कक्षा 12 हिन्‍दी ओ सदानीरा | O Sadanira class 12 hindi

इस पोस्‍ट में हमलोग बिहार बोर्ड कक्षा 12 हिन्‍दी के गद्य भाग के पाठ सात ‘सदानीरा (O Sadanira class 12 hindi)’ के व्‍याख्‍या सारांश सहित जानेंगे।

o sadanira
Bseb Class 12th Hindi Chapter 7 ओ सदानीरा

लेखक- जगदीशचन्‍द्र माथुर

लेखक परिचय
जन्म-16 जुलाई 1917 निधन- 14 मई 1978
जन्म स्थान- शाहजहाँपुर उत्तरप्रदेश
शिक्षा- एम.ए (अंग्रेजी) इलाहाबाद विश्वविद्यालय | 1941 में आई. सी. ए परीक्षा उत्तीर्ण | प्रशिक्षण के लिए अमेरिका गए और बाद में शिक्षा सचिव हुए |
सम्मान – विद्या वारिधि की उपाधि से विभूषित, कालिदास अवार्ड और बिहार राजभाषा पुरस्कार से सम्मानित।
कृतियाँ- मेरी बांसुरी, भोर का तारा, ओ मेरे सपने, कोणार्क, बंदी, शारदीया, पहला राजा, दशरथ नन्दन, कुंवर सिंह की टेक, गगन सवारी, दस तस्वीरें।

कड़‍बक कविता का अर्थ

O Sadanira class 12 hindi

ओ सदानीरा निबंध का सारांश

प्रस्तुत निबंध “ओ सदानीरा” जगदीश चन्द्र माथुर द्वारा लिखी पुस्तक ”बोलते क्षण” से लिया गया है जिसमें उन्होंने गंडक नदी और उसके किनारे की संस्कृति और जीवन प्रवाह को दिखाया है

गंडक चंपारण में बहने वाली नदी है जो अपना बहाव क्षेत्र और रास्ता बदल लिया करती है भगवान बुद्ध के समय में इस क्षेत्र में घना जंगल था जिससे पानी वृक्ष की जड़ों में रुका रहता था बाढ़ आती थी लेकिन इतना प्रचंड नहीं आती थी एक बार गयासुद्दीन तुगलक ने हरिसिंह देव पर आक्रमण करने के लिए जंगलों को काटा तब से जंगल कटते चले गए

गंडक प्राचीन और अतीत के बीच की कड़ी हैबहुत से महात्माओं और संतों ने इसके किनारे तप और तेज पाया होगा लेकिन गंडक कभी गंभीर नहीं बन सकी जिसके कारण इसके किनारे पर तीर्थस्थल भी स्थायी नहीं रह सके

O Sadanira class 12 hindi

गंडक ने कोई स्मृतियाँ नहीं छोड़ी भवन, मंदिर घाट कुछ भी नहीं हवाई जहाज से देखने पर गंडक घाटी के दोनों ओर बहुत सारे ताल दिखाई पड़ते है जिनमें से एक सरैयामन ताल है जिसके चारों और काफी बड़ा जंगल है और इसके बीच में द्वीप भी है गंडक नदी का जल सदियों से चंचल रहा है इसने कई तीर्थ तोड़े है जो अब खंडहर दिखाई पड़ते है

भैसालोटन में भारतीय इंजीनीयर जंगल के बीच निर्माण कार्य कर रहे है ये नहरें लेखक को नारायण की भुजाएँ प्रतीत होती है और बिजली के तारों का जाल उनका चक्र प्रतीत हो रहा है लेखक मन ही मन इंजीनीयरों को, मजदूरों को नमस्कार करता है

कक्षा 12 हिन्‍दी बातचीत सम्‍पूर्ण व्‍याख्‍या

लेखक कहते हैं ओ सदानीरा ! ओ चक्रा ! ओ नारायणी ! ओ महागंडक ! युगों से दीन-हीन जनता तुम्हें इन नामों से संबोधित करती रही है लेकिन तेरी चॅचल धारा ने आराधना के कसूमों को ठूकरा दिया है लेकिन अब जिस मंदिर का निर्माण हो रहा है उसकी नींव बहुत गहरी है जिसे तू ठूकरा नहीं पाएगी

कक्षा 12 हिन्‍दी उसने कहा था

कक्षा 12 हिन्‍दी एक लेख और एक पत्र | Ek Lekh Or Ek Patra class 12 hindi

इस पोस्‍ट में हमलोग बिहार बोर्ड कक्षा 12 हिन्‍दी के गद्य भाग के पाठ छ 6 ‘एक लेख और एक पत्र (Ek Lekh Or Ek Patra class 12 hindi)’ के व्‍याख्‍या सारांश सहित जानेंगे।

ek lekh or ek patra
Bseb Class 12th Hindi Chapter 6 एक लेख और एक पत्र

लेखक- भगत सिंह
लेखक परिचय
जन्म- 28 सितम्बर 1907

निधन- 23 मार्च 1931 (शाम 7:33 मिनट पर, लाहौर षड्यंत्र केस में फांसी)
जन्म स्थान – बंगा चक्क न० 105 गगैरा ब्रांच वर्तमान लायलपुर (पाकिस्तान)
माता-पिता – विद्यावती और सरदार किशन सिंह
शिक्षा- आरंभिक शिक्षा गाँव बंगा में, लाहौर के डी.ए.वी स्कूल से 9वीं तक की पढ़ाई, बी.ए के दौरान पढ़ाई छोड़ दी,
परिवार – सम्पूर्ण परिवार स्वतन्त्रता सेनानी,

प्रभाव- बचपन में करतार सिंह सराभा और 1914 के गदर पार्टी के प्रति तीव्र आकर्षण 16 नवंबर 1915 को सराभा की फांसी के समय भगत सिंह 8 वर्ष की उम्र के थेसराभा का चित्र अपनी जेब में रखते थे

कड़‍बक कविता का अर्थ

गतिविधियां- 12 वर्ष की उम्र में जालियाँवाला बाग की मिट्टी से क्रांतिकारी जीवन की शुरुवात, 1922 में चौराचौरी कांड के बाद महात्मा गांधी और काँग्रेस से मोहभंग, 1923 में पढ़ाई और घर छोड़ गणेश शंकर विद्यार्थी के साथ, 1926 में नौजवान भारत सभा का गठन, 1928-31 तक चन्द्रशेखर आजाद के साथ मिलकर हिंदुस्तान समाजवादी प्रजातांत्रिक संघ का गठन, 8 अप्रैल 1929 को बटुकेशवर दत्त और राजगुरु के साथ केन्द्रीय असेंबली में बम फेंका और गिरफ्तार हुए।

कृतियाँ- पंजाब की भाषा और लिपि समस्या, विश्वप्रेम, युवक, मैं नास्तिक क्यों हुँ, अछूत समस्या, विद्यार्थी और राजनीति, सत्याग्रह और हड़ताले, बम का दर्शन,

शचींद्रनाथ सन्याल की पुस्तक बंदी जीवन और ‘डॉन ब्रीन की आत्मकथा’ का अनुवाद।

कक्षा 12 हिन्‍दी बातचीत सम्‍पूर्ण व्‍याख्‍या

विद्यार्थी और राजनीति लेख का सारांश

प्रस्तुत लेख में भगत सिंह ने एक महत्वपूर्ण विषय पर अपनी राय प्रकट की है कि विद्यार्थियों की राजनीति में भूमिका होनी चाहिए या नहीं भगत सिंह का मानना था कि छात्रों को भी राजनीतिक में भाग लेना चाहिए | लेखक के अनुसार विद्यार्थियों को अपनी पढ़ाई जारी रखते हए राजनीति में भाग लेना चाहिए जिन नौजवानों को देश का भविष्य तय करना है उन्हें राजनीति से अलग रखकर अक्ल का अंधा बनाना उचित नहीं है लेखक मानते हैं कि छात्रों का मुख्य कार्य पढ़ाई करना है लेकिन देश की परिस्थितियों का ज्ञान और उनके सुधार के उपाय करना भी छात्रों का कर्तव्य है।

लेखक कहते हैं कि पंजाब की सरकार विद्यार्थियों से कॉलेज में दाखिल होने से पहले इस आशय की शर्त पर हस्ताक्षर करवा लिए जाते हैं कि वे राजनीति में हिस्सा नहीं लेंगे ऐसी शिक्षा छात्रों को क्लर्क बना सकती है और कुछ नहीं लेखक कहते हैं कि प्रोफेसर का अपना ही ज्ञान अधूरा है जब कोई विद्यार्थी प्रोफेसर को रुसी लेखक की पुस्तक दिखाता है तो छात्र को बोल्शेविक पार्टी का सदस्य कहते हैं

अंततः भगत सिंह कहना चाहते है कि विद्यार्थी परिश्रम से पढ़ाई करते हुए देश की राजनीति में भी हाथ बटाएँ वे कहते हैं कि जिस प्रकार इंग्लैंड के छात्र कॉलेज छोड़कर जर्मनी के खिलाफ लड़ने के लिए निकल पड़े उसी प्रकार भारतीय छात्रों को भी पॉलिटिक्स में हिस्सा लेने की जरूरत है

सुखदेव के नाम पत्र का सारांश

भगत सिंह द्वारा अपने क्रांतिकारी मित्र सुखदेव के पत्र का प्रत्युतर इस पत्र के माध्यम से दिया गया है जिसमें उन्होने कुछ समस्याओं और कठिनाइयों की ओर ध्यान आकृष्ट किया हैभगत सिंह ने अपने और सुखदेव के भीतर आनेवाले परिवर्तनों को बताया है । पूर्व के वर्षों में सुखदेव आत्महत्या को अत्यन्त निकृष्ट और अवांछनीय कृत्य मानते थे जबकि भगत सिंह इसका समर्थन करते थे लेकिन कालांतर में भगत सिंह आत्महत्या को कायरता, निराश और असफलता से निर्मित मानसिकता का परिणाम मानते हैं जबकि सुखदेव कुछ अवस्थाओं में आत्महत्या को अनिवार्य और आवश्यक मानने लगे हैं

भगत सिंह कहते है कि मनुष्य किसी भी काम को उचित मानकर ही करता है वे कहते हैं कि कार्य को करने के बाद परिणाम का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए वे कहते हैं कि अगर मृत्युदंड मिलना तय है तो हमे धैर्यपूर्वक उस दिन की प्रतीक्षा करनी चाहिए लेकिन आत्महत्या कर लेना तो कायरता होगी

भगत सिंह उन लोगों की सराहना करते है जो जेलों का दंड भुगतकर लौटने के बाद भी संघर्षरत हैं वे कहते हैं कि मुझे मृत्युदंड की सजा सुनाई जाएगी इसपर मुझे पूर्ण विश्वास है और मुझे किसी भी प्रकार की क्षमा या नर्म व्यवहार की कोई आशा नहीं है

अंततः अपनी इच्छा व्यक्त करते हुए भगत सिंह कहते है कि जब देश के भाग्य का निर्णय हो रहा हो तो व्यक्तियों के भाग्य को पूर्णतया भुला देना चाहिए | मैं चाहता हूँ कि जब यह आंदोलन अपनी चरम पर पहुंचे तो मुझे फांसी दे दी जाए

कक्षा 12 हिन्‍दी उसने कहा था

कक्षा 12 हिन्‍दी रोज | Roj class 12 hindi

इस पोस्‍ट में हमलोग बिहार बोर्ड कक्षा 12 हिन्‍दी के गद्य भाग के पाठ चार ‘अर्धनारीश्‍वर ( Roj class 12 hindi)’ के व्‍याख्‍या सारांश सहित जानेंगे।

Roj class 12 hindi

Bseb Class 12th Hindi Chapter 5 रोज

लेखक- सच्चिदानंद हीरानंद वात्‍स्‍यायन अज्ञेय

लेखक परिचय

जन्म-7 मार्च 1911 निधन- 04 अप्रैल 1987
जन्म स्थान – कसेया कुशीनगर, उत्तरप्रदेश
माता-पिता- व्यंती देवी और डॉ हीरानंद शास्त्री (प्रख्यात पुरातत्ववेता)
शिक्षा- आरंभिक शिक्षा घर पर, 1925 में पंजाब विश्वविद्यालय से मैट्रिक, 1927 में मद्रास क्रिश्चयन कॉलेज से इंटर, 1929 में फोरमन कॉलेज, लाहौर से बी.ए, एम.ए लाहौर से

कड़‍बक कविता का अर्थ

भाषा ज्ञान- संस्कृत, अंग्रेजी, हिन्दी के अतिरिक्त फारसी, तमिल इत्यादि अनेक भाषाओं के जानकार

अभिरुचि- बागवानी, पर्यटन, फोटोग्राफी, हस्तकला, शिल्पकला इत्यादि में प्रवीण।

कृतियाँ- छोड़ा हुआ रास्ता, शेखर: एक जीवनी, उत्तर प्रियदर्शी(नाटक), सदानीरा, अंतरा।

सम्मान – साहित्य अकादमी, भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्‍कार।

रवीन्द्र नाथ ठाकुर के ‘गोरा’ का हिन्दी अनुवाद अज्ञेय जी ने ही किया है। इन्‍होंने दस वर्ष की अवस्‍था में कविता लिखनी शुरू कर दी थी।

कक्षा 12 हिन्‍दी रोज | Roj class 12 hindi

कक्षा 12 हिन्‍दी बातचीत सम्‍पूर्ण व्‍याख्‍या

पाठ परिचय

प्रस्तुत कहानी रोज अज्ञेय द्वारा लिखी गई सर्वाधिक चर्चित कहानी है जिसमें लेखक ने वातावरण परिस्थिति और उसके प्रभाव में ढ़लती एक गृहिणी का चित्रण किया है इस कहानी की प्रमुख पात्र मालती है जो लेखक के दूर के रिश्ते की बहन है मालती से मिलने के लिए लेखक पैदल चलकर उसके घर पहुँचता है लेखक मालती को सखी कहना पसंद करते है क्योंकि उन्होंने मालती के साथ बचपन बिताया है बचपन में वह वाचाल तथा चंचल थी आज मालती विवाहिता है तथा एक बच्चे की माँ है लेखक महसूस करता है कि वह कुछ कहना चाहती है लेकिन कुछ कह नहीं पाती है। मालती का जीवन ग्रैग्रीन रोग के समान हो गया था जिसका ऑपरेशन उसका पति करता था | पूरे दिन काम करना, बच्चे की देखभाल करना और पति का इंतज़ार करना इतने में ही उसका जीवन सिमट के रह गया था

कक्षा 12 हिन्‍दी रोज | Roj class 12 hindi

लेखक ने एक गृहिणी पर पड़ने वाले प्रभाव को बड़ी ही कुशलता के साथ व्यक्त किया है। उसके पति के काम पे चले जाने के बाद पूरा दिन मालती को घर में अकेले ही बिताना पड़ता था उसका पुत्र बीमार तथा दुर्बल था जो हर समय रोता रहता था या सोता रहता था। मालती अपने आप को घर के कार्यों तथा शिशु के देखभाल में सुबह से रात 11 बजे तक व्यस्त रखती थी ऐसा लग रहा था जैसे इस उबाऊ और उदासी भरे जीवन को वो ढो रही हो

इस प्रकार लेखक ने मध्यमवर्गीय भारतीय समाज में घरेलू स्त्री के जीवन और मनोदशा को दिखाने का प्रयास किया है

कक्षा 12 हिन्‍दी उसने कहा था

कक्षा 12 हिन्‍दी अर्धनारीश्‍वर | Ardhnarishwar class 12 hindi

इस पोस्‍ट में हमलोग बिहार बोर्ड कक्षा 12 हिन्‍दी के गद्य भाग के पाठ चार ‘अर्धनारीश्‍वर (Ardhnarishwar class 12 hindi)’ के व्‍याख्‍या सारांश सहित जानेंगे।

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Bseb Class 12th Hindi Chapter 4 अर्धनारीश्‍वर

लेखक- रामधारी सिंह दिनकर

लेखक परिचय

जन्म-23 सितम्बर 1908 निधन- 24 अप्रैल 1974
जन्म स्थान – सिमरिया बेगूसराय बिहार माता-पिता – मनरूप देवी और रवि सिंह
शिक्षा- आरंभिक शिक्षा गाँव में, 1928 में मोकामा घाट रेल्वे हाई स्कूल से मैट्रिक, 1932 में पटना कॉलेज से बी.ए. (इतिहास)
साहित्यिक अभिरुचि- 1925 में छात्र सहोदर पहली कविता प्रकाशित, छात्र जीवन में देश, प्रकाश, प्रतिमा जैसे अनेक रचनाएँ प्रकाशित हुई।
कृतियाँ– प्रमुख काव्य- प्रणभंग (1929), रेणुका (1935), हुंकार(1938), रसवंती (1940),
कुरुक्षेत्र (1946), रश्मिरथी (1952), नीलकसम (1954), उर्वशी (1961)
प्रमुख गद्य -मिट्टी की ओर (1946), संस्कृति के चार अध्याय (1956), काव्य की भूमिका (1958),
सम्मान – संस्कृति के चार अध्याय के लिए साहित्य अकादमी और उर्वशी के लिए भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार, पद्मभूषण से सम्मानित।
रामधारी सिंह दिनकर राष्ट्रकवि के नाम से विख्यात हैं।

कड़‍बक कविता का अर्थ

Ardhnarishwar Class 12 Hindi Explanation

पाठ परिचय

प्रस्तुत निबंध अर्धनारीश्वर की रचना राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर ने की है। ऐसा माना जाता है कि अर्धनारीश्वर भारत का मिथकीय प्रतीक है जिसमें दिनकर ने अपना मनोचीत आदर्श निरूपित किया है।

मूलत: अर्धनारीश्वर भगवान शंकर और पार्वती का कल्पित रूप होता है जिसका आधा अंग पुरुष का और आधा अंग नारी का होता है। अर्धनारीश्वर इस बात का प्रतीक है कि स्त्री और पुरुष में कोई भेद नहीं है तथा एक का गुण दूसरे का दोष नहीं हो सकता अर्थात अगर पुरुषों में नारियों का गुण आ जाए तो इससे उसकी मर्यादा कम नहीं होगी बल्कि उनके गुणों में अभिवृद्धि होगी।

लेकिन कृषि के विकास के बाद नारी की पराधीनता आरंभ हो गई।जिंदगी दो भागों में बंट गई। नारी घर में और पुरुष बाहर रहने लगे। दोनों अपने कर्तव्यों से विचलित हो गए। नर कर्कश और कठोर हो गया। युद्धों में रक्त बहाते समय उसे इस बात का ध्यान ही नहीं रहा कि रक्त के पीछे जिनका सिंदूर बह रहा है उनका क्या होगा और न ही उन सिंदूरवालियों को ही फिक्र है। दिनकर जी कहते हैं कि अगर कौरवों की सभा में सन्धि वार्ता कृष्ण और दुर्योधन के बीच न होकर कुंती और गंधारी के बीच हुई होती तो शायद आज महाभारत का युद्ध नहीं होता।

कक्षा 12 हिन्‍दी बातचीत सम्‍पूर्ण व्‍याख्‍या

लेखक इस पाठ में नारी के महत्‍व को बताया है। मुंशी प्रेमचंद कहते हैं कि पुरूष जब नारी का गुण लेता है तो वह देवता बन जाता है, किंतु नारी जब नर का गुण सिखती है तो वह राक्षसी हो जाती है।

लेखक नारीयों प्रति लोगों के सोच को भी इस पाठ में उजागर करते हैं। वह कहते हैं कि समाज में नारी को ही ‘नागिन’ या ‘जादूगरनी’ समझा जाता है। परंतु लेखक इस बात को झूठ मानते हैं। नर अपनी दुर्बलता छूपाने के लिए इस प्रकार की शब्‍दों का ईजाद करता है।

रामधारी सिंह दिनकर ने इस निबंध में स्त्रियों के सम्मान को बढ़ाने पर बल दिया है । उन्होने गांधी और मार्क्स के विचारों की वकालत की है जिन्होंने नारी जाति के सम्मान की बात कही है।उन्होने गांधी जी की पोती द्वारा लिखित पुस्तक “बापू मेरी माँ” की भी चर्चा की है जिसमें पुरुषों में उपस्थित नारियों के गुण जैसे दया, क्षमा इत्यादि को बतलाया गया है।

कक्षा 12 हिन्‍दी उसने कहा था

कक्षा 12 हिन्‍दी उसने कहा था | Usne kaha tha class 12th hindi

इस पोस्‍ट में हमलोग बिहार बोर्ड कक्षा 12 हिन्‍दी के गद्य भाग के पाठ दो ‘बातचीत (usne kaha tha class 12th hindi)’ के व्‍याख्‍या सारांश सहित जानेंगे।

usne kaha tha class 12th hindi

Bseb Class 12th Hindi Chapter 2 उसने कहा था

लेखक परिचय
लेखक– चंद्रधर शर्मा गुलेरी

जन्म- 7 जुलाई 1883 निधन- 12 सितंबर 1922
जन्म स्थान – जयपुर, राजस्थान
मूल निवास – गुलैर नामक ग्राम, जिला- कांगड़ा हिमाचल प्रदेश
रचनाएँ- कहानियाँ – सुखमय जीवन, बुद्धू का कांटा, उसने कहा था
निबंध- कछुआ धरम, मारेसि मोहिं कुठाँव, पुरानी हिन्दी, भारतवर्ष, डिंगल, संस्कृत की टिपरारी, देवनां प्रिय आदि।
अंग्रेजी में – ए पोयम बाय भास, ए कमेंटरी ऑन वात्स्यायंस कामसूत्र, दि लिटेररी कृटिसिज्म

Usne Kaha Tha Class 12 Hindi Explanation

उसने कहा था कहानी का सारांश

उसने कहा था शीर्षक कहानी चन्द्रधर शर्मा गुलेरी द्वारा लिखी गई एक अमर रचना हैा जिसकी शुरुआत अमृतसर के भीड़ भरे बाजार से शुरू होती है जहां बारह वर्ष का लड़का एक 8 वर्ष की लड़की को तांगे के नीचे आने से बचाता हैा लड़का लड़की से पूछता है कि क्या तेरी मंगनी हो गई इस पर लड़की धत कहकर भाग जाती है। दोनों बाजार में अक्सर कभी सब्जीवाले तो कभी दूध वाले के यहाँ मिलते और लड़का बार-बार उससे यही प्रश्न पूछता।

कड़‍बक कविता का अर्थ

कुछ समय बाद जब लड़का पुनः उस लड़की से पूछता है तो वह कहती है कि हाँ मेरी कुड़माई (मंगनी) हो गई इस बात से लड़का उदास हो जाता है।

इस घटना के बाद वह लड़का सेना में भर्ती होता है और अंग्रेज़ों की ओर से फ्रांस मे लड़ने जाता है। सेना में सूबेदार हजारा सिंह, जमादार लहना सिंह, वजीरा सिंह और बोधा सिंह के बीच प्रेम, शौर्य और मस्ती की चर्चाएं चलती है। बोधा सिंह बीमार होता हैं तथा लहना सिंह उसका पूरा ख्याल रखता है।

एक बार की बात है जब लहना सिंह, सुबेदार हजारा सिंह के घर घूमने जाता है तो सुबेदार की पत्‍नी पहचान जाती है कि वह वहीं लड़का है, जो बचपन में मुझ से पूछा करता था कि तेरी कुड़माई हो गई है। लहना सिंह भी उस को पहचान जाता है। जब लहना सिंह उसके घर से जा रहा था तो सुबेदार की पत्‍नी लहना सिहं को बुलकर कहती है कि मेरे पति हजारा सिंह और बेटा बोधा सिंह का ख्‍याल रखना।

कक्षा 12 हिन्‍दी बातचीत सम्‍पूर्ण व्‍याख्‍या

इंगलैंड को ओर से सुबेदार हजारा सिंह, उसका बेटा बोधा सिंह, दोस्‍त वजिरा सिंह लहना सिंह के सभी लड़ने जाते हैं। जर्मनी की सेना इनलोगों पर हमला कर देती है। लहना सिंह अपने जान पर खेल कर जर्मन सैनिकों को हरा देता है और इनलोगों की रक्षा करता है। युद्ध के दौरान हजारा सिंह, लहना सिंह और बोध सिंह घायल हो जाते हैं, जब एम्‍बुलेंस इनलोगों को लेने आती है, तो एम्बुलेंस में जगह कम होने के कारण घायल होने के बावजूद लहना सिंह बोधा सिंह और हजारा सिंह को बैठा देता है और सुबेदार हजारा सिंह से कहता है कि सुबेदारीन से कह देना कि ‘उसने जो कहा था’ कर दिया। अगली सुबह अखबार में लोगों पढ़ते हैं कि सिख राइफल जमादार हजारा सिंह घावों से मर गया।

कक्षा 12 हिन्‍दी बातचीत सम्‍पूर्ण व्‍याख्‍या | Batchit Class 12

इस पोस्‍ट में हमलोग बिहार बोर्ड कक्षा 12 हिन्‍दी के गद्य भाग के पाठ एक ‘बातचीत (Batchit Class 12)’ के व्‍याख्‍या सारांश सहित जानेंगे।

batchit class 12

Bseb Class 12 Hindi Chapter 1 बातचीत

लेखक परिचय

लेखक- बालकृष्‍ण भट्ट
जन्म- 23 जून 1844
निधन- 20 जुलाई 1914

निवास- इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश आधुनिक काल के भारतेन्दु युग के प्रमुख साहित्यकार

रचनाएँ:  उपन्यास- रहस्य कथा, नूतन ब्रह्मचारी, सौ अजान एक सुजान, गुप्त वैरी, रसातल यात्रा, उचित दक्षिणा, हमारी घड़ी, सदभाव का अभाव, नाटक-पद्मावती, किरातर्जुनीय,वेणी संहार, शिशुपाल वध, नल दमयंती, शिक्षा दान, चंद्रसेन, सीता वनवास, पतित पंचम, मेघनाथ वध, कट्टर सूम की एक नकल, वहन्नला, इंग्लैंडेश्वरी और भारत जननी, भारतवर्ष और कलि, दो दूरदेशी, एक रोगी और एक वैध, रेल का विकेट खेल, बाल विवाह, प्रहसन- जैसा काम वैसा परिणाम, नई रौशनी का विष, आचार विडंबन इत्यादि

निबंध- लगभग 1000 निबंध जिनमें सौ से ऊपर बहुत महत्त्वपूर्ण

बातचीत निबंध का सारांश

बातचीत शीर्षक निबंध आधुनिक काल के प्रसिद्ध निबंधकार बालकृष्ण भट्ट द्वारा लिखा गया है जिसमें वाकशक्ति को लेखक ने ईश्वर का वरदान बताया है। बालकृष्ण जी कहते हैं कि वाकशक्ति अगर मनुष्य में ना होती तो ना जाने इस गूंगी सृष्टि का क्या हाल होता। वे कहते हैं कि बातचीत में वक्ता को स्पीच की तरह नाज-नखरा जाहिर करने का मौका नहीं दिया जाता।

वे कहते हैं कि जैसे आदमी को जिंदगी मजेदार बनाने के लिए खाने, पीने, चलने, फिरने इत्यादि की जरूरत है वैसे ही बातचीत भी अति आवश्यक है। इससे चित्त हल्का और स्वच्छ हो जाता है और मवाद जो हृदय में जमा रहता है वो भाप बनकर उड़ जाता हैा बेन जानसन कहते है कि बोलने से ही मनुष्य के रूप का साक्षात्कार होता हैा

लेखक ने बातचीत के प्रकार को भी बताया है। एडीसन मानते हैं कि असल बातचीत सिर्फ दो व्यक्तियों में हो सकती है अर्थात जब दो लोग होते है तभी अपना दिल एक दूसरे के सामने खोल पाते हैा लेखक के अनुसार तीन लोगों के बीच बातचीत अंगूठी में जुड़ी नग जैसी होती हैा चार लोगों के बीच की बातचीत केवल फ़ार्मेलिटी होती है।

लेखक कहते हैं कि यूरोप के लोगों मे बातचीत का हुनर है जिसे आर्ट ऑफ कनवरसेशन कहते हैा इनके प्रसंग को सुनके कान को अत्यंत सुख मिलता हैा इसे सुहृद गोष्ठी कहते हैा

अंततः बालकृष्ण भट्ट कहते है कि हमें अपने अंदर ऐसी शक्ति पैदा करनी चाहिये जिससे हम अपने आप बातचीत कर लें और बातचीत का यही उत्तम तरीका है।

Bihar Board Class 12th Hindi Notes गद्य खण्ड

Class 12th Hindi गद्य खण्ड
1   बातचीत
2   उसने कहा था
3   संपूर्ण क्रांति
4   अर्द्धनारीश्वर
5   रोज
6   एक लेख और एक पत्र
7   ओ सदानीरा
8   सिपाही की माँ
9   प्रगीत और समाज
10   जूठन
11   हँसते हुए मेरा अकेलापन
12   तिरिछ
13   शिक्षा

Bihar Board Class 12th Hindi दिगंत भाग 2 Notes पद्य खण्ड

Class 12th Hindi पद्य खण्ड
1   कड़बक
2   सूरदास के पद
3   तुलसीदास के पद
4   छप्पय
5   कवित्त
6   तुमुल कोलाहल कलह में
7   पुत्र वियोग
8   उषा
9   जन-जन का चेहरा एक
10   अधिनायक
11   प्यारे नन्हें बेटे को
12   हार-जीत
13   गाँव का घर
14   Class 12th English

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कक्षा 10 हिंदी धरती कब तक घूमेगी | Dharti kb tak ghumegi class 10 subjective question

इस पोस्‍ट में हमलाेेग बिहार बोर्ड कक्षा 10 हिन्‍दी वर्णिका के पाठ पाँच ‘धरती कब तक घूमेगी (Dharti kb tak ghumegi class 10 subjective question)  को पढेंगें |

Dharti kb tak ghumegi class 10 subjective question

Bihar Board Class 10 Hindi Chapter 5  धरती कब तक घूमेगी (राजस्‍थानी कहानी, कहानीकाक साँवर दइया)

प्रश्न 1. सीता क्या सोचकर घर से निकल पड़ी? (2011A,2015C)

उत्तर- प्रतिमाल 50-50 रु० देने की बात सुनकर सीता को हार्दिक पीड़ा हुई। उसने सोचा कि जब मुझे मजदूरी ही करनी है तो कहीं भी कर लँगी और रोटी खा लूँगी। यही सोचकर वह घुटन में घर से निकल पड़ी।

प्रश्न 2. सीता अपनी स्थिति को किससे तुलना करती है?

उत्तर- बच्चों का खेल ‘माई-माई रोटी दे’। भिखारिन आती है और कहती है- ”माई-माई रोटी दे” अन्दर से उत्तर मिलता है- यह घर छोड़ दूसरे घर जा। सीता भी अपने को उस भिखारिन जैसी मानती है । इसे भी महीना पूरे होते हो वही आदेश सुनाई देता है।

प्रश्न 3. सीना अपने ही घर में क्यों घुटन महसूस करती है? (TBQ, 2011A, 2014A,

2017A, 2018A)

Dharti kb tak ghumegi class 10 subjective question

हिंदी कक्षा 10 श्रम विभाजन और जाति-प्रथा का सम्‍पूर्ण व्‍याख्‍या

उत्तर- सीता विधवा होने के बाद बेटे और बहुओं से उपेक्षित हो गई है। बात-बात पर उसे मात्र दो रोटियों के लिए ताने सुनने पड़ते हैं। इससे वह सर्वदा अपमानित महसूस करती है। उसे लगता है कि घरती आकाश सिमटकर बहुत छोटा हो गया है। इसलिए सीता अपने ही घर में घुटन महसूस करती है।

प्रश्न 4. पाली बदलने पर बच्चों की खुशी, माता-पिता की नाखुशी का कारण क्या था? नगर शीर्षक कहानी के आधार पर बतायें। (TBQ, 2012C)

उत्तर- बच्चों के निष्कलुष हृदय में अपनी दादी के लिए प्यार है। अत: पाली बदलने पर बच्चे हर्षित होकर उसके पास आते और कहते- “दादीजी, कल से आप हमारे घर खाना खायेंगी, हम साथ ही साथ खायेंगे। बच्चों के लिए दादी का सानिध्य और प्यार आनन्ददायक था। अतः वे खुश होते पर उनके माता-पिता अपनी माँ को भार समझते थे, इसलिए वे नाखुश होते।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्‍न 

प्रश्न 1.सीता का चरित्र चित्रण करें। (TBQ, 2011C, 2013C)

उत्तर- सीता एक विधवा पर सहिष्णु महिला थी। वह बहुओं की विषाक्त बातों को कभी उत्तर नहीं देती। वह अपने हृदय को पत्थर कर अपने ही घर में विराना बनकर रह रही थी। बेटों ने उसे एक-एक महीने पाली पर रखा तो वह कुछ नहीं बोली पर जब उसे 50 रु० प्रतिमाह देने की बात बेटों ने बिना उससे राय लिए ही तय कर की तो उसका स्वाभिमान जगा और वह घर से निकल पड़ी।

इस प्रकार सीता सुख-दुःख में समरस रहनेवाली, शान्त प्रकृति की स्वाभिमानिनी और दृढ़ निश्चय प्रकृति की महिला है।

प्रश्न 2. कहानी के शीर्षक की सार्थकता स्पष्ट करें। (TBQ)

Dharti kb tak ghumegi class 10 subjective question

संस्‍कृत कक्षा 10 प्रथमः पाठः मङ्गलम् का भावार्थ

अथवा, ‘धरती कब तक घूमेगी’ कहानी के शीर्षक की सार्थकता सिद्ध करें। (2014C, 2015A, 2015C, 2016C)

उत्तर- इस कहानी का शीर्षक ‘धरती कब तक घूमेगी’ घटना-प्रधान है । सीता अपने बेटों और उनसे अधिक बहुओं का विष सहते-सहते परेशान हो जाती है। उसे अपना पूर्व का जीवन स्मरण हो आता है। उसने आकाश की ओर दृष्टि उठाकर देखी और फिर पृथ्वी की ओर देखकर महसूस किया कि पृथ्वी और आकाश के बीच घुटन भरी हुई है।

दो रोटियाँ ही सबकुछ नहीं, इनके अलावे भी तो कुछ है और वही अलावे वाली इच्छाएँ ही तो दुख भोगने को बाध्य करती हैं।

सीता को आशा है कि धरती घूमेगी, पर कब तक घूमेगो ? अत: यह शीर्षक सार्थक है।

प्रश्न 3. ‘इस समय उसकी आँखों के आगे न तो अँधेरा था और न ही उसे धरती और आकाश के बीच घुटन हुई।’ सप्रसंग व्याख्या करें। (TBQ)

उत्तर- प्रस्तुत पंक्तियाँ सिद्धहस्त कथाकार साँवर दइया की लेखनी से स्यूत ‘धरती कबतक धूमेगी’ कहानी से उद्धृत हैं।

बेटे और बहुओं के विषाक्त वातावरण में रहते सीता प्रायः अर्द्धविक्षुब्ध हो चुकी थी। उसे धरती और आकाश संकुचित दीख पड़ रहे थे क्योंकि मन का भाव ही मनुष्य बाह्य प्रकृति में देखता है। घर के घुटन ने उसे मानसिक अस्वस्थ बना दिया था।

Dharti kb tak ghumegi class 10 subjective question

महीने-महीने पाली बदलकर तो उसने पाँच वर्षों को लम्बी अवधि काट दी पर 50 रु० प्रतिव्यक्ति प्रतिमाह देने की बात से वह तिलमिला उठी और कठोर निर्णय लेते हुए अपने कुछ फटे-पुराने कपड़े लेकर उस घुटन-भरे घर से तड़के निकल पड़ी। इस समय मन शान्त और हृदय उद्वेग रहित था। उसकी आँखों के आगे अभी न तो अँधेरा था और न धरती-आकाश के बीच घुटन। उसका मन जैसे शांत और निर्मल हो गया प्रकृति भी वैसी ही दीख रही थी।

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कक्षा 10 हिंदी माँ | Maa class 10 hindi Subjective questions

इस पोस्‍ट में हमलाेेग बिहार बोर्ड कक्षा 10 हिन्‍दी वर्णिका के पाठ तीन ‘माँ (Maa class 10 hindi Subjective questions)  को पढेंगें |

Maa class 10 hindi Subjective questions

Bihar Board Class 10 Hindi Chapter 3 माँ (गुजराती कहानी, कहानीकार ईश्वर पेटलीकर)

प्रश्न 1. यह किनकी उक्ति है- “इस तरह पागल पुत्री को तो एक माँ ही पाल सकती है?

उत्तर- यह उक्ति समीप और समाज के लोगों की है।

प्रश्न 2. मंगु के प्रति माँ और परिवार के अन्य सदस्यों के व्यवहार में जो फर्क है, उसे अपने शब्दों में लिखें। (TBQ,2011C,2014A)

उत्तर- मंगु जन्मजात पागल और मूक थी, फिर भी माँ का व्यवहार वात्सल्यपूर्ण था। वह उसे टट्टी, पेशाब कराती, खिलाती और साथ सोलाती थी। किन्तु भाभियाँ उससे घृणा करती थीं। बहन कहती कि माँ का लाड़-प्यार उसे अधिक पागल बना दिया है। भाईयों का व्यवहार भी उसके साथ प्यारयुक्त नहीं था।

प्रश्न 3. माँ कहानी के आधार पर माँ की ममता का वर्णन करें। (2016A)

उत्तर- मंगु जन्मजात पागल और मूक थी, फिर भी माँ का व्यवहार वात्सल्यपूर्ण था। वह उसे टट्टी-पेशाब कराती, खिलाती और साथ सुलाती थी। किन्तु भाभियाँ उससे घृणा करती थी। बहन भाइयों का व्यवहार भी उसके साथ प्यारयुक्त नहीं था। वे उसे बोझ समझते थे।

हिंदी कक्षा 10 श्रम विभाजन और जाति-प्रथा का सम्‍पूर्ण व्‍याख्‍या

Maa class 10 hindi Subjective questions

प्रश्न 4. माँ जी मंगु की श्रेणी में कैसे मिल गई?

उत्तर- माँ जी मंगु को अस्पताल में रखकर पुत्र के साथ घर तो लौट गई किन्तु उनका हृदय मंगु के बारे में हो सोच रहा था । सब दिन साथ रही बेटी का विछोह उन्हें बेचैन कर रहा था । अन्तर्द्वन्‍द्व उन्हें एक पल भी शांत नहीं रहने दे रहा था। मंगु की चिन्ता ही माँ जी को मंगु की श्रेणी में मिला दिया अर्थात् वह भी सोचने समझने की शक्ति खोकर पागल हो गई।

प्रश्न 5. माँ मंगु को अस्पताल में क्यों नहीं भर्ती कराना चाहती? विचार करें। (TBQ,2011A,2013A)

अथवा मंगु को उसकी मां अस्पताल में भर्ती क्यों नहीं करवाना चाहती थी? (2018A)

उत्तर- माँ समझती थी कि मैं माँ होकर सेवा नहीं कर सकती, तो अस्पताल वालों को क्या पड़ी है? अपंग जानवरों की गोशालाओं में भर्ती कर अपने जैसा ही यह कहा जायेगा। उसे कौन प्यार से खिलायेगा? कौन यही-पेशाब करायेगा? गीला बिछान कौन बदलेगा और कौन साथ सोलायेगा ? इन बातों को सोंचती हुई वह अपने शरीर से उत्पन्न पुत्री को अस्पताल में भर्ती कराना नहीं चाहती थी।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्‍न  

प्रश्न 1. कुसुम के पागलपन में सुधार देख मंगु के प्रति माँ, परिवार और समाज की प्रतिक्रिया को अपने शब्दों में लिखें। (TBQ, 2016A)

उत्तर- कुसुम ठीक होकर घर आयी तब सारा गाँव उसे देखने उमड़ पड़ा और सबसे आगे माँ जी थी। कुसुम को ठीक-ठाक देख माँ जी को हर व्यक्ति सलाह देने लगा, “माँ जी आप मंगु को एक बार अस्पताल में भर्ती करके तो देखें । वह जरूर अच्छी हो जायेंगी।” कुसुम से घर पर बात होने के बाद माँ का अस्पताल के प्रति जो घृणित गाँठ पड़ गई थी, वह खुल गई और यह भी एक बार यह सोचकर कि ठीक नहीं होगी तो उसे घर लौटा लिया जायेगा इसलिए अस्पताल ले गई।

संस्‍कृत कक्षा 10 प्रथमः पाठः मङ्गलम् का भावार्थ

Maa class 10 hindi Subjective questions

प्रश्न 2. मंगु जिस अस्पताल में भर्ती की जाती है, उस अस्पताल के कर्मचारी व्यवहार कुशल है या संवेदनशील ? विचार करें। (TBQ)

उत्तर- मंगु जिस अस्पताल में भर्ती की जाती है उस अस्पताल के कर्मचारी व्यवहार कुशल हैं। रोगी के अभिभावक के साथ कैसे पेश आना चाहिए और रोगी के साथ कैसा व्यवहार करना चाहिए, इसे वे अच्छी तरह समझते हैं और व्यवहार में लाते हैं। पति के सामने परिचारिका ने पगली स्त्री के साथ बड़ा सौम्य व्यवहार किया। सामान्य लोग क्रुद्ध हो जाते। मैट्रन आदि अस्पताल के कर्मचारी अपने व्यवहार से माँ जी को भी आश्वस्त कर दिए। अत: वे व्यवहार कुशल हैं न कि संवेदनशील।

प्रश्न 3. इस कहानी के द्वारा कवि क्या संदेश देता है? |

उत्तर- इस कहानी में माँ की ममता और वात्सल्य की भावना को कथाकार ने स्पष्ट करते हुए हमें ‘मातृदेवोभव’ का पाठ स्मरण कराया है। माँ की सेवा बलिदान और त्याग के लिए हम उसे क्या प्रतिदान दे सकते हैं। माँ के उस ममता का प्राप्त करने के लिए हो तो हमारे ऋषियों ने ब्रह्म को शक्ति अर्थात् मातृरूप में देखना शुरू किया क्योंकि जितना हमारे समीप माँ हो सकती है, हमारे लिए जितना कष्ट वह उठा सकती है, उतना दूसरा कोई नहीं। अतः हमें भी मनसा, वाचा, कर्मणा, मातृभक्त होना चाहिए।

Maa class 10 hindi Subjective questions

प्रश्न 4. कहानी के शीर्षक की सार्थकता पर विचार करें। (TBQ, 2017A)

उत्तर- इस कहानी का शीर्षक ‘माँ’ है। सम्पूर्ण कहानी में माँ की ही प्रधानता है। एक माँ अपने अपंग और पागल पुत्री मंगु को भी प्यार करती है, सेवा करती है और सर्वदा चिंतित रहती है।

शीर्षक का निर्धारण घटित घटना के आधार पर, घटना स्थान के आधार पर और प्रधान पात्र के आधार पर होता है। यहाँ कथाकार ने इस कहानी में माँ को ही प्रधान पात्र बनाया है। माँ ही सर्वत्र यहाँ छायी हुई है। अत: कहानी का ‘माँ’ शीर्षक पूर्ण उपयुक्त है।

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Mere bina tum prabhu class 10 objective question | मेरे बिना तुम प्रभु

इस पोस्‍ट में हमलोग बिहार बोर्ड कक्षा 10 हिंदी पद्य भाग के पाठ बारह ‘मेरे बिना तुम प्रभु (Mere bina tum prabhu class 10 objective question)’ के महत्‍वपूर्ण ऑब्‍जेक्टिव प्रश्‍नों के उत्तर को पढ़ेंगे।

Mere bina tum prabhu class 10 objective question

Bihar Board Class 10 Hindi Chapter 12 मेरे बिना तुम प्रभु

प्रश्‍न 1. मेरे बिना तुम प्रभु’ के लेखक कौन है?

(a) रेनर मारिया रिल्के

(b) सुमित्रानंदन पंत

(c) दिनकर

(d) अज्ञेय

उत्तर- (a) रेनर मारिया रिल्के-

प्रश्‍न 2. रेनर मारिया रिल्के का जन्म कब हुआ?

(a) 4 नवम्बर, 1873 को

(b) 4 जनवरी, 1874 को

(c) 4 दिसम्बर, 1875 को

(d) 4 फरवरी, 1876 को

उत्तर- (c) 4 दिसम्बर, 1875 को

प्रश्‍न 3. रेनर मारिया रिल्के का जन्म कहाँ हुआ?

(a) जापान

(b) जर्मनी

(c) इंग्लैंड

(d) कम्बोडिया

उत्तर-  (b) जर्मनी

प्रश्‍न 4. रेनर के पिताजी का क्या नाम था?

(a) पीटर रिल्के

(b) जॉनसन रिल्के

(c) विलियम्स रिल्के

(d) जोसेफ रिल्के

उत्तर-  (d) जोसेफ रिल्के

प्रश्‍न 5. रेनर के माताजी का क्या नाम था?

(a) मरीयम

(a) मैरी

(c) सोफिया

(d) मारिया

उत्तर- (c) सोफिया

प्रश्‍न 6. भक्त रिल्के प्रभु (ईश्वर) से क्या करता है?

(a) प्रश्न

(b) सजदा

(c) प्रार्थना

(d) इनमें सभी

उत्तर-  (a) प्रश्न

संस्‍कृत कक्षा 10 प्रथमः पाठः मङ्गलम् का भावार्थ

प्रश्‍न 7. रेनर मारिया रिल्के किस भाषा के कवि हैं? -[20 (A) TI]

(a) अंग्रेजी

(b) फ्रेंच

(c) जर्मन

(d) ग्रीक

उत्तर-  (c) जर्मन

प्रश्‍न 8. रिल्के की ‘कहानी-संग्रह है।

(a) लाइफ एण्ड सॉग्स

(b) टेल्स ऑफ आलमाइटी

(c) लॉरेंस सेक्रिफाइस

(d) एडवेंट

उत्तर-  (b) टेल्स ऑफ आलमाइटी

प्रश्‍न 9. रिल्के का कविता ‘मेरे बिना तुम प्रभु’ है:

(a) भावात्मक रहस्यवाद

(b) भक्ति भावात्मक

(c) हास्यात्मक

(d) इनमें सभी

Mere bina tum prabhu class 10 objective question

उत्तर- (a) भावात्मक रहस्यवाद

प्रश्‍न 10. भक्त कवि अपने को भगवान का क्या मानता है?

(a) जलपात्र

(b) सेवक

(c) भक्त

(d) अनुयायी

उत्तर-  (a) जलपात्र

प्रश्‍न 11. निर्वासित का अर्थ है:

(a) बेघर

(b) बिस्तर

(c) भागना

(d) मर जाना

उत्तर-  (a) बेघर

प्रश्‍न 12. पाठ्यपुस्तक में संकलित रिल्के की कविता का हिन्दी अनुवाद (रूपांतर) किसने किया है? [18 (C

(a) रघुवीर सहाय

(b) धर्मवीर भारती

(c) प्रेमचंद

(d) डॉ. संपूर्णानंद

उत्तर-  (b) धर्मवीर भारती

प्रश्‍न 13. पाठ्यपुस्तक में संकलित रिल्के की कविता किस भाव की है?

(a) शृंगार

(b) वीर

(c) भक्ति

(d) अद्भुत

उत्तर- (c) भक्ति

प्रश्‍न 14. भगवान की कृपा दृष्टि कहाँ विश्राम करती थी?

(a) कवि के भाल पर

(b) कवि के ओठों पर

(c) कवि के नयनों पर

(d) कवि के कपोलों पर

उत्तर- (d) कवि के कपोलों पर

प्रश्‍न 15. कवि किसके स्वादहीन होने की बात करता है?

(a) फल

(b) दूध

(c) मिठाई

(d) मदिरा

उत्तर-  (d) मदिरा

Mere bina tum prabhu class 10 objective question

हिंदी कक्षा 10 श्रम विभाजन और जाति-प्रथा का सम्‍पूर्ण व्‍याख्‍या

प्रश्‍न 16. कवि रिल्के के अनुसार मनुष्य के बिना किसका अस्तित्व न रहेगा?

(a) ईश्वर

(b) पर्वत

(c) प्रकृति

(d) हवा

उत्तर-  (a) ईश्वर

प्रश्‍न 17. कवि रिल्के के अनसार ईश्वर को सर्वशक्तिमान के रूप में किसने

प्रतिष्ठित किया है?

(a) ईश्वर ने

(b) सृष्टि ने

(c) मनुष्य ने

(d) किसी ने नहीं

उत्तर-  (c) मनुष्य ने

प्रश्‍न 18. रिल्के की काव्य शैली कैसी है?

(a) गीतात्मक

(b) प्रतीकात्मक

(c) भावात्मक

(d) कथात्मक

उत्तर-  (a) गीतात्मक

प्रश्‍न 19. ‘मेरे बिना तुम प्रभु’ किस भाषा से अनुवादित है? [18 (A) II

(a) अंग्रेजी

(b) जर्मन

(c) रूसी

(d) फ्रांसीसी

उत्तर-  (b) जर्मन

प्रश्‍न 20. ‘दूर चट्टानों की ठंडी गोद में’ किस कवि की पंक्ति है? [18 (A)1]

(a) जीवानानंद दास

(b) अनामिका

(c) सुमित्रानंदन पंत

(d) रेनर मारिया रिल्के

उत्तर-  (d) रेनर मारिया रिल्के

Mere bina tum prabhu class 10 objective question

प्रश्‍न 21. कवि अपने को भगवान का मानता है:

(a) साथी

(b) पादुका

(c) वस्त्र

(d) भक्त

उत्तर-  (b) पादुका

प्रश्‍न 22. लबादा का अर्थ है:

(a) लाठी

(b) परिधान

(c) भक्ति

(d) समाज

उत्तर- (b) परिधान

प्रश्‍न 23. रेनर मारिया की मृत्यु कब हुई थी:

(a) 1925 ई. में

(b) 1926 ई० में

(c) 1923 ई. में

(d) 1924 ई० में

उत्तर- (b) 1926 ई० में

प्रश्‍न 24. भगवान का अस्तित्व समाप्त हो सकता है:

(a) मंदिर न होने पर

(b) भक्त न होने पर

(c) ग्रन्थ न होने पर

(d) मठ न होने पर

उत्तर- (b) भक्त न होने पर

प्रश्‍न 25. चरणों में छाले पड़ जाएंगे. वे ….. लहलहान !

(a) भटकेंगे

(b) तुम्हारे

(c) सूर्यास्त

(d) चट्टानों

उत्तर-  (a) भटकेंगे

प्रश्‍न 26. किसे खोकर ईश्वर अपना अर्थ खो बैठेंगे? [19 (C)]

(a) ईश्वर

(b) धर्मगुरु

(c) भक्त

(d) दानव

उत्तर- (c) भक्त

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Lautkar aaunga phir class 10 objective question | लौटकर आऊंगा फिर

इस पोस्‍ट में हमलोग बिहार बोर्ड कक्षा 10 हिंदी पद्य भाग के पाठ ग्‍यारह ‘लौटकर आऊंगा फिर (Lautkar aaunga phir class 10 objective question)’ के महत्‍वपूर्ण ऑब्‍जेक्टिव प्रश्‍नों के उत्तर को पढ़ेंगे।

Lautkar aaunga phir class 10 objective question

Bihar Board Class 10 Hindi Chapter 11. लौटकर आऊंगा फि

प्रश्‍न 1. जीवनानंद दास किस भाषा के कवि है?

(a) हिन्दी

(b) उड़िया

(c) बाँगला

(d) मराठी

उत्तर-  (c) बाँगला

प्रश्‍न 2. इनमें से कौन-सी कृति जीवनानंद दास की नहीं है?

(a) झरा पालक

(b) धूसर पांडुलिपि

(c) वनलता सेन

(d) भूमिजा

उत्तर- (d) भूमिजा

प्रश्‍न 3. सपस्तक में संकलित जीवनानंद दास की कविता का हिंदी में अनुवाद किसने किया है?

(a) प्रयाग शुक्ल

(b) पंकजविष्ट

(c) वीरेंद्र सक्सेना

(d) मणिका मोहिनी

उत्तर-  (a) प्रयाग शुक्ल

प्रश्‍न 4. सातटि तारार तिमिर’ किसकी कृति है?

(a) राजीव सेठ

(b) जीवनानंद दास

(c) मणिका मोहिनी

(d) कुसुम अंसल

उत्तर-  (b) जीवनानंद दास

प्रश्‍न 5. लौटकर आऊँगा फिर’ शीर्षक कविता में उल्लू कहाँ बोलता है?

(a) आम के पेड़ पर

(b) कपास के पेड़ पर

(c) कचनार के पेड़ पर

(d) अमरूद के पेड़ पर

उत्तर-  (b) कपास के पेड़ पर

Lautkar aaunga phir class 10 objective question

प्रश्‍न 6. लौटकर आऊँगा फिर कविता में कवि का कौन-सा भाव प्रकट होता है?

(a) मातृभूमि-प्रेम

(b) धर्म-भाव

(c) संसार की नश्वरता

(d) मातृ-भाव

उत्तर- (a) मातृभूमि-प्रेम

प्रश्‍न 7. ‘वनलता सेन’ किस कवि की श्रेष्ठ रचना है?

(a) रवीन्द्रनाथ ठाकुर

(b) जीवनानंद दास

(c) नजरूल इस्लाम

(d) जीवानंद

उत्तर-  (b) जीवनानंद दास

संस्‍कृत कक्षा 10 प्रथमः पाठः मङ्गलम् का भावार्थ

प्रश्‍न 8. ‘लौटकर आऊँगा फिर’ का प्रमुख वर्ण्य-विषय क्या है?

(a) बंगाल की प्रकृति

(b) बंगाल की संस्कृति

(c) बंग-संगीत

(d) बंग-भंग

उत्तर-  (a) बंगाल की प्रकृति

प्रश्‍न 9. ‘जीवनानन्द दास को जाना जाता है।

(a) बांग्ला के आधुनिक कवि के रूप में

(b) हिन्दी के साहित्यकार के रूप में

(c) मराठी के हास्य कवि के रूप में

(d) इनमें से सभी

उत्तर-  (a) बांग्ला के आधुनिक कवि के रूप में

प्रश्‍न 10. कवि किसके आमंत्रण पर आने की बात करता है?

(a) खेत और खलिहानों के

(b) मजदूर और किसानों के

(c) नदियों और मैदानों के

(d) पिता और पुत्र के

उत्तर-  (c) नदियों और मैदानों के

प्रश्‍न 11. कवि अगले जन्म में क्या-क्या बनने की संभावना व्यक्त करता है?

(a) कौवा, मोर, उल्लू, सारस .

(b) कौवा, हंस, उल्लू, सारस

(c) कौवा, हंस, कोयल, सारस

(d) कौवा, हंस, उल्लू, बाज

उत्तर-  (b) कौवा, हंस, उल्लू, सारस

Lautkar aaunga phir class 10 objective question

प्रश्‍न 12. कवि किसके बीच अँधेरे में होने की बात करता है?

(a) धान

(b) गेहूँ

(c) चना

(d) सरसों

उत्तर-  (d) सरसों

प्रश्‍न 13. ‘रुपसा’ क्या है?

(a) बंगाल की नदी

(b) बंगाल की एक सुन्दर स्त्री

(c) बंगाल का मंदिर

(d) बंगाल की चौराहा

उत्तर- (a) बंगाल की नदी

हिंदी कक्षा 10 श्रम विभाजन और जाति-प्रथा का सम्‍पूर्ण व्‍याख्‍या

प्रश्‍न 14. जीवनानन्द दास का जन्म कब हुआ?

(a) 1897 ई. में

(b) 1989 ई. में

(c) 1899 ई. में

(d) 1900 ई. में

उत्तर-  (c) 1899 ई. में

प्रश्‍न 15. ‘लौटकर आऊँगा फिर’ कविता है:

(a) राष्ट्रीय चेतना की

(b) राष्ट्रीय धरोहर की

(c) राष्ट्रीय आवाम की

(d) राष्ट्रीय सत्ता की

उत्तर- (a) राष्ट्रीय चेतना की

प्रश्‍न 16. ‘जीवनानन्द दास’ है।

(a) कथाकार

(b) नाट्यकार

(c) उपन्यासकार

(d) साहित्यकार

उत्तर-  (d) साहित्यकार

प्रश्‍न 17. कवि मृत्योपरान्त कहाँ आने की लालसा रखता है?

(a) मातृभूमि बंगाल में

(b) मातृभूमि की नदियों किनारे

(c) (a) और (b) दोनों

(d) इनमें कोई नहीं

उत्तर-  (a) मातृभूमि बंगाल में

प्रश्‍न 18. किसने जीवनानन्द दास की बहुप्रशंसित और प्रसिद्ध कविता का

हिन्दी में अनुवाद किया ?

(a) अनामिका

(b) प्रयाग शुक्ल

(c) सुमित्रानन्दन पंत

(d) रामधारी सिंह ‘दिनकर’

उत्तर-  (b) प्रयाग शुक्ल

प्रश्‍न 19. ‘लौटकर आऊंगा फिर’ कविता किस कवि द्वारा भाषांतरित की गई है? 18 (A) II

(a) जीवनानंद दास

(b) विनोद कुमार शुक्ल

(c) प्रयाग शुक्ल

(d) कुँवर नारायण

उत्तर-  (c) प्रयाग शुक्ल

प्रश्‍न 20. जीवनानंद दास की किस कविता को प्रबुद्ध आलोचकों द्वारा रवींद्रोत्तर युग की श्रेष्ठतम प्रेम कविता की संज्ञा दी गई है? 18(A) TI

(a) मनविहगम

(b) वनलता सेन

(c) रुपसी बंग्ला

(d) झरा पालक

उत्तर-  (b) वनलता सेन

प्रश्‍न 21. कवि किस प्रकार के चावल का वर्णन करता है?

(a) नया

(b) भूना हुआ

(c) उबला हुआ

(d) टूटा हुआ

उत्तर-  (a) नया

Lautkar aaunga phir class 10 objective question

प्रश्‍न 22. कवि अगले जन्म में बनना नहीं चाहता है।

(a) मनुष्य

(b) जानवर

(c) पक्षी

(d) ।’ एवं ‘b’दोनों

उत्तर- (d) ।’ एवं ‘b’दोनों  

प्रश्‍न 23. पक्षी अपने घर कब लौटते हैं:

(a) शाम को

(b) रात को

(c) सुबह को

(d) दोपहर को

उत्तर-  (a) शाम को

प्रश्‍न 24. ‘गंध जहाँ होगी ही भरी, घास की’ किस कवि की पंक्ति है?

(a) वीरेन डंगवाल

(b) जीवनानंद दास

(c) अनामिका

(d) कुँवर नारायण

उत्तर-  (b) जीवनानंद दास

प्रश्‍न 25. ‘लौटकर आऊँगा फिर’ पाठ के कवि कहाँ लौटने की बात कहते120 (A) IIJ

 (a) बिहार में

(b) असम में

(c) उड़ीसा में

(d) बंगाल में

उत्तर-  (d) बंगाल में

प्रश्‍न 26. कवि अगले जन्म में कहाँ लौटकर आने की बात करता है ? [19 (C)

(a) बिहार

(b) उड़ीसा

(c) बंगाल

(d) नेपाल

उत्तर- (c) बंगाल

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