Vish Ke Dant VVI Subjective Questions – हिन्‍दी कक्षा 10 विष के दाँत

इस पोस्‍ट में हमलोग बिहार बोर्ड कक्षा 10 हिन्‍दी के पाठ दो ‘विष के दाँत (Vish Ke Dant VVI Subjective Questions) के महत्‍वपूर्ण विषयनिष्‍ठ प्रश्‍नों के उत्तर को पढ़ेंगे।

Vish Ke Dant VVI Subjective Questions

Vish Ke Dant VVI Subjective Questions Hindi Chapter 2 विष के दाँत
लेखक- नलिन विलोचन शर्मा

प्रश्न 1. सेन साहब के परिवार में बच्चों के पालन-पोषण में किए जा रहे लिंग-आधारित भेद भाव का अपने शब्दों में वर्णन कीजिए। (पाठ्य पुस्तक) (2012C)
उत्तर- सेन साहब अमीर आदमी थे। उनकी पाँच लड़कियाँ थीं एवं एक लड़का था। उस परिवार में लड़कियों के लिए घर में अलग नियम तथा शिक्षा थी। लेकिन लड़का के लिए अलग नियम एवं अलग शिक्षा। लड़का को पूरी स्वतंत्रता थी, लेकिन लड़कीयों को नहीं।

प्रश्न 2. सेन साहब काशु को विद्यालय पढ़ने के लिए क्यों नहीं भेजते हैं? (2018C)
उत्तर- सेन साहब काशु को बिजनेसमैन और इंजीनियर बनाना चाहते हैं। इसके लिए वे आजकल की पढ़ाई-लिखाई को फिजूल समझते हैं और अपने घर पर ही बढ़ई मिस्त्री के साथ कुछ ठोक-पीट करने का इन्तजाम कर दिया है।

प्रश्न 3. विष के दाँत शीर्षक कहानी का नायक कौन है? तर्कपूर्ण उत्तर दीजिए।  (2014A, 2017C)
उत्तर- ’विष के दाँत’ कहानी में मदन ऐसा पात्र है जो अहंकारी के अहंकार को नहीं सहन करता है बल्कि उसका स्वाभिमान जाग्रत होता है और वह खोखा जैसे बालक को ठोकर देकर वर्षों से दबे अपने पिता को आँखें भी खोल देता है। सम्पूर्ण कहानी में मदन की क्रांतिकारी भूमिका है। अतः इसका नायक मदन है।

प्रश्न 4. काशू का चरित-चित्रण करें।
उत्तर- काशू समृद्ध पिता का लड़का है। माता-पिता और बहनों का अतिशय प्रेम पाकर उसके स्वभाव में एक प्रकार का जिद भरा हुआ है। वह जिद्दी स्वभाव का है, उसके मन में जो आता है, वही करता है। उसमें अहंकार भी है।

प्रश्न 5. आपकी दृष्टि में कहानी का नायक कौन है? तर्कपूर्ण उत्तर दें। (पाठ्य पुस्तक)
उत्तर- हमारी दृष्टि में ‘विष के दांत’ शीर्षक कहानी का नायक मदन है। इसमें मदन का ही चरित्र है जो सबसे अधिक प्रभावशाली है। पूरी कथा में इसी के चरित्र का महत्त्व है। खोखे के विष के दाँत तोड़ने की महत्त्वपूर्ण घटना का भी वही संचालक है।

प्रश्न 7. खोखा किन मामलों में अपवाद था? (2011A, 2014C)
उत्तर- सेन साहब एक अमीर आदमी थे। खोखा उनके बुढ़ापे की आँखों का तारा था। इसीलिए सेन साहब ने उसे काफी छुट दे रखी थी। खोखा जीवन के नियम का जैसे अपवाद था और इसलिए वह घर के नियमों का भी अपवाद था।

प्रश्न 8. मदन और ड्राइवर के बीच के विवाद के द्वारा कहानीकार क्या बताना चाहता है? (2016A)
उत्तर- मदन और ड्राइवर के बीच विवाद के द्वारा कहानीकार बताना चाहते हैं। कि अपने पर किये गये अत्याचार का विरोध करना पाप नहीं है। सेन साहब की नयी चमकती काली गाड़ी को मदन द्वारा केवल छूने पर ड्राइवर द्वारा घसीटा जाता है। यह गरीब बालक पर अत्याचार है। मदन द्वारा उसका मुकाबला करना अत्याचारियों पर विजय प्राप्त करने का प्रयास है।।

प्रश्न 9. ’विष के दाँत’ शीर्षक की सार्थकता स्पष्ट कीजिए। (2016A)
उत्तर- ’विष के दाँत’ शीर्षक महल और झोपड़ी की लडाई की कहानी है ।। मदन द्वारा पिटे जाने पर खोखा के जो दाँत टूट जाते हैं वह गरीबों पर उनके अत्याचार के विरुद्ध एक चेतावनी है। यही इस कहानी का लक्ष्य है। अतः निसंदेह कहा जा सकता है कि ’विष के दाँत’ इस दृष्टि से बड़ा ही सार्थक शीर्षक है।

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