चमकदार कागज में पैक करना चाहता था और उसपर अपने नाम का एक सुन्दर टुकड़ा भी साटना चाहता था। दूकानदार वैसे गिफ्ट पेपर रखते भी हैं। उसने उसकी इच्छा के अनुसार पुनः ऊपर से एक चमकदार कागज मढ़ दिया और स्टीकर साट दिया, जिसपर रामू अपना नाम लिख सकता था।
इस प्रकार हमने देखा कि मात्र दो पेन के लिए कितना अधिक कागज का व्यवहार हुआ । निश्चय ही इससे कचरे की बढ़ोतरी होगी ।

प्रश्न 8. क्या आपके विचार सें रासायनिक उर्वरक के स्थान पर अपेक्ष कम्पोस्ट का उपयोग उत्तम होता है ?
उत्तर – निश्चय ही रासायनिक उर्वरक के स्थान पर कम्पोस्ट का उपयोग उत्तम होता. है। रासायनिक उर्वरक क्रमशः खेत को अनुर्वर बनाते जाते हैं जबकि कम्पोस्ट से खेत की उर्वरता लगातार बढ़ती जाती है। दूसरा लाभ यह है, कि कम्पोस्ट के व्यवहार में कचरों का उचित उपयोग हो जाता है।

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BSEB Class 6 Science Chapter 17. जलवायु | Jalvayu Class 6th Science Solutions

Bihar Board Class 6 Science जलवायु (Jalvayu Class 6th Science Solutions) Text Book Questions and Answers 

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17. जलवायु

अभ्यास : प्रश्न और उनके उत्तर

प्रश्न 1. सही उत्तर को चुनिए :

(क) श्वसन के लिए आवश्यक होती है
(i) जल
(ii) वायु
(iii) आग
(iv) खुली जगह

(ख) पर्वतरोही ऊँचे पर्वतों पर चढ़ते समय किस गैस का सिलिंडर अपने साथ ले जाते हैं ?
(i) नाइट्रोजन
(ii) ऑक्सीजन
(iii) कार्बनडाइऑक्साइड
(iv) आर्गन

(ग) वायु एक मिश्रण है :
(i) गैसों का
(ii) जलवाप्प का
(iii) धूल-कणों का
(iv) उपर्युक्त सभी का

(घ) मोमबत्ती का जलना वायु में उपस्थित किस गैस के कारण संभव है?
(i) कार्बन डाइऑक्साइड
(ii) नाइट्रोजन
(iii) आर्गन
(iv) आक्सीजन

(ङ) चूना – जल में फूँकने पर इसका दुधिया रंग में बदलना किस गैस के कारण होता है?
(i) ऑक्सीजन
(ii) नाइट्रोजन
(iii) कार्बनडाइऑक्साइड
(iv) क्लोरीन

उत्तर : (क) (ii), (ख) (ii), (ग) (iv), (घ) (iv), (ङ)) (iii) ।

प्रश्न 2. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए :
(क) पृथ्वी की चारों तरफ घिरी हुई वायु की परत को ……………. कहते हैं ।
(ख) गोताखोर जब भी समुद्र में गहराई तक जाते हैं तब …………. गैस का सिलिंडर ले जाते हैं ।
(ग) वायु में नाइट्रोजन की मात्रा …………… प्रतिशत होती है ।
(घ) पौधे श्वसन में …………… गैस लेते हैं ।
(ङ) जो जीव पानी में रहते हैं, वे श्वसन के लिए पानी में घुली हुई …………… का उपयोग करते हैं ।

उत्तर- -(क) वायुमंडल, (ख) ऑक्सीजन, (ग) 78 प्रतिशत, (घ) कार्बन- डाइऑक्साइड, (ङ) ऑक्सीजन ।

प्रश्न 3. वायु मिश्रण है, कैसे ?
उत्तर – अनेक प्रयोगों से सिद्ध होता है कि वायु मिश्रण है। बिना ऑक्सीजन के मोमबत्ती नहीं जल सकती । फूँक मारने पर चूना जल दूधिया हो जाता हैं । यह प्रक्रम कार्बन डाइऑक्साइड की उपस्थिति दर्शाता है। नाइट्रोजन की उपस्थिति का भी अनुमान लगाया जा सकता है। काँच के गिलास में ठंडा जल रखने पर गिलास की बाहरी सतह पर जल की बूंदें दिखाई पड़ती हैं । यह वायु में जलवाष्प की उपस्थिति दर्शाती है । कमरे की खिड़कियों और दरवाजे को अच्छी तरह बन्द कर दीजिए । इसके पहले उस कमरे में एक साफ टेबुल रखिए। दूसरे दिन आप देखेंगे कि टेबुल पर धूलकण जमा हो गए हैं । निश्चय ही ये धूलकण वायु से आए हैं। इस प्रकार वायु के संघटकों के नाम निम्नलिखित हैं :
(i) नाइट्रोजन, (ii) ऑक्सीजन, (iii) कार्बन डाइऑक्साइड, (iv) जलवाष्प, (v) धूलकण एवं (vi) अन्य (निष्क्रिय) गैसें ।

प्रश्न 4. कौन-सी गैस श्वसन के लिए आवश्यक है ?
उत्तर— ऑक्सीजन गैस श्वसन के लिए आवश्यक है। वायु में ऑक्सीजन की मात्रा 21% है ।

प्रश्न 5. उन क्रियाकलापों की सूची बनाइए, जो वायु की उपस्थति के कारण संभव है ।
उत्तर – वायु की उपस्थिति के कारण होने वाले क्रियाकलाप :
(i) पवन चक्की का चलना; (ii) पाल वाली नाव का आगे बढ़ना, (iii) पतंग का उड़ना, (iv) फूलों के परागकण तथा पौधों के बीज वायु के कारण ही फैल पाते हैं; (v) हवाई जहाज वायु की उपस्थिति में ही उड़ सकता है।

प्रश्न 6. पौधे वायुमंडल में गैसों का संतुलन बनाने में सहायक होते हैं, कैसे?
उत्तर— पौधों को अपना भोजन बनाने के लिए कार्बन डाइऑक्साइड चाहिए और जंतुओं को सांस लेने के लिए ऑक्सीजन चाहिए। इनकी आपूर्ति में दोनों एक-दूसरे की हैं, जिसका उपयोग पौधे अपना भोजन बनाने में कर लेते हैं। ठीक इसके विपरीत पौधे सहायता करते हैं। जन्तु सांस छोड़ते समय शरीर से कार्बन डाइऑक्साइड निकालते अपना सांस छोड़ते समय ऑक्सीजन निकालते हैं, जिसका उपयोग जंतु सांस लेने में करते हैं। इस प्रकार पौधे तथा जन्तु परस्पर एक-दूसरे की सहायता करते हैं। इससे पृथ्वी में ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड का संतुलन बना रहता है। इस प्रकार पौधे वायुमंडल में गैसों का संतुलन बनाने में सहायक होते हैं जिसमें जंतु भी सहयोग करते हैं।

कुछ अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्न एवं उनके उत्तर

प्रश्न 1. आप यह कैसे सिद्ध करेंगे कि वायु ज्वलन में सहायक होती है।
उत्तर—मेज पर एक मोमबत्ती जलाकर रख देंगे। कुछ देर बाद एक खाली गिलास से जलती हुई मोमबत्ती को ढंक देंगे। हम देखेंगे कि जब तक गिलास में वायु रहती है तबतक मोमबत्ती जलती रहती है। जैसे ही वायु मोमबत्ती की लौ के कारण जलकर समाप्त होती है वैसे ही मोमबत्ती भी बुझ जाती है। इससे यह सिद्ध होता है कि वायु ज्वलन में सहायक होती है। बिना वायु के कोई वस्तु जल नहीं सकती।

प्रश्न 2. आप यह कैसे दिखाएँगे कि वायु जल में घुली होती है ?
उत्तर—एक थाली में लगभग दो इंच पानी लेंगे और इसके बीचों-बीच एक मोमबत्ती जलाकर रख देंगे। जलती हुई मोमबत्ती को एक गिलास से ढँक देंगे। हम देखेंगे कि गिलास में जबतक वायु है, तबतक मोमबत्ती जलती है। मोमबत्ती की लौ के कारण वायु के जल जाने पर मोमबत्ती बुझ जाती है। गिलास में स्थित वायु के जल जाने से गिलास में रिक्त स्थान बन जाता है। जल में स्थित वायु उस रिक्त स्थान को भरने के लिए गिलास में कुछ ऊपर तक जल चढ़ जाता है। इससे सिद्ध होता है कि जल में भी वायु घुली हुई है।

प्रश्न 3. रुई का ढेर जल में क्यों सिकुड़ जाता है ?
उत्तर— रुई के अन्दर काफी मात्रा में वायु रहती है, जिस कारण वह फूला हुआ.. रहता है। जैसे ही उसे जल में डालते हैं, उसमें की वायु बाहर निकल जाती है। इस कारण रुई या रुई का ढेर सिकुड़ जाता है।

प्रश्न 4. पृथ्वी के चारों ओर की वायु की परत …………… कहलाती है।
उत्तर— वायुमंडल |

प्रश्न 5. हरे पौधों को अपना भोजन बनाने के लिए वायु के एक ……………….. की आवश्यकता होती है।
उत्तर—अवयव कार्बन डाइऑक्साइड ।

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BSEB Class 6 Science Chapter 16. जल | Jal Class 6th Science Solutions

Bihar Board Class 6 Science जल (Jal Class 6th Science Solutions) Text Book Questions and Answers 

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16. जल

अभ्यास : प्रश्न और उनके उत्तर

प्रश्न 1. रिक्त स्थानों की पूर्ति करें :
(क) जल को वाष्प में बदलने की क्रिया को …………. कहते हैं ।
(ख) जलवाष्प को जल में बदलने की क्रिया को …………… कहते है ।
(ग) एक वर्ष या इससे अधिक समय तक वर्षा न होने से उस क्षेत्र में …………. होने की आशंका होगी ।
(घ) अत्यधिक वर्षा से ……………… आती है ।

उत्तर- (क) वाष्पीकरण, (ख) संघनन, (ग) सूखाड़, (घ) बाढ़ ।

प्रश्न 2. निम्नलिखित में से प्रत्येक का सम्बन्ध क्या वाष्पन अथवा संघनन से है ?
(क) गीले कपड़ों पर स्त्री करने पर भाप का ऊपर उठना ।
(ख) सर्दियों में प्रातः काल कोहरे का दिखना ।
(ग) गीले कपड़े से पोंछने के बाद श्यामपट्ट कुछ समय बाद सूख जाता है ।
(घ) गर्म छड़ पर जल छिड़कने से भाप का ऊपर उठना ।

उत्तर—(क) वाष्पीकरण, (ख) संघनन, (ग) वाष्पीकरण, (घ) वाष्पीकरण |
(नोट : वाष्पीकरण के लिए ‘वाष्पन’ भी लिख सकते हैं ।)

प्रश्न 3. बादल कैसे बनता है ?
उत्तर—पृथ्वी से जलवाष्प सदैव आसमान की ओर अग्रसर होते रहता है। जैसे- जैसे जलवाष्प ऊपर जाता है वैसे-वैसे ठंडक बढ़ती जाती है। एक समय ऐसा आता है कि ठंडी पाकर जलवाष्प संघनित होकर जल की छोटी बन्दों के रूप में बदल जाते हैं। वे बून्दे पृथ्वी पर से बादल के रूप में दिखाई देती हैं।

प्रश्न 4. गाँव में जल का संग्रहण कैसे करेंगे ?
उत्तर – देखा गया है कि प्रायः किसी भी गाँव की बसावट ऐसी होती है कि वर्षा जल किसी एक ओर ही बहकर जाता है । अर्थात एक ओर की जमीन ढालुआँ रहती . है । ढालू जमीन की दिशा में गाँव से बाहर एक या अधिक तालाब बनवाया जाएगा।
उसी या उन्हीं तालाबों में वर्षा जल का संग्रहण होगा। उस तालाब में मछली पालन भी हो सकता है। जल की कमी के समय उसी जल से काम चलाया जाएगा।

प्रश्न 5. वर्षा के मौसम में कपड़े जल्दी क्यों नहीं सूखते हैं?
उत्तर—वर्षा के मौसम अर्थात् बरसात में वायुमंडल में जलवाष्प की वृद्धि हो जाती है। फलतः वाप्पन बहुत कम हो पाता है। इसी कारण इन दिनों कपड़े जल्दी नहीं सूखते ।

कुछ अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्न एवं उनके उत्तर

प्रश्न 1. मान लीजिए आप अपनी स्कूल यूनिफार्म को वर्षा वाले दिन शीघ्र सुखाना चाहते हैं। क्या इसे किसी अंगीठी या हीटर के पास फैलाने पर इस कार्य में सहायता मिलेगी ? यदि हाँ, तो कैसे ?
उत्तर—हाँ, अंगीठी या हीटर के पास भींगे यूनिफार्म या किसी भी कपड़े को फैलाने पर सूखने मे सहायता मिलेगी। कारण कि अंगीठी या हीटर के आसपास की हवा गर्म रहती है। इससे कपड़े शीघ्र सूख जाएँगे ।

प्रश्न 2. जल भरी एक ठंडी बोतल रेफ्रिजरेटर से निकालिए और इसे मेज पर रखिए। कुछ समय पश्चात् आप बोतल के चारों ओर जल की गड्डमड्ड बूँदें देखेंगे। क्यों ?
उत्तर—बोतल के अन्दर ठंडे जल के सम्पर्क में बोतल के आस-पास की वायु में उपस्थित जलवाष्प संघनित होकर बोतल के चारों ओर बून्दों के रूप में दिखाई देने लगते हैं। वे बून्हें बाद में एकत्र हो चूकर मेज पर ईधर-उधर फैल जाते हैं, जिसे पाठ्यपुस्तक में ‘गड्ड-मड्ड’ लिखा है।.

प्रश्न 3. चश्मों के लेंस साफ करने के लिए लोग उस पर फूँक मारते हैं तो लैंस भींग जाते हैं। लैंस क्यों भींग जाते हैं? समझाइए |
उत्तर – मुँह की हवा में जलवाष्प की अधिकता रहती है। इस कारण लैंसों पर फूक मारने से हवा के जलवाप्प संघनित होकर लैंसों को भींगो देते हैं। फ्रँक मारने से लेंसों के भींगने का यही कारण है।

प्रश्न 4. सूखा कब पड़ता है ?
उत्तर— जब एक-दो वर्षों तक वर्षा नहीं होती और भूमि पर का सारा जल वाप्पित होकर उड़ जाता है तब सूखा पड़ जाता है। सूखा से कृषि को भारी नुकसान होता है। पेय जल की भी कमी पड़ जाती है।

प्रश्न 5. निम्नलिखित को परिभाषित कीजिए :
(1) जलचक्र – जलचक्र वैसा प्रक्रम है जो जल पृथ्वी के ऊपरी सतह से जलवाष्प के रूप में वायु में जाता है तथा वर्षा ओला एवं हिम के रूप में वापस लौटता है और अन्त रहता में नदियों से होते हुए महासागरों में वापस लौट आता है। यह प्रक्रम सदैव चलते है । इसी प्रक्रम को जलचक्र कहते हैं ।
(2) वाष्पोत्सर्जन — सभी पौधों को वृद्धि के लिए जल की आवश्यकता होती है। पौधे इस जल की कुछ मात्रा का उपयोग अपना भोजन बनाने में करते हैं तथा कुछ मात्रा को भिन्न-भिन्न भागों में सुरक्षित रखते हैं। जल का कुछ शेष भाग वाष्पोत्सर्जन प्रक्रम द्वारा जलवाष्प के रूप में वायु में मिला देते हैं ।
(3) संघनन — जल को पृथ्वी की सतह पर पुन: वापस लाने में संघनन – प्रक्रम की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। जलवाष्प को संघनित होने से ही बादल वर्षा के रूप में जल बरसाते हैं ।
(4) जलकणिका— जैसे-जैसे हम पृथ्वी की सतह से ऊपर जाते हैं वैसे-वैसे वायु ऊपर उठती जाती है जिससे तापमान कम होते जाता है और वह ठंडी होती जाती है। पर्याप्त ऊँचाई पर वायु इतनी ठंडी हो जाती है कि इसमें उपस्थित जलवाष्प संघनित होकर छोटी-छोटी जल की बून्दों में परिणत हो जाता है। इन्ही बून्दों को जलकणिका कहते हैं।
(5) भौम जल – वर्षा के जल का कुछ भाग भूमि द्वारा सोख लिया जाता है । यह. जल मृदा में विलुप्त हो जाता है। शेष जल धीरे-धीरे भूमि के नीचे रिसता रहता है । इस जल का अधिकांश भौम जल के रूप में प्राप्त होता है ।

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BSEB Class 6 Science Chapter 15. चुम्‍बक | Chumbak Class 6th Science Solutions

Bihar Board Class 6 Science चुम्‍बक (Chumbak Class 6th Science Solutions) Text Book Questions and Answers 

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15. चुम्‍बक

अभ्यास: प्रश्न और उनके उत्तर

प्रश्न 1. रिक्त स्थानों की पूर्ति करें :
(क) जो पदार्थ चुम्बक की ओर खिचता है …………… पदार्थ कहलाता है ।
(ख) चुम्बक के जिन स्थानों पर लोहे का बुरादा अधिकं चिपकता है, चुम्बक के ……………… कहलाते हैं।
(ग) स्वतंत्र रूप से लटका हुआ चुम्बक सदा ……………….. की दिशा में ही रुकता है ।
(घ) जब दो समान ध्रुव आमने-सामने रहते हैं, तब …………….. होता है ।
(ङ) जब दो असमान ध्रुव आमने-सामने होते हैं, तब …………………. होता है।

उत्तर- (क) चुम्बकीय, (ख) ध्रुव, (ग) उत्तर-दक्षिण, (घ) विकर्षण, (ङ) आकर्षण |

प्रश्न 2. मिलान कीजिए :
(क) मैग्नेटाइट                                   (क) उत्तरी एवं दक्षिणी
(ख) लोहा, निकिल, कोबाल्ट            (ख) अचुम्बकीय पदार्थ
(ग) दो ध्रुव                                       (ग) यूनान का चरवाहा
(घ) लकड़ी                                     (घ) चुम्बकीय पदार्थ
(ङ) मेगनस                                    (ङ) प्राकृतिक चुम्बक

उत्तर : (क)→ (ङ), (ख)→ (घ), (ग) (क), (घ) (ख), (ङ) (ग)।

प्रश्न 3. निम्न वाक्यों में जो सही हो उनके सामने (सही) का चिह्न एवं गलत के सामने (गलत) का चिह्न लगायें :
(क) प्लास्टिक एक चुम्बकीय पदार्थ है।
(ख) कृत्रिम चुम्बक का आविष्कार यूनान में हुआ था ।
        (सही यह है कि यूनान में प्राकृतिक चुम्बक का आविष्कार हुआ था ।)
(ग) जो वस्तु चुम्बक की ओर आकर्षित होती है, चुम्बकीय वस्तु कहलाती है
(घ) चुम्बक के दो ध्रुव होते हैं ।

उत्तर—(क)–(गलत), (ख)–(गलत), (ग)–(सही), (घ)–(सही)

प्रश्न 4. चुम्बक के किन्हीं दो गुणों को लिखिए |
उत्तर – चुम्बक के प्रमुख दो गुण निम्नलिखित हैं :
(क) उत्तर-दक्षिण दिशा का ज्ञान प्राप्त करने में चुम्बक का उपयोग होता है। इसे किसी कील पर स्वतंत्र छोड़ दिया जाय तो इसके नोक उत्तर-दक्षिण दिशा में स्थिर हो जाते हैं। (ख) लोहा, निकल, कोबाल्ट आदि धातुओं को आकर्षित करने में चुम्बक का उपयोग होता है।

प्रश्न 5. छड़ चुम्बक के ध्रुव कहाँ स्थित होते हैं?
उत्तर—छड़ चुम्बक के ध्रुव उसके दोनों छोरों पर स्थित होते हैं।

प्रश्न 6. आप लोहे की पत्ती को चुम्बक कैसे बनाएँगे?
उत्तर – दी गई लोहे की पत्ती को किसी समतल टेबुल पर रखेंगे और उसे बाएँ को पत्ती हाथ से स्थिर दबाए रखेंगे। दाहिने हाथ से किसी छड़ चुम्बक के किसी ध्रुव .पर एक ओर से दूसरी ओर रगड़ते हुए ले जाएँगे और अंतिम छोर पर पहुँचते ही उसे ऊपर उठा लेंगे। फिर वही क्रिया बार-बार दोहराएँगे। यह क्रिया तब तक करते रहेंगे जबतक कि पत्ती पूरी तरह चुम्बक न बन जाए।

प्रश्न 7. दिशा-निर्धारण में चुम्बकीय कंपास का किस प्रकार प्रयोग होता है?
उत्तर – कम्पास को उस स्थान के किसी समतल स्थान पर रखते हैं. जहाँ की दिशा का ज्ञान प्राप्त करना होता है। इसकी सूई पहले से चाहे जिस दिशा में हो, विरामावस्था में आते ही दोनों सूइयाँ उत्तर-दक्षिण दिशा में आकर स्थिर हो जाती हैं। उत्तर-दक्षिण दिशा का ज्ञान होते ही अन्य दिशाओं को समझा जा सकता है।

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कुछ अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्न एवं उनके उत्तर

प्रश्न 1. एक छड़ चुम्बक पर ध्रुवों की पहचान का कोई चिह्न नहीं है। आप कैसे ज्ञात करेंगे कि उसके किस सिरे के समीप उसका उत्तरी ध्रुव स्थित है ?
उत्तर – यह ज्ञात करने के लिए कि छड़ चुम्बक का उत्तर ध्रुव किस ओर स्थित है, जिस पर कोई चिह्न अंकित नहीं है, एक छड़ चुम्बक लेंगे, जिनपर ध्रुवों के चिह्न अंकित हैं। दोनों छड़ चुम्बकों को बारी-बारी से चुम्बक के सिरों पर ले जाएँगे। जो सिरा चिह्नित सिरा के उत्तर ध्रुव को सटाने पर विकर्षित होगा वह उत्तर ध्रुव है और जो सिरा उत्तर ध्रुव को सटाने पर आकर्षित होगा वह दक्षिण ध्रुव है। स्पष्ट है कि समान ध्रुवों को निकट लाने पर विकर्षण होता है और असमान ध्रुवों को निकट लाने पर आकर्षण होता है।

प्रश्न 2. यह देखा गया है कि पेंसिल छीलक (शार्पनर ) यद्यपि प्लास्टिक का बना होता है फिर भी चुम्बक के दोनों ध्रुवों से चिपकता है । उस पदार्थ का नाम बताइए, जिसका उपयोग इसके किसी भाग के बनाने में किया गया है।
उत्तर – यद्यपि पेंसिल छिलक का बॉडी प्लास्टिक का बना होता है तथापि छिलक लोहा का बना होता है। चूँकि लोहा एक चुम्बकीय पदार्थ है, इसी कारण पूरा पेंसिल, छीलक चुम्बक के दोनों ध्रुवों से चिपकता है। स्पष्ट है कि लोहा के कारण ही चुम्बक उससे चिपकता है ।

प्रश्न 3. चुम्बक का वर्गीकरण कर इसकी विशेषताएँ बताइए ।
उत्तर—प्रकृति में एक ऐसी चट्टान पाई जाती है, जिसमें चुम्बकयुक्त लोहा पाया जाता है। ऐसे चुम्बक को प्राकृतिक चुम्बक कहते हैं। प्राकृतिक चुम्बक से कृत्रिम चुम्बक बनाए जाते हैं, जो कई आकार के होते हैं : (i) नाल चुम्बक घोड़े के नाल के आकार का होता है। (ii) छड़ चुम्बक चौकोर आकार में लम्बा होता है। (iii) बेलनाकार चुम्बक बेलन के आकार का होता है। प्रकृति में दो प्रकार के पदार्थ पाए जाते हैं (i) चुम्बकीय पदार्थ तथा (ii) अचुम्बकीय पदार्थ ।
चुम्बक केवल चुम्बकीय पदार्थ को ही आकर्षित कर सकता है। इस प्रकार चुम्बक का पहला गुण है कि वह चुम्बकीय पदार्थ को आकर्षित कर लेता है। लोहा, निकेल, कोबाल्ट आदि चुम्बकीय पदार्थ हैं जबकि लकड़ी, प्लास्टिक आदि अचुम्बकीय पदार्थ हैं। हर चुम्बक में दो ध्रुव होते हैं: उत्तर (N) ध्रुव तथा दक्षिण (S) ध्रुव । असमान ध्रुव चुम्बक को आकर्षित करता है जबकि समान ध्रुव उन्हें विकर्षित करता है। चुम्बक ने दिशासूचक या कम्पास बनकर मनुष्य की, खासकर नाविकों की अपार सेवा की है। चूँकि चुम्बक के ध्रुव केवल उत्तर-दक्षिण दिशा में ही स्थिर हो पाते हैं, अतः इनसे दिशा का ज्ञान आसानी से हो जाता है। प्राकृतिक चुम्बक से कृत्रिम चुम्बक तो बनते ही हैं, हम कृत्रिम चुम्बक से भी किसी लोहे की छड़ या पत्तर को चुम्बक बना सकते हैं। चुम्बक को गरम करने या उसे हथौड़े से पीटने से वह अपने चुम्बकत्व का गुण खो देता है। एक बात हमें ध्यान रखनी है कि रेडियो, ट्रांजिस्टर टेप्लिवीजन जैसे नाजुक विद्युतीय यंत्रों से चुम्बक को दूर ही रखा जाय, वरना ये यंत्र खराब हो जा सकते हैं।

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BSEB Class 6 Science Chapter 14. बल्‍ब जलाओ जगमग-जगमग | Bulb Jalao Jagmag Jagmag Class 6th Science Solutions

Bihar Board Class 6 Science बल्‍ब जलाओ जगमग-जगमग (Bulb Jalao Jagmag Jagmag Class 6th Science Solutions) Text Book Questions and Answers 

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14. बल्‍ब जलाओ जगमग-जगमग

पाठ में आए कुछ प्रश्न एवं उनके उत्तर

प्रश्न 1. कौन बिजली का चालक है और कौन कुचालक है?
उत्तर- जिससे होकर बिजली गुजरती है, वह बिजली का चालक होता है तथा जिससे होकर बिजली नहीं गुजरती है, वह बिजली का कुचालक होता है। जैसे— लोहे की चाभी, ताँबा का तार आदि बिजली के चालक हैं तथा कागज, प्लास्टिक आदि बिजली के कुचालक है।

प्रश्न 2. अब सोचकर लिखें कि सर्किट बनाने से पहले तार के सिरों से प्लास्टिक क्यों हटाते हैं ?
उत्तर—क्योंकि प्लास्टिक बिजली का कुचालक होता है और इससे होकर बिजली प्रवाहित नहीं हो सकती है । अतः इसके रहते सर्किट पूरा नहीं होता, इसलिए इसे सर्किट बनाने से पहले तार के सिरों से प्लास्टिक को हटा देते हैं।

प्रश्न 3. बल्ब का काला चपड़ा चालक है या कुचालक ? बल्ब में चपड़ा क्यों लगा होता है ?
उत्तर—बल्ब का काला चपड़ा कुचालक होता है । बल्ब में जब बिजली प्रवाहित होती है, तब वह चपड़ा दोनों सिरों—धन सिरा एवं ऋण सिरा— को पृथक् रखता है।

प्रश्न 4. टॉर्च में दो सेलों को कैसे डालना चाहिए ?
उत्तर—टॉर्च में दो सेलों को हमेशा इस तरह डालना चाहिए कि एक सेल की घुंडी वाला धन सिरा (+) दूसरे सेल के चपटे ऋण सिरे (-) को सीधे या धातु के जरिए छूता रहे।

प्रश्न 5. सेलों से बल्ब तक का सर्किट कैसे पूरा होता है ?
उत्तर—जब टॉर्च को बंद करते हैं, तो बल्ब का घुंडी वाला सिरा सीधे सेल की घुंडी को छूता है। बल्ब का यह सिरा और दोनों सेल आपस में कसकर सटे रहते हैं, जिसके लिए टॉर्च के निचले ढक्कन में एक मोटे तार का स्प्रिंग होता है। स्प्रिंग होने से बल्ब की घुंडी और दोनों सेल आपस में सटकर जुड़े रहते हैं। ऊपर इस तार के साथ स्विच की पत्ती जुड़ी होती है। इस प्रकार सेल से बल्ब तक का सर्किट पूर्ण हो जाता हैं।

प्रश्न 6. कभी सोचा है कि वल्व में रोशनी कैसे होती है ?
उत्तर – बल्ब में रोशनी उसके अंदर फिलामेन्ट के तार के जलने से होती है।

प्रश्न 7. बल्ब के पतले तार के कुंडल में क्या होता हैं ?
उत्तर—अत्यंत गर्मी के कारण बैटरी से मिले ऊष्मा के कारण बल्ब का कुंडल (Coil) गर्म होकर चमकने लगता है, जिससे रोशनी होने लगती है।

प्रश्न 8. जलते हुए बल्ब को जरा छूकर देखें | क्या बल्ब कुछ गर्म लगा?
उत्तर – हाँ, जलते हुए बल्ब को छूने पर गर्म लगा ।

अभ्यास : प्रश्न और उनके उत्तर

प्रश्न 1. सही उत्तर को चुनिए :

(क) निम्न वस्तुओं में बिजली का चालक है :
(i) लकड़ी
(ii) कागज
(iii) प्लास्टिक
(iv) लोहा

(ख) बल्ब के आविष्कारक थे :
(i) जेम्स वाट
(iii) ग्राहम बेल
(ii) एडीसन
(iv) जहाँगीर भाभा

(ग) बल्ब की कुंडली किस धातु की बनी होती है ?
(i) लोहा
(ii) पीतल
(iii) टंगस्टन
(iv) स्टील

(घ) हवा है :
(i) बिजली का चालक
(ii) बिजली का कुचालक
(iii) कभी चालक, कभी कुचालक
(iv) इनमें से कोई नहीं

उत्तर : (क) (iv), (ख) (ii), (ग) (iii), (घ) (ii) |

प्रश्न 2. निम्न रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए :
(क) जब विद्युत धारा सेल के एक सिरे से तार व बल्ब से होते हुए सेल के दूसरे सिरे तक प्रवाहित होती है तो इस चक्कर को……….. कहते हैं ।
(ख) किसी वस्तु को विद्युत परिपथ में जोड़ने पर बल्ब जल उठता है, तो इस वस्तु को विद्युत का ……………कहते हैं ।
(ग) ऐसी चीजें जिनको सर्किट में जोड़ने से बल्ब नहीं जलता है, इन्हें …………………. कहा जाता है ।

उत्तर — (क) परिपथ, (ख) चालक, (ग) कुचालक ।

प्रश्न 3. राहुल ने एक नया सेल खरीदा। उसकी घुंडी पर एक प्लास्टिक की सील बनी थी । प्लास्टिक की सील हटाए बिना राहुल ने सेल को टॉर्च में डाला । बताएँ राहुल की टॉर्च क्यों नहीं जली?
उत्तर – राहुल की टॉर्च इसलिए नहीं जल सकती क्योंकि सेल की घुंडी पर प्लास्टिक के सील को हटाया नहीं गया है। इससे परिपथ पूरा नहीं हो रहा है, जिससे टॉर्च नहीं जल सकती ।

प्रश्न 4. बल्ब के अंदर का कुंडल टूटने के कारण जब बल्ब फ्यूज हो जाता है, तो बताएँ तब बल्ब क्यों नहीं जलता है ?
उत्तर—बल्ब के अन्दर का कुंडल टूट गया है, इस कारण वह तप्त नहीं हो पाता । तप्त नहीं होने के कारण ही बल्ब नहीं जलता ।

प्रश्न 5. किशन के पास एक ही तार था । तार के एक सिरे को उसने अपने बल्ब की चूडी पर कसा और दूसरा सिरा सेल पर दबाया। फिर एक स्टील के डिब्बे पर सेल और बल्ब को दबाकर इस तरह रखा कि उसका बल्ब जल उठा । अपनी कॉपी में चित्र बनाकर समझाएँ कि एक ही तार से उसका परिपथ कैसे पूरा हो गया ?
उत्तर—चित्र में बल्ब की घुंडी सेल के धन ध्रुव से सटी हुई है और दूसरे सेल का धन ध्रुव पहले सेल के ऋण ध्रुव से सटा हुआ है। उधर तार का एक सिरा बल्ब की चूड़ी में लपेटा हुआ है और दूसरा सिरा दूसरे सेल के ऋण ध्रुव से सटा हुआ है । इस प्रकार परिपथ पूर्ण हो जाता है और बल्ब जलने लगता है । image

प्रश्न 6. अपने शब्दों में समझाएँ कि बल्ब में रोशनी कैसे होती है?
संकेत : पाठ की मुख्य बातें का पहला पैरा देखें !

कुछ अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्न एवं उनके उत्तर

प्रश्न 1. विद्युत् मिस्त्री द्वारा उपयोग किए जाने वाले औजार जैसे पेचकस और प्लायर्स (पिलाश) के हत्थों पर प्रायः प्लास्टिक या रबर के आवरण चढ़े होते हैं। क्या आप इसका कारण समझा सकते हैं ?
उत्तर—प्लास्टिक या रबर विद्युत् के अवरोधक होते हैं। विद्युत् के झटकों से मिस्त्री के बचाव के लिए पेचकस और प्लायर्स के हत्थों पर प्लास्टिक या रबर के आवरण चढ़े होते हैं। ऐसा कर देने से विद्युत् मिस्त्री नि:शंक काम करते रहता है।

प्रश्न 2. व्याख्या कीजिए कि बगल के चित्र में दर्शाई गई व्यवस्था में बल्ब क्यों नहीं दीप्तिमान होता है ?
उत्तर—बगल के चित्र में चूँकि परिपथ में अवरोधक पदार्थ लकड़ी का टुकड़ा आ गया है, इसी कारण बल्ब दीप्तिमान नहीं होता है। यदि परिपथ के बीच से लकड़ी को हटा दिया जाय और सेल के टर्मिनल से निकले तार को बल्ब से निकले धन टर्मिनल के तार से जोड़ दिया जाय तो बल्ब दीप्तिमान हो उठेगा।

प्रश्न 3. निम्नांकित को परिभाषित करें :
(i) विद्युत चालक, (ii) विद्युत रोधक, (iii) विद्युत सेल ।
उत्तर- (i) विद्युत चालक – जो पदार्थ अपने अन्‍दर से विद्युत-धारा का प्रवाह होने देते हैं वे विद्युत-चालक कहलाते हैं।  जैसे— ताँबा, अलमुनियम ।
(ii) विद्युत रोधक – कुछ पदार्थ अपने अन्दर से विद्युत धारा को प्रवाहित नहीं होने देते हैं, वैसे पदार्थ विद्युत रोधक कहलाते हैं जैसे थर्मोकोल विद्युत रोधक है।
(iii) विद्युत सेल – विद्युत सेल में एक ओर धातु की टोपी तथा दूसरी ओर धातु की डिस्क (चक्रिका) होती है। धातु की टोपी को धनात्मक सिरा एवं धातु की डिस्क को ऋणात्मक सिरा कहते हैं। विद्युत सेल में संचित रासायनिक पदार्थों से सेल विद्युत उत्पन्न करता है । जब विद्युत सेल में संचित रासायनिक पदार्थ समाप्त हो जाते हैं तो सेल विद्युत उत्पन्न करना बन्द कर देता है।

प्रश्न 4. बगल में दर्शाए गए आरेख को पूरा कीजिए और बताइए कि बल्ब को दीप्तिमान करने के लिए तारों के स्वतंत्र सिरों को किस प्रकार जोड़ना चाहिए ?
उत्तर- बल्ब को दीप्तिमान करने के लिए तारों के स्वतंत्र सिरों को इस प्रकार जोड़ना चाहिए कि सेल का धन टर्मिनल और बल्ब का धन टर्मिनल परस्पर मिल जायँ और साथ ही सेल के ऋण टर्मिनल और बल्ब के ऋण टर्मिनल को भी आपस में मिल जाना चाहिए। इस प्रकार परिपथ को व्यवस्थित करते ही बल्ब दीप्तिमान हो उठेगा।

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BSEB Class 6 Science Chapter 13. प्रकाश | Parkas Class 6th Science Solutions

Bihar Board Class 6 Science प्रकाश (Parkas Class 6th Science Solutions) Text Book Questions and Answers 

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13. प्रकाश

पाठ में आए कुछ प्रश्न एवं उनके उत्तर

प्रश्न 1. अंधेरे में किसी वस्तु को क्यों नहीं देख पाते ?
उत्तर— क्योंकि किसी वस्तु को देखने के लिए प्रकाश का होना अति आवश्यक होता है ।

प्रश्न 2. क्या होता है, जब प्रकाश की व्यवस्था कर ली जाती है?
उत्तर – प्रकाश की व्यवस्था कर लेने पर वस्तुएँ दिखाई देने लगती है

प्रश्न 3. प्रकाश-स्रोत के समाने यदि कुछ किताब या लकड़ी की वस्तुएँ रखें, तो क्या होता है ?
उत्तर—किताब या लकड़ी की वस्तुएँ अपारदर्शक होती हैं, जिनसे होकर प्रकाश- किरणें बाहर नहीं निकलतीं । अतः प्रकाश स्रोत के सामने इन्हें रख देने पर प्रकाश – स्रोत के पीछे इनकी छाय बनती है ।

प्रश्न 4. क्या सूर्य के अतिरिक्त भी प्रकाश स्रोत हैं?
उत्तर – हाँ, जैसे लालटेन, बल्ब आदि सूर्य के अतिरिक्त प्रकाश स्रोत हैं।

प्रश्न 5. प्रकाश में यदि किसी अपारदर्शी वस्तु को रखें, तो क्या उस वस्तु की तरह कोई आकृति दिखाई देती है ?
उतर- हाँ, प्रकाश में यदि किसी अपारदर्शी वस्तु को रखें, तो उस वस्तु की तरह की आकृति दिखाई देती है। इस आकृति को छाया कहते हैं ।

अभ्यास : प्रश्न और उनके उत्तर

प्रश्न 1. सही उत्तर को चुनिए :

(क) किसी भी वस्तु को देखने के लिए आवश्यक है :
(i) प्रकाश
(ii) अँधेरा
(iii) (i) एवं (ii) दोनों
(iv) इनमें से कोई नहीं

(ख) प्रकाश गमन करता है।
(i) सीधी रेखा में
(ii) टेढ़ी रेखा में
(iii) उल्टी रेखा में
(iv) उपर्युक्त सभी में

(ग) प्रकाश स्रोत से पहला दर्पण पर पड़नेवाली किरण कहलाती है :
(i) परावर्तित किरणं
(ii) आपतित किरण
(iii) सीधी रेखा
(iv) उल्टी रेखा

(घ) जब किसी अपारदर्शी वस्तु को प्रकाश में रखते हैं तो वस्तु के दूसरी ओर प्रकाश नहीं जा पाता फलतः वस्तु अपनी तरह की आकृति बनाती है, इसे कहते हैं :
(i) प्रकाश
(ii) छाया
(iii) प्रति छाया
(iv) इनमें से कोई नहीं

(ङ) छाया दिखाई दे सकती है.
(i) दीवार पर
(ii) परदे पर
(iii) जमीन पर
(iv) उपर्युक्त सभी में

उत्तर : (क) → (i), (ख)→ (i), (ग)→ (ii), (घ)→(ii), (ङ)→(ii) ।

प्रश्न 2. कोष्ठक में दिए गए शब्दों में से सही शब्द चुनकर खाली स्थान को भरिए :
(क) लकड़ी का टुकड़ा…………….. हैं।                                                         (पारदर्शी / अपारदर्शी / पारभासी)
(ख) काँच का टुकड़ा ………………… है।                                                        (पारदर्शी / अपारदर्शी / पारभासी)
(ग) दर्पण में …………………….बनता है ।                                                       (बिम्ब / प्रतिबिम्ब )
(घ) प्रकाश …………… रेखा में गमन करता है ।                                               (सीधी / ठंढी)
(ङ) किसी वस्तु को देखते हैं …………के कारण ।                                             (परावर्तन / पारदर्शिता)

उत्तर— (क) अपारदर्शी, (ख) पारदर्शी, (ग) प्रतिबिम्ब, (घ) सीधी, (ङ) परावर्तन ।

प्रश्न 3. पारदर्शी, अपारदर्शी तथा पारभासी वस्तुओं के तीन-तीन उदाहरण दीजिए ।
उत्तर : पारदर्शी वस्तु : प्लेन काँच, पोलीथीन, सेलीफेन ।
अपारदर्शी वस्तु  : लकड़ी का तक्था, गत्ता, दीवार ।
पारभासी वस्तु : धुँआ, तेलहा कागज, कोहरा ।

प्रश्न 4. क्या अंधेरे कमरे में दर्पण के सामने आप अपना प्रतिबिम्ब देख सकते हैं । यदि नहीं, तो क्यों ?
उत्तर—अँधरे कमरे में दर्पण के सामने अपना प्रतिबिम्ब नहीं देख सकते। कारण कि प्रकाश की अनुपस्थिति में दर्पण में बिम्ब का प्रतिबिम्ब नहीं बन सकता है। प्रकाश के अभाव में न तो प्रकाश आपतित होता है न परावर्तित होता है 1

प्रश्न 5. छाया देखकर किन-किन वस्तुओं को पहचान सकते हैं? सूची बनाइए ।
उत्तर—निम्नलिखित वस्तुओं की छाया को हम पहचान सकते हैं :
वृक्ष, घर, आलमारी, मेज, कुर्सी, आदमी, कुत्ता, बिल्ली इत्यादि ।

प्रश्न 6. कैसे बताएँगे कि प्रकाश किरण सीधी रेखा में चलती है ? अपने साथियों के बीच प्रयोग करके दिखाएँ ।
उत्तर – एक पीन होल केमरा बनाएँगे और उससे होकर एक जलती मोमबत्ती को देखेंगे। मोमबत्ती का प्रतिबिम्ब उल्टा दिखाई देगा। इससे सिद्ध होता है कि प्रकाश की किरणें सीधी रेखा में गमन करती हैं ।
अथवा, एक आयताकार गत्ता लेंगे। उसके बीच में एक छोटा छिद्र बना देंगे। कुछ दूरी पर एक मोमबत्ती जला देंगे। कुछ दूरी से गत्ते के छिद्र से होकर मोमबत्ती के लौ को देखेंगे। यदि छिद्र ठीक सीध में रहेगा तो लौ दिखेगा। थोड़ा भी इधर-उधर होने पर लौ दिखाई नहीं देगा। इससे निष्कर्ष निकलता है प्रकाश किरण सीधी रेखा में चलती है।
दिन के प्रकाश में किसी कमरे में बन्द हो जाइए । कमरा अँधेरा हो जाएगा। यदि छप्पर के किसी छिद्र से प्रकाश आ रहा हो तो आप देखेंगे कि वह बिल्कुल सीधी रेखा में जमीन से टकरा रहा है। इससे भी सिद्ध होता है कि प्रकाश की किरणें सीधी रेखा में गमन करती हैं। image

कुछ अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्न एवं उनके उत्तर

प्रश्न 1. पारदर्शी तथा अपारदर्शी में अन्तर बताइए ।
उत्तर – पारदर्शी वस्तु से हम आरपार देख सकते हैं, जबकि अपारदर्शी वस्तु से आरपार नहीं देख सकते। पारदर्शी वस्तु की छाया नहीं बनती, किन्तु अपारदर्शी वस्तु की छाया बनती है।

प्रश्न 2. छाया क्या है ?
उत्तर—किसी प्रकाशमान वस्तु के पास किसी अपारदर्शी वस्तु को रखने पर उस वस्तु जैसी एक आकृति बनती है। इसी आकृति को छाया कहते हैं ।

प्रश्न 3. प्रतिदिम्ब किसे कहते हैं?
उत्तर – किसी बिम्ब का दर्पण में बनने वाली आकृति को प्रतिबिम्ब कहते हैं । प्रतिबिम्ब दर्पण से उतनी ही दूरी पर बनता है, जितनी दूरी पर बिम्ब रखा जाता है।

प्रश्न 4. क्या आप कोई ऐसी आकृति बनाने के बारे में सोंच सकते हैं जो एक ढंग से रखी जाने पर वृत्ताकार छाया बनाए और दूसरे ढंग से रखी जाने पर आयताकार छाया बनाए ।
उत्तर – हाँ, पावकित आकृति एक ऐसी आकृति है जिसे एक ढंग से रखने पर वृत्ताकार छाया बनाती है तथा दूसरे ढंग से रखने पर आयताकार छाया बनाती है।

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BSEB Class 6 Science Chapter 12. दुरी मापन एवं गति | Duri Mapan Evam Gati Class 6th Science Solutions

Bihar Board Class 6 Science दुरी मापन एवं गति (Duri Mapan Evam Gati Class 6th Science Solutions) Text Book Questions and Answers 

 

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12. दुरी मापन एवं गति

पाठ में आए कुछ प्रश्न एवं उनके उत्तर

प्रश्न 1. बाजार में दुकानदार कपड़ा कैसे नापता है ?
उत्तर—बाजार में दुकानदार कपड़ा मीटर (पैमाने ) से नापता है ।

प्रश्न 2. अमीन खेत की लम्बाई-चौड़ाई कैसे नापता है ?
उत्तर—अमीन खेत की लम्बाई-चौड़ाई सिकड़ (जरीब) अथवा फीता से नापता है।

प्रश्न 3. अपने गाँव के पास के शहर की दूरी को आप कैसे नापेंगे ?
उत्तर- अपने गाँव के पास के शहर की दूरी हम कदम से नापेंगे।

प्रश्न 4. दर्जी हमारे कपड़े की नाप कैसे लेता है ?
उत्तर- दर्जी हमारे कपड़े की नाप फीता से लेता है।

प्रश्न 5. चित्र 12.6 (पृष्ठ 135 ) में दिखाए गए 15 सेमी के पैमाने को ध्यान से देखिए ।
(i) इसमें 1 सेमी के कितने भाग किए गए हैं?
उत्तर — इसमें 1 सेमी के दस (10) भाग किए गए हैं

(ii) इस एक छोटे भाग को क्या कहते हैं?
उत्तर — इस एक छोटे भाग को मिलीमीटर या मिमी कहते हैं ।

(iii) 1 मीटर (मी०) में कितने सेमी हैं?
उत्तर– 1 मीटर में 100 सेमी हैं।

(iv) 1 सेंटीमीटर (सेमी) में कितने मिमी हैं?
उत्तर – 1 सेंटीमीटर में 10 मिमी हैं ।

(v) 1 मीटर में कितना मिमी होगा ?
उत्तर – 1 मीटर में 1000 मिमी होगा ।

(vi) क्या आपकी लम्बाई 1 मीटर से अधिक है?
उत्तर— हाँ, मेरी लम्बाई 1 मीटर से अधिक है ।

प्रश्न 6. एक किलोमीटर कितने मीटर के बराबर होता है ?
उत्तर- एक किलोमीटर 1000 मीटर के बराबर होता है।

प्रश्न 7. श्यामा और शायरा ने चित्र 12.9 वाली पत्ती को नापा । श्यामा ने उसकी लंबाई 6 सेमी लिखी। शायरा ने अपना उत्तर 5 सेमी लिखा । बताएँ कि ने नापने में क्या गलती की? शायरा ने गलती की या सही? पत्ती की सही नाप क्या है?
उत्तर – शायरा ने पत्ती की लम्बाई 6 सेमी लिखी, जो गलत है। उसने स्केल (पैमाना) पर 0 से ही नाप ले लिया, जबकि पत्ती पैमाने पर 1 से शुरू है।
शायरा ठीक है, क्योंकि पत्ती की लम्बाई 6 – 1 = 5 सेमी है।

प्रश्न 8. क्या आपने क्रियाकलाप-5 के एक भाग के रूप में सिलाई मशीन का अवलोकन किया था ?
उत्तर- हाँ, हमने देखा था कि सिलाई मशीन एक जगह पर स्थिर रहती है, जबकि उसका पहिया वर्तुल गति में चलता है। इसमें एक सूई भी होती है, जो जबतक पहिया घूर्णन करता है, तबतक सूई निरंतर ऊपर-नीचे गति करती रहती है। यहाँ सूई आवर्ती गति करती है।

अभ्यास : प्रश्न और उनके उत्तर

प्रश्न 1. सही उत्तर को चुनिए :

(क) एस० आई० मात्रक में लम्बाई का मात्रक है :
(i) मिलीमीटर
(ii) सेन्टीमीटर
(iii) मीटर
(iv) किलोमीटर

(ख) आप अपने घर से विद्यालय जाने में एक किलोमीटर की दूरी तय करते हैं। इस एक किलोमीटर में कितने मीटर होते हैं :
(i) 100
(ii) 1000
(iii) 10000
(iv) 100000

(ग) गतिशील वस्तु का उदाहरण नहीं हैं :
(i) उड़ती चिड़िया
(ii) चींटी की गति
(iii) घड़ी
(iv) घड़ी की सूई

(घ) आवृति गति का उदाहरण हैं।
(i) झूला झूलते बच्चे की गति
(ii) लोलक की गति
(iii) बजते तबलों के पृष्ठ की गति
(iv) इनमें से सभी

(ङ) एक निश्चित समय में एक वस्तु जितनी दूरी तय करती है, वह उस वस्तु की ………….. कहलाती हैं :
(i) चाल
(ii) दूरी
(iii) गति
(iv) इनमें से कोई नहीं

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उत्तर : (क) → (iii), (ख) → (ii), (ग) → (iii), (घ) → (iv), (ङ)→(i) ।  

प्रश्न 2. खाली स्थान भरिए :
(क) 1 सेमी = ……….. मिमी ।                   1 मिमी =………… सेमी ।
(ख) 1 मी = ………….सेमी ।                    1 सेमी =…………. मी
(ग) 1 मी =………….. मिमी ।                   1 मिमी= …………. मी
(घ) 1 किमी = …………. मी ।                    1 मी = ……………. किमी
(ङ) झूले पर किसी बच्चे की गति ……………. होती है ।
(च) सिलाई मशीन की सूई की गति …………… होती है।

प्रश्न 3. कदम का उपयोग लम्बाई के मानक मात्रक के रूप में क्यों नहीं  किया जाता ?
उत्तर — पग अथवा कदम का उपयोग लम्बाई के मानक मात्रक के रूप में इसलिए नहीं किया जाता क्योंकि इसमें गलती की आशंका रहती है। किसी का पग छोटा, किसी का बड़ा, कोई लम्बे-लम्बे कदम रखता है तो कोई छोटे-छोटे ।

प्रश्न 4. निम्नलिखित की लम्बाई के बढ़ते परिमाणें में व्यवस्थित कीजिए :
1 मीटर, 1 सेंटीमीटर 1 मीटर, 1 मिलीमीटर ।
उत्तर-1 मिलीमीटर, 1 सेंटीमीटर 1 मीटर, 1 किलोमीटर ।

प्रश्न 5. विभिन्न प्रकार की गतियाँ कौन-कौन-सी हैं? अपने दैनिक जीवन में से उनके दो-दो उदाहरण लिखिए ।
उत्तर – विभिन्न प्रकार की गतियाँ निम्नलिखित है :
(i) सरल रेखीय गति, (ii) वर्तुल गति और (iii) अवर्ती गति ।

(i) सरल रेखीय गति के दो उदाहरण हैं :
(क) सीधी सड़क पर पैदल चलना
(ख) आसमान में हवाई जहाज का उड़ना ।

(ii) वर्तुल गति के दो उदाहरण हैं :
(क) बिजली के पंखे का चलना
(ख) साइकिल के चक्के का घुमना ।

(iii) आवर्ती गति के दो उदाहरण हैं :
(क) सिलाई मशीन की सूई का चलना
(ख) झूले का झूलना ।

प्रश्न 6. सीमा के घर तथा उसके स्कूल के बीच की दूरी 1600 मीटर है। इस दूरी को किलोमीटर में व्यक्त कीजिए ?
हल : सीमा के घर से स्कूल की दूरी = 1600 मीटर
(1600 ÷ 1000)                            = 1.600 किलोमीटर, उत्तर ।

प्रश्न 7. किसी चलती हुई साइकिल के पहिए तथा चलते हुए छत के पंखे गतियों में समानताएँ तथा असमानताएँ लिखिए ?
उत्तर– साइकिल का पहिया भी चल रहा है और छत का पंखा भी चल रहा है । दोनों में समानताएँ तथा असमानताएँ निम्नलिखित हैं :
समानताएँ : साइकिल का पहिया और छत का पंखा दोनों वर्तुल गति कर रहे हैं ।
असमानताएँ : साइकिल सरल रेखीय गति करती हुई दूरी तय करती है जबकि छत का पंखा वर्तुल गति करते हुए एक स्थान पर स्थिर रहता है ।

प्रश्न 8. रोज काम में आने वाली वस्तुओं में से ऐसी दो वस्तुओं के नाम लिखिए, जिसकी लम्बाई लगभग
(क) एक मीटर हो, (ख) एक सेंटीमीटर हो, (ग) एक मिलीमीटर हो ।
उत्तर : (क) (i) टहलने वाला दादाजी की छड़ी, (ii) टाई ।
(ख) (i) बोतल का कीप, (ii) टूथ ब्रश का रेशे वाला भाग
(ग) (i) बॉल पेन का नींब, (ii) सूई की नोक ।

परियोजना कार्य :

संकेत : छात्रों को स्वयं करना है ।

कुछ अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्न एवं उनके उत्तर

प्रश्न 1. वायु, जल तथा स्थल पर उपयोग किये जाने वाले परिवहन के साधनों में प्रत्येक के दो-दो उदाहरण लिखिए ।
उत्तर : (i) वायु में चलने वाले परिवहन के साधन : (a) हवाई जहाज, (b) हेलिकॉप्टर ।
(ii) जल में चलने वाले परिवहन के साधन : (a) नाव, (b) जहाज ।
(iii) स्थल पर चलने वाले परिवहन के साधन : (a) बस, (b) रेलगाड़ी।

प्रश्न 2. किसी व्यक्ति को लम्बाई 1.65 मीटर है। इसे सेंटीमीटर तथा मिलीमीटर में व्यक्त कीजिए ।
हल : व्यक्ति की लम्बाई = 1.65 मीटर 100 सेंटीमीटर
= 165 सेंटीमीटर 10 मिलीमीटर
= 1650 मिलीमीटर, उत्तर ।

प्रश्न 3. राधा के घर तथा उसके स्कूल के बीच की दूरी 3250 मीटर है। इस दूरी को किलोमीटर में व्यक्त कीजिए ।
हल : घर तथा स्कूल के बीच की दूरी = 3250 मीटर
3250 मीटर + 1000 मीटर = 3.250 किलोमीटर, उत्तर ।

प्रश्न 4. स्वेटर बुनने की किसी सलाई की लम्बाई मापते समय स्केल पर यदि इसके एक सिरे का पाठ्यांक 30 सेंटीमीटर तथा दूसरे सिरे का पाठ्यांक 33.1 सेंटीमीटर है तो सलाई की लम्बाई कितनी है?
हल : सलाई के दूसरे सिरे का पाठ्यांक = 33.1 सेमी
        सलाई के पहले सिरे का पाठ्यांक = – 30.0 सेमी
                                                          = 3.1 सेमी, उत्तर |

प्रश्न 5. दूरी मापने के लिए आप किसी प्रत्यास्थ (इलास्टिक) मापक फीते का उपयोग क्यों नहीं करते? यदि आप किसी दूरी को प्रत्यास्थ फीते से मार्च तो अपनी माप को किसी अन्य को बताने में आपको जो समस्याएँ आएँगी उनपे से कुछ समस्याएँ लिखिए।
उत्तर- प्रत्यास्थ फीते द्वारा किसी भी स्थिति में शुद्ध माप प्राप्त नहीं हो सकती। अंतिम माप में निश्चित है कि कुछ बढ़ोतरी हो जाएगी। इस कारण किसी को सही मापन बता पाना बहुत कंठिन होगा।

प्रश्न 6. आवर्ती गति के दो उदाहरण दीजिए :
उत्तर – आवर्ती गति के दो उदाहरण हैं:
(i) झूले का झूलना तथा (ii) सिलाई मशीन की सूई का चलना ।

प्रश्न 7. रिक्त स्थानों की पूर्ति करें
(क) वाहनों को मंगल ग्रह तक ले जाने का कार्य ………….. द्वारा किया गया था।
(ख) मालगाड़ियों के डिब्बों के लिए रेल की ……………. का निर्माण किया गया।
(ग) अपने ज्यामिति-बॉक्स के …………… का उपयोग करके अपनी समस्या हल करनी चाहिए।
(घ) किसी अज्ञात और ज्ञात राशि की तुलना करने में ज्ञात निश्चित राशि को …………. कहते हैं।
(ङ) किसी वस्तु की लम्बाई मापने के लिए आपको किसी …………….. का चयन करना चाहिए।

उत्तर— (क) अंतरिक्ष यान, (ख) पटरियों, (ग) पैमाने, (घ) मात्रक, (ङ) उपयुक्त युक्ति ।

Duri Mapan Evam Gati Class 6th Science Solutions

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BSEB Class 6 Science Chapter 11. सजीवों में अनुकूलन | Sajivo Me Anukulan Class 6th Science Solutions

Bihar Board Class 6 Science सजीवों में अनुकूलन (Sajivo Me Anukulan Class 6th Science Solutions) Text Book Questions and Answers 

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11. सजीवों में अनुकूलन

पाठ में आए कुछ प्रश्न एवं उनके उत्तर

प्रश्न 1. रेत में चलना ऊँट के लिए क्यों सुविधाजनक है ?
उत्तर — ऊँट के पैर चौड़े तथा गद्देदार होते हैं, इसलिए पैर नीचे रखते ही फैल जाते हैं और रेत में धँसने से बच जाते हैं । फलतः वह रेत में आसानी से चल सकता है

प्रश्न 2. रेगस्तिानी तूफान से घोड़े की हालत क्यों खराब हो जाती है?
उत्तर—रेगिस्तानी तूफान से घोड़े की आँखों में, कानों में और मुँह में काफी रेत प्रवेश कर जाती हैं, जिससे उसकी हालत खराब हो जाती है ।

प्रश्न 3. ऊँट की नाक में क्या खास बात है ?
उत्तर— ऊँट की नाक में खास बात यह है कि वह अपनी मर्जी से नाक खोल सकता तथा बंद कर सकता है, जिससे रेत के तूफान आने पर वह रेत से अपनी नाक को बचा लेता है ।

प्रश्न 4. ऊँट को उसके कूबड़ से क्या लाभ है ?
उत्तर— ऊँट के कूबड़ में चर्बी के रूप में भोजन जमा रहता है, जिससे बिना भोजन वह महीनों रह सकता है ।

प्रश्‍न 5. क्‍या पर्यानुकूलन लम्‍बे समय तक रहता है या अपने परिवेश में आने पर समाप्‍त हो जाता हैं।
उत्तर – पर्यानुकूलन लम्‍बे समय तक नहीं रहता । यह अस्‍थायी अनुकूलन है, जो अपने परिवेश में आने पर समाप्‍त हो जाता हैं।

प्रश्न 6. नागफनी, बबुल, घृतकुमारी आद‍ि रेगिस्‍तानी पौधों में क्‍या खास बात हैं?
उत्तर – रेगिस्‍तानी पौधों काँटेदार होते हैं। दस प्रकार के पौधे प्राय: अपने काँटो से वाष्‍पोत्‍सर्जन की क्रिया करते हैं।

प्रश्‍न 7. शेर और हिरण, इस दोनों जन्‍तुओं की आँखे उनके चेहरे पर किसी प्रकार स्‍थति हैं? क्‍या वे चेहरे के सामने हैं अथवा बगल में हैं।
उत्तर – शेर की आँखे चेहरे के सामने रहती हैं, जिससे वह दूर-दुर तक शिकार को खेज लेता हैा हरिण की आँखे बगल में दोनों ओर स्थित रहती है, जिससे वह प्रत्‍येक दिशा में देखकर खतरा महसूस कर सकता हैं।

प्रश्न 8. पर्वतीय पौधे किस प्रकार अनुकूलित हैं?
उत्तर – पर्वतीय क्षेत्र में सर्दी अधिक पड़ती है। वर्षा और बर्फ सदा गिरते रहते हैं । इनसे बचने के लिए वहाँ के पेड़-पौधे अपने को इस प्रकार अनुकूलित कर लेते हैं ताकि बर्फ इनके ऊपर जमने नहीं पावे । पेड़ के आकार भी शंकु की तरह होते हैं और उनकी पत्तियाँ सूई के आकार की होती हैं। इन अनुकूलनों के कारण ये सर्दी, पानी और बर्फ से अपनी रक्षा कर लेते हैं। पर्वतीय पौधे इसी प्रकार अपने को अनुकूलित किये रहते हैं।

प्रश्न 5. रिक्त स्थानों की पूर्ति करें :
(क) स्थल पर पाए जाने वाले पौधों एवं जन्तुओं के वास स्थल को …………… आवास कहते हैं ।
(ख) वे बास स्थल जिनमें जल में रहनवाले पौधे एवं जंतु रहते हैं, ………… आवास कहते हैं।
(ग) याक का शरीर लंबे ………………. से ढँका होता है।
(घ) मछली का शरीर ………………. होता है जिससे वह जल में आसानी से तैर, सकती है ।
(ङ) जलीय पौधों का तना ………………. खोखला एवं ……………….. होता है ।

उत्तर : (क) स्थलीय, (ख) जलीय, (ग) बालों, (घ) धारारेखीय, (ङ) लम्बा, हल्का ।

प्रश्न 6. मिलान कीजिए :
(क) मछली                               (क) कूबड़
(ख) ऊँट                                   (ख) धारा रेखीय शरीर
(ग) नागफनी                               (ग) मजबूत खूर
(घ) याक                                    (घ) पहाड़ी जानवर
(ङ) घोड़ा                                     (ङ) कम वाष्पोत्सर्जन

उत्तर- (क) (ख), (ख) (क), (ग) (ङ), (घ) (घ), (ङ) (ग)।

प्रश्न 7. सही विकल्प चुनें :

(क) ऊँट निम्न परिवेश में पाया जानेवाला जन्तु है :
(1) जलीय
(2) पर्वतीय
(3) मरुस्थलीय
(4) कोई नहीं

(ख) धारा रेखीय शरीर होता है :
(1) घोड़े का
(2) भालू का
(3) मछली का
(4) मेढ़क का

(ग) हमें श्वास लेने में कठिनाई होती है :
(1) मैदानी क्षेत्र में
(2) जलीय क्षेत्र में
(3) पर्वतीय क्षेत्र में
(4) रेगिस्तानी क्षेत्र में

(घ) घास स्थलीय वनों का शक्तिशाली जन्‍तु हैं :
(1) हिरण
(2) शेर
(3) घोड़ा
(4) ऊँट

(ङ) जलकुंभी पाया जाता है :
(1) जंगल में
(2) पर्वतों पर
(3) जल में
(4) बर्फ में

उत्तर—(क) → (3), (ख) → (3), (ग)→ (3), (घ) → (2), (ङ)→(3).

कुछ अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्न एवं उनके उत्तर

प्रश्न 1. नागफनी मरुस्थल में जीवन-यापन हेतु किस प्रकार अनुकूलित हैं?
उत्तर—नागफनी मरुस्थल में जीवन-यापन हेतु अपने को इस प्रकार अनुकूलित कर बराबर लेते हैं ताकि उनके शरीर से कम-से-कम वाष्पोत्सर्जन हो और हो भी तो न के हो । कैक्टस में जो पत्ती जैसी संरचना होती है, वह वास्तव में उनका तना होता है। इसी भाग में वे प्रकाश-संश्लेषण की प्रक्रिया पूरी करते हैं। इनका तना काफी मोटा और गद्दीदार होता है। उनपर काँटों जैसी जो संरचना होती है, वह उनकी पत्ती होती है।

प्रश्न 2. सजीवों के विशिष्ट लक्षण सूचीबद्ध कीजिए ।
उत्तर – सजीवों के विशिष्ट लक्षण की सूची निम्नलिखित हैं

(i) सजीव भोजन करते हैं । (ii) सजीव वृद्धि करते हैं। (iii) सजीव श्वसन करते हैं। (iv) सजीव उत्सर्जन करते हैं। (v) सजीव अपने जैसे जीव पैदा करते हैं। (vi) सजीव उद्दीपन के प्रति अनुक्रिया करते हैं। (vii) सजीव गति करते हैं।

प्रश्न 3. घास के मैदानी क्षेत्रों में रहने वाले जन्तुओं को अपना अस्तित्व बनाए रखने के लिए तीव्र गति क्यों आवश्यक है ?
उत्तर—घास के मैदानी क्षेत्रों में रहने वाले जन्तु यदि अपने में तेजी बनाकर नहीं रखें तो शीघ्र ही किसी शिकारी पशु या मनुष्य द्वारा शिकार कर लिए जाएँगे । हिरण और खरगोश इसी प्रकार के जीव हैं। जरा भी आहट से ये चौकन्ने हो जाते हैं और तेजी से भाग कर अपनी जान बचाने का प्रयास करते हैं। ये अपने में तेजी इसलिए बनाए रखते हैं क्योंकि घास के मैदानों में वृक्षों की कमी होती है, जिससे इन्हें छिपने का स्थान नहीं मिल पाता ।

प्रश्न 4. निम्नलिखित की परिभाषा दें :
(i) अनुकूलन, (ii) जलीय आवास, (iii) उद्दीपन, (iv) उत्सर्जन ।
उत्तर — (i) अनुकूलन – किसी परिवेश के तहत जिन विशिष्ट संरचनाओं अथवा स्वभाव की उपस्थिति किसी जीव को परिवेश विशेष में रहने योग्य बनाती है, अनुकूलन कहलाती है।
(ii) जलीय आवास—जलाशय, दलदल, झील, नदियाँ एवं समुद्र जहाँ पौधे एवं जन्तु (जल में) रहते हैं उसे जलीय आवास कहते हैं।
(iii) उद्दीपन—कोई वातावरण, जहाँ सभी प्रकार के परिवर्तनों के प्रति अनुक्रिया करते हैं, वैसे परिवर्तनों को उद्दीपन कहते हैं।
(iv) उत्सर्जन जैव-प्रक्रमों के फलस्वरूप जीवों के शरीर में अपशिष्ट पदार्थ उत्पन्न होते हैं, उन अपशिष्ट पदार्थों के निष्कासन की प्रक्रिया को उत्सर्जन कहते हैं।

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BSEB Class 6 Science Chapter 10. सजीव और निर्जीव | Sajiv Aur Nirjiv Class 6th Science Solutions

Bihar Board Class 6 Science सजीव और निर्जीव (Sajiv Aur Nirjiv Class 6th Science Solutions) Text Book Questions and Answers 

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10. सजीव और निर्जीव

पाठ में आए कुछ प्रश्न एवं उनके उत्तर

प्रश्न 1. वृक्ष, लता, छोटे-बड़े जन्तु, पक्षी, सर्प, कीट, चट्टान, पत्थर, मिट्टी, जल, वायु, सुखी पत्तियाँ, मृतजंतु, वन में पायी जानेवाली विभिन्न वस्तुओं के उदाहरण में इनमें सजीव कौन-कौन हैं?
उत्तर : सजीव – वृक्ष, लता, छोटे-बड़े जन्तु, पक्षी, सर्प, कीट ।
निर्जीव – चट्टान, पत्थर, मिट्टी, जल, वायु, सूखी पत्तियाँ, मृत जंतु ।

प्रश्न 2. हमें कैसे पता चलता है कि कोई वस्तु सजीव है ?
उत्तर- सजीवों के कुछ सामान्य लक्षण; जैसे— श्वसन, वृद्धि, उद्दीपन, प्रजनन, गति आदि होते हैं। जिन वस्तुओं में ये लक्षण विद्यमान हैं, तो हम कह सकते हैं कि यह वस्तु सजीव है ।

प्रश्न 3. हम निर्जीव एवं सजीवों में विभेद किस प्रकार करेंगे ?.
उत्तर—निर्जीवों तथा सजीवों में विभेद हम उनके गुण और लक्षण के आधार पर करंगे। सजीवों में कुछ सामान्य लक्षण होते हैं, जो निर्जीवों में नहीं होते हैं। इसी से हम इनमें विभेद करते हैं। जैसे—मेज और कुर्सी निर्जीव हैं। इनमें वृद्धि, श्वसन, प्रजनन आदि अनुक्रियाएँ नहीं होतीं। मानव, पेड़-पौधे आदि सजीव हैं, क्योंकि इनमें वृद्धि, प्रजनन, श्वसन आदि सामान्य क्रियाएँ होती हैं ।

प्रश्न 4. आपमें कौन-कौन से विशेष लक्षण हैं, जो आपको निर्जीव वस्तुओं से अलग करते हैं?
उत्तर – मुझमें वृद्धि, श्वसन, उद्दीपन, उत्सर्जन आदि ऐसे लक्षण हैं, जो निर्जीव में नहीं होते। ये ही लक्षण मुझे निर्जीव वस्तुओं से अलग करते हैं ।

प्रश्न 5. क्या सभी सजीवों को भोजन की आवश्यकता होती है ?
उत्तर-हाँ, सभी सजीवों को भोजन की आवश्यकता होती है। सजीवों के लिए भोजन नितांत आवश्यक है। भोजन से सजीवों को ऊर्जा मिलती है तथा विभिन्न अंगों की वृद्धि होती है ।

प्रश्न 6. क्या सभी जीवों में वृद्धि परिलक्षित होती है ?
उत्तर—हाँ, सभी जीवों में वृद्धि परिलक्षित होती है । जैसे- बच्चा जिस समय जन्म लेता है, उस समय उसका आकार बहुत छोटा होता है और समय बीतने के साथ उसके शरीर में वृद्धि होती रहती है । एक वर्ष बाद इसके शरीर का आकार बड़ा हो जाता है । पाँच साल के बाद और बड़ा और 18 साल के बाद बहुत बड़ा । येही प्रक्रियाएँ पेड़-पौधों एवं अन्य जन्तुओं के साथ भी होती हैं

प्रश्न 7. क्या सभी सजीव श्वास लेते हैं ?
उत्तर – हाँ, सभी संजीव श्वास लेते हैं। मनुष्य, कुत्ता, बिल्ली, गाय, बकरी, आदि जानवर नाक से श्वास लेते है और मछली गलफड़ों से श्वास लेती है। केंचुआ त्वचा से श्वास लेता है, पेड़-पौधे पत्तियों से श्वास लेते हैं ।

प्रश्न 8. क्या पौधे भी श्वसन करते हैं ?
उत्तर- हाँ, पौधे भी श्वसन करते हैं। पौधों की श्वसन क्रिया में गैसों का विनिमय मुख्यतः उनकी पत्तियों द्वारा होता है । पत्तियाँ सूक्ष्म रंधों द्वारा वायु को अंदर लेती हैं । पौधे श्वसन-क्रिया में कार्बन डाइऑक्साइड ग्रहण करते हैं तथा ऑक्सीजन छोड़ते हैं।

प्रश्न 9. क्या निर्जीव वस्तुएँ श्वसन करती हैं ।
उत्तर— नहीं, निर्जीव वस्तुएँ श्वसन नहीं करती हैं ।

प्रश्न 10. क्या सभी सजीव उद्दीपन के प्रति अनुक्रिया करते हैं ?
उत्तर – हाँ, सभी सजीवं उद्दीपन के प्रति अनुक्रिया करते हैं। जैसे— काँटा अथवा नुकीली वस्तु चुभने पर अनायास आह की ध्वनि निकलती है, पौधे को कमरे में रखने `पर वे प्रकाश की ओर वृद्धि करते हैं ।

अभ्यास : प्रश्न और उनके उत्तर

प्रश्न 1. सही उत्तर चुनिए :

(क) निम्न में निर्जीव हैं :
(i) गाय
(ii) घोड़ा
(iii) पेड़-पौधे
(iv) रेलगाड़ी

(ख) निम्न में सजीव हैं :
(i) कुर्सी
(ii). मेज
(iii) पत्थर
(iv) बीज

(ग) सजीवों के मुख्य लक्षण नहीं हैं
(i) श्वसन
(ii) वृद्धि
(iii) प्रजनन
(iv) स्थिरता

(घ) पौधे अपना भोजन निम्न क्रिया द्वारा स्वयं बनाते हैं :
(i) श्वसन
(ii) उद्दीपन
(iii) प्रकाश संश्लेषण
(iv) उत्सर्जन

(ङ) निम्न किस पौधे की पत्तियाँ छूने पर अचानक सिकुड़ जाती हैं :
(i) गुलाब
(ii) गुड़हल
(iii) छुई-मुई
(iv) मेंहदी

उत्तर : (क)→(iv), (ख)→ (iv), (ग)→ (iv), (घ)(iii), (ङ)→(iii)।

प्रश्न 2. खाली जगहों को दिए गए शब्दों की सहायता से भरें ।
( उत्सर्जन, श्वसन, प्रजनन, ऊर्जा )
(क) सजीव ……………….. द्वारा अपने समान जीवों की उत्पत्ति करता है ।
(ख) सजीवों को कार्य करने के लिए ………………. की आवश्यकता होती है ।
(ग), सजीवों में ऊर्जा उत्पन्न होने के लिए भोजन तथा ……………… आवश्यक है।
(घ) विपैले एवं दूषित पदार्थ ……………… क्रिया द्वारा शरीर से बाहर निकलते हैं।

उत्तर : (क) प्रजनन, (ख) ऊर्जा, (ग) श्वसन, (घ) उत्सर्जन ।

प्रश्न 3. सजीवों तथा निर्जीवों में किन्हीं पाँच अंतर को स्पष्ट करें ।
उत्तर : सजीवां तथा निर्जीवों में पाँच अंतर निम्नलिखित हैं :
(i) सजीव भोजन करते हैं लेकिन निर्जीव भोजन नहीं करते ।
(ii) सजीव वृद्धि करते हैं लेकिन निर्जीव वृद्धि नहीं करते ।
(iii) सजीव श्वसन करते हैं लेकिन निर्जीव श्वसन नहीं करते ।
(iv) सजीव उर्त्सजन करते हैं, लेकिन निर्जीव उत्सर्जन नहीं करते ।
(v) सजीव अपने जैसा जीव पैदा करते हैं लेकिन निर्जीव ऐसा नहीं करते ।

प्रश्न 4. गाड़ी गतिमान है लेकिन सजीव नहीं है, कैसे?
उत्तर—केवल गतिमान होना ही सजीव होने के लिए काफी नहीं है। गाड़ी गतिमान भी होती है तो वह किसी सजीव के प्रयास से ही । फिर गाड़ी श्वसन नहीं करती, जैसा गाड़ी पैदा नहीं करती है। उसमें उद्दीपन के प्रति कोई अनुक्रिया नहीं होती। इन्हीं सब कारणों से गाड़ी सजीव नहीं है।

प्रश्न 5. मछली सजीव है । इसके पक्ष में तर्क प्रस्तुत करें ।
उत्तर – मछली संजीव है। इसके पक्ष में निम्नलिखित तर्क दिए जा सकते हैं
(i) मछली भोजन करती हैं ।
(ii) यह जन्म के बाद वृद्धिं करती है ।
(iii) मछली श्वसन करती है।
(iv) यह गति करती है ।
(v) यह अपने जैसा जीव पैदा करती है।

प्रश्न 6. आपकी कक्षा में रखे मेज, कुर्सी निर्जीव हैं। तर्क दें ।
उत्तर- हमारी कक्षा में रखे मेज, कुर्सी निर्जीव हैं इसके पक्ष में निम्नलिखित तर्क दिए जा सकते हैं :
(i) मेज, कुर्सी भोजन नहीं करते ।
(ii) मेज, कुर्सी श्वसन नहीं करते ।
(iii) मेज, कुर्सी उत्सर्जन भी नहीं करते।
(iv) ये बिना खसकाए गति भी नहीं करते ।
(v) ये अपने जैसा मेज, कुर्सी पैदा नहीं करते ।

प्रश्न 7. किसी ऐसी निर्जीव वस्तु का उदाहरण दीजिए,जिसमें सजीवों के दो लक्षण परिलक्षित होते हैं ।
उत्तर — मोटरकार या बस — (i) निर्जीव होते हुए भी इन्हें सजीवों की भांति भोजन (पेट्रोल या डीजल) की आवश्यकता पड़ती है। (ii) गति द्वारा ये स्थान परिवर्तित कर लेते हैं, भले ही यह गति यांत्रिक ही क्यों न हो।

प्रश्न 8. निम्न में से कौन-सी निर्जीव वस्तुएँ कभी सजीव का अंश थीं ? मक्खन, चमड़ा, मृदा, ऊन, बिजली का बल्ब, खाद्य तेल, नमक, सेब, रबड़ ।
उत्तर— मक्खन, चमड़ा, ऊन, खाद्य तेल, रबर तथा सेब आदि वस्तुएँ किसी समय सजीव का अंश थीं ।

प्रश्न 9. सजीवों के विशिष्ट लक्षण सूचीबद्ध कीजिए ।
उत्तर— सजीवों के विशिष्ट लक्षण की सूची निम्नलिखित हैं :
(i) सजीव भोजन करते हैं। (ii) सजीव वृद्धि करते हैं। (iii) सजीव श्वसन करते हैं। (iv) सजीव उत्सर्जन करते हैं। (v) सजीव अपने जैसे जीव पैदा करते हैं। (vi) सजीव उद्दीपन के प्रति अनुक्रिया करते हैं। (vii) पौधों के अलावा सभी सजीव गति करते हैं।

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BSEB Class 6 Science Chapter 9. जन्‍तुओं में गति | Jantuo Me Gati Class 6th Science Solutions

Bihar Board Class 6 Science जन्‍तुओं में गति (Jantuo Me Gati Class 6th Science Solutions) Text Book Questions and Answers

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9. जन्‍तुओं में गति

अभ्यास : प्रश्न और उनके उत्तर

प्रश्न 1. सही उत्तर चुनिए :

(क) शरीर का अंग जहाँ से मुड़ता है, उसे कहते हैं :
(i) संधि
(ii) जोड़
(iii) (i) एवं (ii) दोनों
(iv) इनमें से कोई नहीं

(ख) शरीर की अस्थियों का ढाँचा कहलाता है :
(i) कंकाल तंत्र
(ii) पेशी तंत्र
(iii) पाचन तंत्र
(iv) इनमें से कोई नहीं

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(ग) ऊपरी जबड़े एवं खोपड़ी (कपाल) की संधि है :
(i) चल संधि
(ii) अचल संधि
(iii) कब्जा संधि
(iv) धुरा संधि

(घ) निम्न में किस जीव की अस्थियाँ खोखली किन्तु मजबूत होती हैं :
(i) मनुष्य
(ii) पक्षी
(iii) मांसाहारी जानवर
(iv) मछली

(ङ) निम्न में से कौन सा जीव मिट्टी खाता है ?
(i) साँप
(ii) मछली
(iii) केंचुआ
(iv) छिपकली

उत्तर : (क)→(iii), (ख) (i), (ग)→(ii), (घ)→(ii), (ङ)→ (iii)।

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प्रश्न 2. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए ।
(कब्जा – संधि, मांसपेशियों, गति, कंकाल तंत्र)

(क) अस्थियों की संधियाँ …………….. में शरीर की सहायता करती है ।
(ख) अस्थियाँ एवं उपास्थियाँ संयुक्त रूप से शरीर का …………. बनाती हैं ।
(ग) कोहनी की अस्थियाँ …………… संधि द्वारा जुड़ी होती हैं।
(घ) गति करते समय …………… के संकुचन से अस्थियाँ खिंचती है।

उत्तर- (क) गति करने, (ख) कंकाल तंत्र, (ग) कब्जा – संधि, (घ) मांसपेशियों

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प्रश्न 3. निम्न कथनों के आगे सत्य अथवा असत्य को इंगित कीजिए ।
(क) सभी जंतुओं की गति एवं चलन बिल्कुल एकसमान होते हैं।
(ख) उपास्थि अस्थि की अपेक्षा कठोर होती है
(ग) अंगुलियों की अस्थियों में संधि नहीं होती ।
(घ) अमभुजा में दो अस्थियाँ होती हैं ।
(ङ) तिलचट्टा में बाह्य-कंकाल पाया जाता हैं ।

उत्तर : (क) असत्य, (ख) असत्य, (ग) असत्य, (घ) सत्य, (ङ) सत्य ।

प्रश्न 4. कॉलम 1 में दिए गए शब्दों का संबंध कॉलम 2 के एक अथवा अधिक कथन से जोड़िए :
कॉलम 1                                 कॉलम 2
ऊपरी जबड़ा                              शरीर पर पक्ष होते हैं
मछली                                       बाह्य-कंकाल होता है ।
पसलियाँ                                    हवा में उड़ सकता है ।
घांघा                                         एक अचल संधि है ।
तिलचट्टा                                   हृदय की सुरक्षा करती हैं
                                                बहुत धीमी गति से चलता है
                                                का शरीर धारा रेखीय होता हैं

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उत्तर :
कॉलम 1                                      कॉलम 2
ऊपरी जबड़ा                                  एक अचल संधि है ।
मछली                                            शरीर पर पक्ष होता है
                                                      का शरीर धारा रेखीय होता है ।
पसिलयाँ                                        हृदय की सुरक्षा करती हैं ।
घोंघा                                              बहुत धीमी गति से चलता है ।
तिलचट्टा                                        हवा में उड़ सकता है ।

प्रश्न 5. निम्न प्रश्नों के उत्तर दीजिए :

(क) कंदुक- खल्लिका संधि क्या है ?
उत्तर – कंधे की हड्डी और हाथ की हड्डी के जोड़ को कंदुक खल्लिका संधि (Ball and socket joint) कहते हैं ।

(ख) कपाल की अस्थि कौन-सी गति करती है ?
उत्तर – हमारे शरीर के अंदर की अस्थियों के जुड़ने से खोपड़ी या कपाल बनी । ये अस्थियाँ इन संधियों जैसा हिल नहीं सकतीं। इसे अचल संधि कहते हैं । कपाल के नीचले जबड़े की अस्थि गति करती है ।

(ग) हमारी कोहनी पीछे की ओर क्यों नहीं मुड़ सकती ?
उत्तर- हमारी कोहनी की अस्थियाँ कब्जा – संधि (Hinge joint) से जुड़ी होती हैं। जैसे— दरवाजे में लगे कब्जा के कारण दरवाजा एक ओर ही खुलता है, उसी प्रकार हमारी कोहनी केवल आगे की ओर मुड़ती है, पीछे की ओर नहीं ।

(घ) हमारे शरीर में पाई जाने वाली उपास्थि के उदाहरण लिखिए ।
उत्तर— कान तथा नाक के बाहरी बनावट की अस्थियाँ वास्तव में अस्थियाँ नहीं होती। वे ही उपस्थि के उदाहरण हैं ।

परियोजना कार्य :
संकेत : छात्रों को स्वयं करना है।

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