Bihar Board Class 12th Economics Objective Questions & Notes Solutions (अर्थशास्‍त्र)

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Bihar Board Class 12th Economics Objective Questions

इसको पढ़ने से आपके किताब के सभी प्रश्‍न आसानी से हल हो जाऐंगे। इसमें चैप्‍टर वाइज सभी पाठ के नोट्स को उपलब्‍ध कराया गया है। सभी टॉपिक के बारे में आसान भाषा में बताया गया है।

यह नोट्स NCERT और SCERT पाठ्यक्रम पर पूर्ण रूप से आ‍धारित है। इसमें इतिहास के प्रत्‍येक पाठ के बारे में व्‍याख्‍या किया गया है, जो परीक्षा की दृष्टि से बहुत ही महत्‍वपूर्ण है। इस पोस्‍ट को पढ़कर आप बिहार बोर्ड कक्षा 12 के राजनीति शास्‍त्र के किसी भी पाठ को आसानी से समझ सकते हैं और उस पाठ के प्रश्‍नों का उत्तर दे सकते हैं। जिस भी पाठ को पढ़ना है उस पर क्लिक कीजिएगा, तो वह पाठ खुल जाऐगा। उस पाठ के बारे में आपको वहाँ सम्‍पूर्ण जानकारी मिल जाऐगी।

Class 12th Economics MCQ Questions अर्थशास्‍त्र के वस्‍तुनिष्‍ठ प्रश्‍नोत्तर

Bihar Board Class 12th Economics Objective Questions in Hindi

BSEB Bihar Board Class 12th Economics Objective Questions राजनीति शास्त्र

Bihar Board Class 12th Macro Economics: भाग-A प्रारंभिक व्‍यष्टि अर्थशास्‍त्र 

Bihar Board Class 12th Micro Economics: भाग-B (प्रारंभिक समष्टि अर्थशास्त्र )

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आशा करता हुँ कि आप को Class 12 Political Science (समकालीन विश्‍व राजनीति और स्‍वतंत्र भारत में राजनीति) के सभी पाठ को पढ़कर अच्‍छा लगेगा। इन सभी पाठ को पढ़कर आप निश्चित ही परीक्षा में काफी अच्‍छा स्‍कोर करेंगें। इन सभी पाठ को बहुत ही अच्‍छा तरीका से आसान भाषा में तैयार किया गया है ताकि आप सभी को आसानी से समझ में आए। इसमें कक्षा 12 राजनीति शास्‍त्र के भाग 1 समकालीन विश्‍व राजनीति और भाग 2 स्‍वतंत्र भारत में राजनीति Class 12 Political Science के सभी पाठ को समझाया गया है। यदि आप बिहार बोर्ड कक्षा 12 से संबंधित किसी भी पाठ के बारे में जानना चाहते हैं, तो नीचे कमेन्‍ट बॉक्‍स में क्लिक कर पूछ सकते हैं। यदि आप और विषय के बारे में पढ़ना चाहते हैं तो भी हमें कमेंट बॉक्‍स में बता सकते हैं। आपका बहुत-बहुत धन्‍यवाद.

BSEB Bihar Board Class 9 Social Science Chapter 6. लोकतांत्रिक अधिकार | Loktantrik Adhikar Class 9th Political Science Solutions

Bihar Board Class 9 Political Science लोकतांत्रिक अधिकार Text Book Questions and Answers 

6. लोकतांत्रिक अधिकार

प्रश्नावली के प्रश्न तथा उनके उत्तर

प्रश्न 1. निम्नलिखित में से कौन मौलिक अधिकार नहीं है ?
(क) समानता का अधिकार
(ख) विदेश में घूमने का अधिकार
(ग) धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार

उत्तर : (ख)

प्रश्न 2. मौलिक अधिकारों के रक्षक के रूप में कौन कार्य करता है ?
(क) राष्ट्रपति
(ख) प्रधानमंत्री
(ग) सर्वोच्च न्यायालय
(घ) सर्वोच्च न्यायालय तथा उच्च न्यायालय

उत्तर : (घ)

प्रश्न 3. किस अधिकार को मूल अधिकारों की श्रेणी से निकाल दिया गया है ?
(क) समता का अधिकार
(ख) स्वतंत्रता का अधिकार
(ग) सम्पत्ति का अधिकार
(घ) जीवन का अधिकार

उत्तर : (ग)

प्रश्न 4. आपातकाल में नागरिकों के मौलिक अधिकार :
(क) स्थगित किए जाते हैं
(ख) समाप्त किए जाते हैं
(ग) इसके बारे में संविधान मौन है
(घ) निरर्थक हो जाते हैं

उत्तर : (क)

प्रश्न 5. इनमें से कौन-सी स्वतंत्रता भारतीय नागरिकों को नहीं है ?
(क) सरकार की आलोचना की स्वतंत्रता
(ख) सशस्त्र विद्रोह में भाग लेने की स्वतंत्रता
(ख) सशस्त्र विद्रोह में भाग लेने की स्वतंत्रता
(ग) सरकार बदलने के लिए आन्दोलन शुरू करने की स्वतंत्रता
(घ) संविधान के केन्द्रीय मूल्यों का विरोध करने की स्वतंत्रता

उत्तर : (ख)

प्रश्न 6. भारत का संविधान इनमें से कौन-सा अधिकार देता है
(क) काम का अधिकार
(ख) निजता का अधिकार
(ग) अपनी संस्कृति की रक्षा का अधिकार
(घ) पर्याप्त जीविका का अधिकार

उत्तर : (ग)

प्रश्न 7. दोनों में से कौन धार्मिक स्वतंत्रता की सही व्याख्या है :
(क) प्रत्येक व्यक्ति को अपनी इच्छानुसार किसी भी धर्म को अपनाकर उसका प्रचार करने की स्वतंत्रता है ।
(ख) अगर किसी धर्म विशेष के द्वारा कोई शैक्षिक संस्था चलाई जाती है तो उसे आजादी है कि वह किसी अन्य धर्म के माननेवालों का उसमें प्रवेश नहीं दे ।
उत्तर— दोनों में से विकल्प (क) धार्मिक स्वतंत्रता की सही व्याख्या है ।

प्रश्न 8. निम्नलिखित में से नागरिकों की स्वतंत्रता सम्बन्धी अधिकार कौन है ?
(क) हथियार सहित सभा करने की स्वतंत्रता
(ख) सरकार के विरुद्ध षडयंत्र करने की स्वतंत्रता
(ग) भाषण तथा विचार व्यक्त करने की स्वतंत्रता
(घ) विदेश में घूमने की स्वतंत्रता

उत्तर : (ग)

प्रश्न 9. निम्नलिखित में से प्रत्येक के बारे में बताएँ कि वह सही है या गलत :
(क) भारत में अधिकारों की रक्षा न्यायपालिका करती है ।                          सही है
(ख) हमें सिर्फ अपने परम्परागत पेशा को चुनने का अधिकार है ।                गलत है
        (सही यह है कि कोई भी व्यक्ति किसी रोजगार को अपना सकता है ।)
(ग) हमें सिर्फ उसी प्रदेश में रहने का अधिकार है जिसमें हमने जन्म लिया है।         गलत है
       (सही यह है कि भारतीय नागरिक को भारत के किसी भी प्रदेश में रहने की स्वतंत्रता है ।)
(घ) विचार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का मतलब किसी भी व्यक्ति को कुछ भी बोले देने का अधिकार से है । गलत है
       (सही यह है कि बोलने की स्वतंत्रता अर्थ यह नहीं है कि किसी को कुछ भी बोल दिया जाय ।)

प्रश्न 10, अपने राज्य में मानवाधिकार आयोग को एक पत्र लिखें, जिसमें हाल में ही घंटे एक मानवाधिकार के उल्लंघन का मामला उठाएँ ।
उत्तर :

सेवा में,
मानवीय आयुक्त
बिहार राज्य मानवाधिकार आयोग पटना ।
महाशय !

सविनय निवेदन यह है कि मेरे मुहल्लों में एक दम्पत्ति अपने बूढ़े माता-पिता का उचित देखभाल नहीं करते। कई-कई दिनों तक उन्हें भोजन नहीं दिया जाता । जाड़े के दिनों में उन्हें उचित ओढ़ने- बिछाने या पहनने का वस्त्र नहीं दिया जाता, जबकि दम्पत्ति की आय में कोई कमी नहीं है। बात-बात पर उन्हें झिड़का जाता है ।

         उनका नाम-पता नीच दिया हुआ है। प्रार्थना है कि उस दम्पत्ति को आदेश दें कि यदि वे घर में नहीं रखना चाहते तो नियमित कुछ मासिक राशि दे दिया करें, जिससे उस बूढ़ा-बूढ़ी का जीवन यापन हो सके ।

पता :
सत्यनारायण सिंह                                                           प्रार्थी
पिता का नाम : देवनारायण सिंह                                    दिनेश सिंह
रोड नं. 4, राजेन्द्रनगर, पटना                                           रोड नं. 4 राजेन्द्रनगर पटना

प्रश्न 11. निम्नलिखित स्थितियों को पढ़ें और प्रत्येक स्थिति के बारे में बताएँ कि उसमें किस मौलिक अधिकार का उपयोग या उल्लंघन हो रहा है और कैसे ?

(क) सुनीता दफ्तर में नौकरी के लिए आवेदन देने गयी। वहाँ उसका आवेदन इसलिए अस्वीकृत कर दिया गया क्योंकि वह एक महिला है ।
उत्तर – यहाँ रोजगार पाने के अधिकार को इस कारण खारिज नहीं किया जा सकता क्योंकि वह एक महिला है। रोजगार पाने या देने में महिला और पुरुष में भेद करना संविधान का उल्लंघन है ।

(ख) सरकारी नीतियों की आलोचना करनेवाली एक पुस्तक पर प्रतिबंध लगा दिया गया ।
उत्तर – सरकारी नीतियों की आलोचना करना अपराध नहीं है । अतः इस आधार पर पुस्तक पर प्रतिबंध अनावश्यक है ।

(ग) उड़ीसा के लोग बिहार में अपनी भाषा एवं संस्कृति के प्रचार के लिए सांस्कृतिक संस्था चलाते हैं।
उत्तर – उड़ीसा के लोग बिहार में रहकर अपनी भाषा एवं संस्कृति का प्रचार करने की संस्था चला सकते हैं। इसमें किसी कानून का उल्लंघन नहीं होता।

प्रश्न 12. क्या आप मानते हैं कि नीचे लिखी स्थितियाँ स्वतंत्रता के अधिकार पर प्रतिबंधों की माँग करती हैं। अपने उत्तर के समर्थन में तर्क दें ।

(क) शहर में दंगों के समय लोग हथियार सहित जुलूस निकालना चाहते हैं।
उत्तर- दंगों के समय हथियार के साथ जुलूस निकालना उचित नहीं है । इस पर प्रतिबंध आवश्यक है । कारण कि इससे दंगा के भड़क जाने की आशंका है।

(ख) रमेश एवं सुरेश वैसे इलाकों में जाना चाहते हैं जो सैनिक दृष्टि से सुरक्षित है ।
उत्तर – सैनिक दृष्टि से सुरक्षित क्षेत्र में जाना अपराध की श्रेणी में आएगा, अतः वहाँ किसी का भी जाना वर्जित है ।

प्रश्न 13. इस अध्याय में पढ़े विभिन्न अधिकारों को आपस में जोड़ने वाला एक मकड़जाल बनाएँ जैसे आने-जाने की स्वतंत्रता का अधिकार तथ पेशा चुनने की स्वतंत्रता का अधिकार आपस में एक-दूसरे से जुड़े हैं । इसका एक कारण है कि आने जाने की स्वतंत्रता के चलते व्यक्ति अपने गाँव या शहर के अंदर ही नहीं, दूसरे गाँव, दूसरे शहर और दूसरे राज्य तक में जाकर काम कर सकता है । इसी प्रकार इस अधिकार को तीर्थाटन से जोड़ा जा सकता है जो किसी व्यक्ति द्वारा अपने धर्म का अनुसरण करने की आजादी से जुड़ा है। आप इस मकड़जाल को बनाएँ और तीर के निशानों से बताएँ कि कौन से अधिकार आपस में जुड़े हैं। हर तीर के साथ सम्बंध बतानेवाला एक उदाहरण भी दें ।

उत्तर- संकेत : शिक्षक की सहायता से छात्र स्वयं करें ।

परियोजना कार्य :

आप अपने स्कूल के नोटिस बोर्ड के लिए एक अखबार तैयार करें जिसमें निम्नलिखित चीजों को शामिल करने का प्रयास करें ।
(क) अधिकारों के उल्लंघन के हाल-फिलहाल की घटनाएँ
(ख) मौलिक अधिकार से जुड़े न्यायालय के फैसले से जुड़े समाचार
(ग) विश्व के अन्य देशों में मानवाधिकार के उल्लंघन से जुड़े समाचार

उत्तर – संकेत : इस परियोजना कार्य को छात्र स्वयं करें ।

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BSEB Bihar Board Class 9 Social Science Chapter 5. संसदीय लोकतंत्र की संस्‍थाएँ | Sansadiya Loktantra ki Sanstha Class 9th Political Science Solutions

Bihar Board Class 9 Political Science संसदीय लोकतंत्र की संस्‍थाएँ Text Book Questions and Answers 

5. संसदीय लोकतंत्र की संस्‍थाएँ

प्रश्नावली के प्रश्न तथा उनके उत्तर

प्रश्न 1. अगर आपको भारत का राष्ट्रपति चुना जाए तो आप निम्नलिखित में से कौन-सा फैसला खुद कर सकते हैं ?
(क) अपनी पसंद के व्यक्ति को प्रधानमंत्री चुन सकते हैं । (विशेष परिस्थिति में )
(ख) लोकसभा में बहुमत वाले प्रधानमंत्री को उसके पद से हटा सकते हैं।
(ग) दोनों सदनों द्वारा पारित विधेयक पर पुनर्विचार के लिए कह सकते हैं ।
(घ) मंत्रिपरिषद् में अपनी पसंद के नेताओं का चयन कर सकते हैं

उत्तर : (क) ।

प्रश्न 2. निम्नलिखित में कौन राजनैतिक कार्यपालिका का हिस्सा होता है ?
(क) जिलाधीश
(ग) गृह मंत्री
(ख) गृह मंत्रालय का सचिव
(घ) पुलिस महानिदेशक

उत्तर : (ग)

प्रश्न 3. न्यापालिका के बारे में निम्नलिखित में से कौन-सा बयान गलत है ?
(क) संसद द्वारा पारित प्रत्येक कानून को सर्वोच्च न्यायालय की मंजूरी की जरूरत होती है ।
(ख) अगर कोई कानून संविधान की भावना के खिलाफ है तो न्यायपालिका उसे अमान्य घोषित कर सकती है ।
(ग) न्यायपालिका कार्यपालिका से स्वतंत्र होती है ।
(घ) अगर किसी नागरिक के अधिकारों का हनन होता है तो वह अदालत में जा सकता है ।

उत्तर : (क)

प्रश्न 4. निम्नलिखित राजनैतिक संस्थाओं में से कौन-सी संस्था देश के मौजूदा कानून में संशोधन कर सकती है ?
(क) सर्वोच्च न्यायालय
(ख) राष्ट्रपति
(ग) प्रधानमंत्री
(घ) संसद

उत्तर : (घ)

प्रश्न 5. उस मंत्रालय की पहचान करें जिसने निम्नलिखित समाचार जारी किया होगा :

(क) देश से जूट का निर्यात बढ़ाने के लिए                               (1) रक्षा मंत्रालय
एक नई नीति बनाई जा रही है ।

(ख) ग्रामीण इलाकों में टेलीफोन सेवाएँ                                   (2) स्वास्थ्य मंत्रालय
सुलभ करायी जाएँगी ।

(ग) सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत                              (3) कृषि, खाद्यान्न और
बिकने वाले चावल और गेहूँ की कीमते कम की जाएँगी ।     सार्वजनिक वितरण मंत्रालय

(घ) पल्स पोलियो अभियान शुरू किया                                (4) वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय
जाएगा, भत्ते बढ़ाए जाएँगे ।

उत्तर : (क) → (4), (ख) → (x), (ग) → (3), (घ) → (2).

प्रश्न 6. देश की विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका में से उस राजनैतिक संस्था का नाम बताइए जो निम्नलिखित मामलों में अधिकारों का इस्तेमाल करती है ।

(क) सड़क, सिंचाई जैसे बुनियादी ढाँचों के विकास और नागरिकों की विभिन्न कल्याणकारी गतिविधियों पर कितना पैसा खर्च किया जाएगा।
उत्तर — विधायिका ।

(ख) स्टॉक एक्सचेंज को नियमित करने संबंधी कानून बनाने की कमेटी के सुझाव पर विचार-विमर्श करती है।
उत्तर – कार्यपालिका ।

(ग) दो राज्य सरकारों के बीच कानूनी विवाद पर निर्णय लेती है।
उत्तर—न्यायपालिका

(घ) भूकंप पीड़ितों की राहत के प्रयासों के बारे में सूचना माँगती है।
उत्तर—कार्यपालिका ।

प्रश्न 7. भारत का प्रधानमंत्री सीधे जनता द्वारा क्यों नहीं चुना जाता ? निम्नलिखित चार जवाबों में सबसे सही को चुनकर अपनी पसंद के पक्ष में कारण दीजिए :
(क) संसदीय लोकतंत्र में लोकसभा में बहुमत वाली पार्टी का नेता ही प्रधानमंत्री बन सकता है ।
(ख) लोकसभा, प्रधानमंत्री और मंत्रिपरिषद का कार्यकाल पूरा होने से पहले ही उन्हें हटा सकती है।
(ग) चूँकि प्रधानमंत्री को राष्ट्रपति नियुक्त करता है लिहाजा उसे जनता द्वारा चुने जाने की जरूरत ही नहीं है ।
(घ) प्रधानमंत्री के सीधे चुनाव में बहुत ज्यादा खर्च आएगा।

उत्तर- दिए गए विकल्प में (क) सर्वाधिक सही है । कारण कि भारतीय संविधान में स्पष्ट उल्लेख है कि भारत में संसदीय व्यवस्था की जाएगी। इसका अर्थ है कि जनता देश भर से अपने प्रतिनिधियों को चुनकर लोकसभा में भेजेगी। लोकसभा में दल के प्रतिनिधयों का बहुमत होगा, उसके नेता को राष्ट्रपति प्रधानमंत्री नियुक्त करेगा। चूँकि यह व्यवस्था संविधान ने दी है, अतः इसमें बदलाव नहीं किया जा सकता । इसमें बदलाव की कोई गुंजाइश नहीं है । विकल्प (ख) भी इसलिए सही है क्योंकि यदि प्रधानमंत्री अपना बहुमत खो देते हैं तो लोकसभा उसे हटा देने की क्षमता रखती है । कारण कि वह भारत की प्रतिनिधि सभा है ।

प्रश्न 8. तीन दोस्त एक ऐसी फिल्म देखने गए जिसमें हीरो एक दिन के लिए मुख्यमंत्री बनता है और राज्य में बहुत-से बदलाव लाता है । इमरान ने कहा कि देश को इसी चीज की जरूरत है । रिजवान ने कहा कि इस तरह का, बिना संस्थाओं वाला एक व्यक्ति का राज खतरनाक है । शंकर ने कहा कि यह तो एक कल्पना है । कोई भी मंत्री एक दिन में कुछ भी नहीं कर सकता । ऐसी फिल्मों के बारे में आपकी क्या राय है ?
उत्तर- ऐसी फिल्मों के बारे में मेरा कहना है कि ये स्टंट फिल्में होती हैं। ऐसा वास्तविक जीवन में संभव है ही नहीं ।

प्रश्न 9. एक शिक्षिका छात्रों की संसद के आयोजन की तैयारी कर रही थी । उसने दो छात्राओं से अलग-अलग पार्टियों के नेताओं की भूमिका करने को कहा | उसने उन्हें विकल्प भी दिया । यदि वे चाहें तो राज्य सभा में बहुमत प्राप्त दल की नेता हो सकती थी और अगर चाहें तो लोकसभा के बहुमत प्राप्त दल की । अगर आपको यह विकल्प दिया गया तो आप क्या चुनेंगे और क्यों ?
उत्तर – केवल चाहने से कुछ भी नहीं होगा । संविधान में स्पष्ट निर्देश है कि लोकसभा में ही बहुमत दल का नेता होता है, जो राष्ट्रपति द्वारा प्रधानमंत्री नियुक्त किया जाता है । लोकसभा में बहुमत प्राप्त दल भले ही राज्यसभा के किसी अपने दल के सदस्य को प्रधानमंत्री बनवा सकता है और न तो कोई अन्य हो सकता है । राज्यसभा में भी वहाँ बहुमत दल अपने नेता चुनता है। लेकिन लोकसभा में उसका कोई दखल नहीं होता यदि दोनों सभाओं की संयुक्त बैठक हो तो वह बहस में भाग ले सकता है और मतदान में भी । अन्यथा राज्यसभा का कोई विशेष महत्व नहीं होता । यदि विकल्प दिया जाएगा तो हम लोकसभा का नेता ही चुनेंगे।

प्रश्न 10. आरक्षण पर आदेश का उदाहरण पढ़कर तीन विद्यार्थियों की न्यायपालिका की भूमिका पर अलग-अलग प्रतिक्रिया थी । इनमें से कौन-सी प्रतिक्रिया न्यायपालिका की भूमिका को सही तरह से समझती है ?
(क) श्रीनिवास का तर्क है कि चूँकि सर्वोच्च न्यायालय सरकार के साथ सहमत हो गया है लिहाजा वह स्वतंत्र नहीं है ।
(ख) अंजैया का कहना है कि न्यायपालिका स्वतंत्र है क्योंकि वह सरकार के आदेश के खिलाफ फैसला सुना सकती थी। सर्वोच्च न्यायालय ने सरकार को उसमें संशोधन का निर्देश दिया ।
(ग) विजय का मानना है कि न्यायपालिका न तो स्वतंत्र है न ही किसी के अनुसार चलने वाली है बल्कि वह विरोधी समूहों के बीच मध्यस्थ की भूमिका निभाती है। न्यायालय ने इस आदेश के समर्थकों और विरोधियों के बीच बढ़िया संतुलन बनाया ।
आपकी राय में कौन-सा विचार सबसे सही है ?

उत्तर – मेरी राय में विकल्प ‘ख’ में अंजैया का विचार सही है । कारण कि भारत में न्यायपालिका वास्तव में स्वतंत्र है । यदि सरकार का बनाया कानून संविधान सम्मत नहीं है तो वह उससे उसमें संशोधन का निर्देश दे सकता है ।

प्रश्न 11. बिहार विधानसभा में सदस्यों की कुल संख्या कितनी है ?
उत्तर – बिहार विधानसभा में सदस्यों की कुल संख्या 243 है ।

प्रश्न 12. बिहार विधान परिषद का गठन कैसे होता है ?
उत्तर – बिहार विधान परिषद का गठन अनेक समूहों के निर्वाचित प्रतिनिधियों द्वारा होता है । इसमें कुल सदस्य संख्या की एक तिहाई भाग राज्य की स्थानीय निकायों द्वारा चुने जाते हैं । एक तिहाई भाग विधानसभा के सदस्यों द्वारा निर्वाचित होते हैं । कुल सदस्य के बारहवाँ भाग राज्य के विश्वविद्यालय के स्नातकों द्वारा चुने जाते हैं । बारहवाँ भाग माध्यमिक विद्यालयों, कॉलेजों तथा विश्वविद्यालय के शिक्षकों द्वार निर्वाचित किए जाते हैं। कुछ सदस्यों को राज्यपाल मनोनीत करते हैं, जिन्हें साहित्य, कला, सामजसेवा आदि का व्यावहारिक अनुभव होता है ।

परियोजना कार्य :
इस अध्याय में हमने देश की चार विभिन्न संस्थाओं के बारे में चर्चा की। आप कम-से-कम एक हफ्ते के समाचारों को इकट्ठा करके उन्हें चार समूहों में वर्गीकृत कीजिए :
विधायिका की कार्यशैली
नौकरशाही की कार्यशैली
राजनैतिक कार्यपालिका की कार्यशैली
न्यायपालिका की कार्यशैली

उत्तर- संकेत : इस परियोजना कार्य को छात्र स्वयं करें ।

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BSEB Bihar Board Class 9 Social Science Chapter 4. चुनावी राजनीति | Chunavi Rajniti Class 9th Political Science Solutions

Bihar Board Class 9 Political Science चुनावी राजनीति Text Book Questions and Answers 

4. चुनावी राजनीति

प्रश्नावली के प्रश्न तथा उनके उत्तर

प्रश्न 1. चुनाव क्यों जरूरी है? इस बारे में कौन-सा वाक्य सही नहीं है?
(क) लोग चुनाव में अपनी पसंद के उम्मीदवार का चुनाव करते हैं ।
(ख) चुनाव लोगों को सरकार के कामकाज का मूल्यांकन करने का अवसर प्रदान करता है ।
(ग) चुनाव लोगों की आकांक्षाओं को फलीभूत होने का अवसर प्रदान करता है ।
(घ) चुनाव न्यायपालिका के कामकाज में हस्तक्षेप करने का अवसर प्रदान करता है।

उत्तर : (घ)

प्रश्न 2. भारत के चुनाव लोकतांत्रिक हैं, यह बताने के लिए इनमें से कौन-सा वाक्य उपर्युक्त कारण नहीं देता ?
(क) भारत में दुनिया के सबसे ज्यादा मतदाता हैं ?
(ख) भारत में चुनाव स्वतंत्र एवं निष्पक्ष है ।
(ग) भारत में 18 वर्ष से अधिक उम्र का हर व्यक्त मतदाता है ।
(घ) भारत में चुनाव हारने वाली पार्टियाँ जनादेश को स्वीकार कर लेती हैं उत्तर : (क)

प्रश्न 3. निम्नलिखित में मेल ढूँढें ।

(क) सार्वभौम वयस्क मताधिकार                              (1) हर चुनाव क्षेत्र में लगभग बराबर मतदाता ।
(ख) कमजोर वर्गों का प्रतिनिधित्व                            (2) 18 वर्ष और उससे ऊपर के सभी को मताधिकार प्राप्त है।
(ग) खुली राजनैतिक प्रतिद्वंद्विता                               (3) सभी को पार्टी बनाने या चुनाव लड़ने की आजादी है ।
(घ) एक मत, एक मोल                                          (4) अनुसूचित जातियों के लिए सीटों का आरक्षण है।

उत्तर : (क) → (2), (ख) → (4), (ग) → (3), (घ) → (1).

प्रश्न 4. इस अध्याय में वर्णित चुनाव सम्बंधी सभी गतिविधियों की सूची बनाएँ और इसे चुनाव में पहले से लेकर आखिर तक के क्रम में सजाएँ ।
वोटों की गिनती, मतदाता सूची का निर्माण, चुनाव परिणाम, नामांकन पत्र दाखिल करना, चुनाव प्रक्रिया की घोषणा, चुनाव घोषण पत्र जारी करना, चुनाव अभियान ।

उत्तर :
(i) मतदाता सूची का निर्माण
(ii) चुनाव प्रक्रिया की घोष
(iii) चुनाव घोषणापत्र जारी करना, चुनाव अभियान चलाना
(iv) नामांकन पत्र दाखिल करना
(v) मतदान
(vi) वोटों की गिनती
(vii) चुनाव परिणाम |

प्रश्न 5. चुनाव के समय चुनाव आयोग की किन भूमिकाओं से आप असहमत हैं ?
(क) फोटो पहचान पत्र एवं अन्य निर्धारित पहचानों के आधार पर ही मतदान हो ।
(ख) चुनाव में सरकारी तंत्र के दुरुपयोग पर रोक लगाना ।
(ग) चुनाव आयोग को राजनीतिक दलों के द्वारा उम्मीदवार तय करने में हस्तक्षेप करना चाहिए ।
(घ) चुनाव आयोग मतदाताओं के साथ-साथ मतदान अधिकारियों की भी सुरक्षा करे ।

उत्तर : (ग) ।

प्रश्न 6. इस अध्याय से प्राप्त जानकारियों के आधार पर निम्नलिखित राय के पक्ष में दो तथ्य प्रस्तुत कीजिए ।

(क) सत्ताधारी पार्टी के लिए चुनाव जीतना आसान होता है।
उत्तर – इस राय के पक्ष में मैं नहीं हूँ । यदि ऐसा होता तो 1977 में इन्दिरा गाँधी को हार का मुँह नहीं देखना पड़ता ।

(ख) चुनाव निष्पक्ष एवं स्वतंत्र हों इसके लिए जनता की भागीदारी होनी चाहिए ।
उत्तर – चुनाव निष्पक्ष एवं स्वतंत्र हों, यह काम चुनाव आयोग का है, फिर भी इसमें यदि जनता की भागीदारी भी साथ मिल जाय तो निश्चय ही चुनाव निष्पक्ष होगा ।

(ग) चुनाव आयोग को देश में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव करा सकने लायक पर्याप्त अधिकार नहीं है।
उत्तर- इस कथन से मैं सहमत नहीं हूँ । यदि चुनाव आयोग सख्ती से काम करे तो उसके पास पर्याप्त अधिकार हैं। उसके पास अधिकारों की कमी नहीं ।

(घ) हमारे देश के चुनाव में लोगों की जबर्दस्त भागीदारी होती है।
उत्तर- हमारे देश के चुनाव में लोगों की जबर्दस्त भागीदारी तो नहीं होती, लेकिन भागीदारी तो होती ही है । जनता की जबर्दस्त भागीदारी जयप्रकाश जी के आन्दोलन के बाद हुए चुनाव में देखी गई थी !

प्रश्न 7. श्यामलाल को एक आपराधिक मामले में आजीवन कारावास की सजा मिलती है । मोहनलाल को अपनी पत्नी को दहेज के लिए प्रताड़ित करने के जुर्म में दोषी पाया है। दोनों को अदालत ने चुनाव लड़ने की इजाजत नहीं दिया है । क्या फैसला लोकतांत्रिक चुनावों के बुनियादी सिद्धान्तों के खिलाफ जाता है ? अपने उत्तर के पक्ष में तर्क दीजिए ।
उत्तर – श्यामलाल को अपराधिक मामले में सजा मिल चुकी है और वह जेल में है। उसने ऊँची अदालत में अपील भी नहीं की है। इस स्थिति में चुनाव आयोग यदि चुनाव लड़ने की इजाजत नहीं देता तो चुनाव आयोग का फैसला किसी प्रकार लोकतांत्रिक चुनावों के बुनियादी सिद्धान्त के खिलाफ नहीं जाता। कारण कि संविधान में ही इस बात का उल्लेख कर दिया गया है कि किसी गंभीर अपराध में सजायाफ्ता व्यक्ति चुनाव नहीं लड़ सकता ।

प्रश्न 8. वीरा सिंह एवं सैफुद्दीन ऐसे उम्मीदवार हैं, जो आपराधिक मामले में अदालत के आदेश से जेल में बंद हैं। न्यायालय के अंतिम फैसले के नहीं आने से उसकी उम्मीदवारी को चुनाव आयोग को वैध मानना पड़ता है । ऐसी स्थिति में लोगों को क्या करना चाहिए :

(क) उसे चुनाव में विजयी बनाकर दोष मुक्त कर देना चाहिए ।
उत्तर—यह मतदाओं की इच्छा पर है। यदि वे सोचते हों कि वीरा सिंह और सैफुद्दीन दोनों वाकई दोषी हैं तो उन्हें चुनाव में हरा देना चाहिए । यदि यह सोच हो कि उन्हें जानबूझकर फँसाया गया है तो उन्हें विजयी बना देना चाहिए चुनाव में विजयी बनने के बावजूद वे दोषमुक्त नहीं हो पाते । दोषमुक्त करना तो न्यायालय का काम है ।

(ख) उनकी अपराधिक छवि होने के कारण लोगों को मत नहीं देना चाहिए ।
उत्तर—यदि वाकई वे आपराधी छवि वाले हैं तब तो उन्हें वोट नहीं ही देना चाहिए ।

(ग) चुनाव के समय उसे लोगों से मिलने देना चाहिए ।
उत्तर – कैदी से मिलने का जो सामान्य नियम है, उस तरह तो उनसे मिला ही जा सकता है। उन्हें खुले आम मिलने की अनुमति नहीं होनी चाहिए ।

(घ) (1) अगर हाँ तो क्या लोकतंत्र का अपमान नहीं है ?.
उत्तर – यदि उसे खुलेआम मिलने-जुलने दिया गया तो निश्चय ही यह लोकतंत्र का अपमान है ।

(2) अगर नहीं तो उसे क्यों सदन की कार्रवाई में शामिल होने का मौका दिया जाता है ।
उत्तर – चूँकि वे अपराधी करार दिए गए हैं किन्तु अपील पर हैं और जमानत नहीं मिला है, इस आधार पर जीत जाने के बावजूद उन्हें संसद की कार्रवाई में भाग लेने का मौका नहीं दिया जाता । जमानत मिलने पर ही कोई संसद की कार्रवाई में भाग ले सकता है।

(3) अगर यह भारतीय लोकतंत्र के लिए चुनौती है तो इस संबंध में आपकी राय क्या है ?
उत्तर – निश्चय ही यह भारतीय लोकतंत्र के लिए चुनौती है, लेकिन न्यायालय उनका साथ देता है तो इसमें जनता क्या कर सकती है ।

कुछ मुख्य प्रश्न तथा उनके उत्तर

( पृष्ठ 78 )

प्रश्न 1. क्या बिहार की तरह अन्य राज्य भी महिलाओं के लिए आधी सीटें आरक्षित कर सकते हैं?
उत्तर- हाँ, ये राज्य कर चुके हैं। बिहार ने बाद में आरक्षण किया है ।

प्रश्न 2. क्या लोकसभा एवं विधानसभाओं में महिलाओं के लिए एक-तिहाई सीटें आरक्षित नहीं हो सकती हैं ?
उत्तर – हो सकती हैं। इसकी माँग भी बहुत दिनों से होती रही है। लेकिन पुरुष बहुल सभा के कारण कोई-न-कोई अडंगा लगाकर उसको टालते जाया जा रहा है। लेकिन कभी-न-कभी तो होगा ही ।

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BSEB Bihar Board Class 9 Social Science Chapter 3. संविधान निर्माण | Samvidhan Nirman Class 9th Political Science Solutions

Bihar Board Class 9 Political Science संविधान निर्माण Text Book Questions and Answers 

3. संविधान निर्माण

प्रश्नावली के प्रश्न तथा उनके उत्तर

प्रश्न 1. नीचे कुछ गलत वाक्य हैं। हर एक में की गई गलती पहचानें और इस अध्याय के आधार पर उसको ठीक करके लिखें।

(क) स्वतंत्रता के बाद देश लोकतांत्रिक होगा या नहीं, इस विषय पर स्वतंत्रता आंदालेन के नेताओं ने अपना दिमाग खुला रखा था ।
उत्तर – स्वतंत्रता प्राप्ति के पहले ही, जब संघर्ष चल रहा था, उसी समय से देश लोकतांत्रिक होगा या नहीं, इस विषय पर आंदोलन के नेताओं का दिमाग खुला हुआ था ।

(ख) भारतीय संविधान सभा के सभी सदस्य संविधान में कही गई हरेक बात पर सहमत थे ।
उत्तर—भारतीय संविधान सभा के सभी सदस्य संविधान में कही गई हरेक बात पर सहमत नहीं थे, कुछ असहमत भी थे लेकिन वह बहुमत से पारित हुआ, जो लोकतांत्रिक प्रक्रिया की आसान विधि थी ।

(ग) जिन देशों में संविधान है वहाँ लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था ही होगी ।
उत्तर – यह कोई निश्चित नहीं कि जिन देशों में संविधान है, वहाँ लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था ही होगी। उदाहरण के लिए रूस या चीन ।

(घ) संविधान देश का सर्वोच्च कानून होता है इसलिए इसमें बदलाव नहीं किया जा सकता ।
उत्तर—संविधान देश का सर्वोच्च कानून होता है, फिर भी समयानुसार आवश्यकता देख उसमें बदलाव भी किया जा सकता है। लेकिन बदलाव की प्रक्रिया आसान नहीं होती ।

प्रश्न 2. दक्षिण अफ्रीका का लोकतांत्रिक संविधान बनाने में इनमें कौन-सा टकराव सबसे महत्वपूर्ण था :
(क) दक्षिण अफ्रीका और उसके पड़ोसी देशों का
(ख) स्त्रियों और पुरुषों का
(ग) गोरे अल्पसंख्यक और अश्वेत बहुसंख्यकों का
(घ) रंगीन चमड़ी वाले बहुसंख्यकों और अश्वेत अल्पसंख्यकों का

उत्तर : (घ)

प्रश्न 3. लोकतांत्रिक संविधान मे कौन-सा प्रावधान नहीं रहता ?
(क) शासन प्रमुख के अधिकार
(ख) शासन प्रमुख का नाम
(ग) विधायिका के अधिकार
(घ) देश का नाम

उत्तर : (ख)

प्रश्न 4. संविधान निर्माण में इन नेताओं और उनकी भूमिका में मेल बैठाएँ :
(क) मोतीलाल नेहरू                            (1) संविधान सभा के अध्यक्ष
(ख) बी. आर. अम्बेडकर                       ( 2 ) संविधान सभा की सदस्य
(ग) राजेन्द्र प्रसाद                                  (3) प्रारूप कमेटी के अध्यक्ष
(घ) सरोजनी नायडू अइ                        (4) 1928 में भारत का संविधान बनाया

उत्तर : (क) → (4), (ख) → (3), (ग) → (1), (घ) → (2).

प्रश्न 5. जवाहरलाल नेहरू के नियति के साथ साक्षात्कार वाले भाषण के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों का जवाब दें :

(क) नेहरू ने क्यों कहा कि भारत का भविष्य सुस्ताने और आराम करने का नहीं है ?
उत्तर— नेहरू जी जल्दी से जल्दी भारत को विकसित देश बनाना चाहते थे, इसीलिए उन्होंने कहा कि भारत का भविष्य सुस्ताने और आराम करने का नहीं है ।

(ख) नए भारत के सपने किस तरह विश्व से जुड़े हैं ?
उत्तर—नए भारत के सपने विश्व के साथ अनेक तरह से जुड़े हैं, चूँकि नेहरूजी विश्व बंधुत्व के समर्थक थे ।

(ग) वे संविधान निर्माताओं से क्या शपथ चाहते थे ?
उत्तर—वे संविधान निर्माताओं से यह शपथ चाहते थे कि संविधान तो बना दिया, लेकिन वे शपथ लें कि उसी के अनुरूप आचरण भी करेंगे ।

प्रश्न 6. हमारे संविधान को दिशा देने वाले ये कुछ मूल्य और उनके अर्थ हैं । इन्हें आपस में मिलाकर दोबारा लिखिए ।
(क) संप्रभु                  (1) सरकार किसी धर्म के निदेशों के अनुसार काम नहीं करेगी ।
(ख) गणतंत्र                (2) फैसले लेने का सर्वोच्च अधिकार लोगों के पास है ।
(ग) बंधुत्व                  (3 ) शासन प्रमुख एक चुना हुआ व्यक्ति है ।
(घ) धर्मनिरपेक्ष            (4) लोगों को आपस में परिवार की तरह रहना चाहिए ।

उत्तर : (क) → (2), (ख) → (3), (ग) → (4), (घ) → (1).

प्रश्न 7. कुछ दिन पहले नेपाल से आपके एक मित्र ने वहाँ की राजनैतिक स्थिति के बारे में आपको पत्र लिखा था । वहाँ अनेक राजनैतिक पार्टियाँ राजा के शासन का विरोध कर रही थीं। उनमें से कुछ का कहना था कि राजा द्वारा दिए गए मौजूदा संविधान में ही संशोधन करके चुने हुए प्रतिनिधियों को ज्यादा अधिकार दिये जा सकते हैं । अन्य पार्टियाँ नया गणतांत्रिक संविधान बनाने के लिए नई संविधान सभा गठित करने की माँग कर रही थी। इस विषय में अपनी राय बताते हुए अपने मित्र को पत्र लिखें ।

उत्तर :

रोड नं. 2,
राजेन्द्र नगर
पटना (बिहार) भारत
प्रिय मित्र देउबा !
नमस्कार ।

          तुम्हारा पत्र मिला । जो बातें तुमने लिखी है, वे मैं पहले से ही जानता था । भारत के अखबारों में नेपाल में घट रही दिन-प्रतिदिन की घटनाओं के संबंध में समाचार छपते ही रहते हैं । अब समय बदल गया है। बदले हालात में बहुत पहले राजा के रहते हुए बी. पी. कोइराला के नेतृत्व में शासन का पूरा भार संसद को सौंप दिया गया था । यह ब्रिटेन का नकल था । लेकिन नकल, नकल ही होता है। बीच-बीच में राजा का दखल

जारी रहा। संसद भंग होती रही। कुछ दिन बिना संसद के राजा द्वारा शासन चलता रहा और पुनः संसद् का गठन होता रहा। बार-बार यह प्रक्रिया दोहराई जाती रही। ब्रिटेन के जैसा नेपाल में स्थिरता नहीं रही। यही कारण है कि वहाँ के लोग राजा के हटा देने की ही बात करने लगे हैं । भारी आन्दोलन के बाद राजा को अपनी गद्दी छोड़नी पड़ी है। अब शासन का सारा अधिकार संसद के हाथ में है। प्राचीन राजमहल पर भी संसद का कब्जा है । अब राजा को एक छोटे मकान में एक नागरिक की हैसियत से रहना पड़ रहा है ।

मित्र ! यही होना था। जो होना था, वह हो गया। पूरा अपने अधिकार में रखने की लालसा ने राजा को कहीं का नहीं छोड़ा। अब वहाँ की स्थिति कैसी है, लौटती डाक भेजते समय लिखना ।

दिनांक :01/06/2023
तुम्हारा अभिन्न अमन कुमार

प्रश्न 8. भारत के लोकतंत्र के स्वरूप में विकास के प्रमुख कारणों के बारे में कुछ अलग-अलग विचार इस प्रकार हैं। आप इनमें से हर कथन को भारत में लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए कितना महत्वपूर्ण कारण मानते हैं ?

(क) अंग्रेज शासकों ने भारत को उपहार के रूप में लोकतांत्रिक व्यवस्था दी । हमने ब्रिटिश हुकूमत के समय बनी प्रांतीय एसेम्बलियों के जरिए लोकतांत्रिक व्यवस्था में काम करने का प्रशिक्षण पाया ।
उत्तर – यह बिल्कुल सही है कि अंग्रेजों ने भारत को उपहार के रूप में लोकतांत्रिक व्यवस्था दी । कारण कि ब्रिटेन में बहुत पहले से संसदीय व्यवस्था चलती रही है, राजा नाम के लिए है, वरना सारा अधिकार संसद के अधीन है । भारत के शासन के लिए भी ब्रिटेन की संसद में एक भारत मंत्री था, जो भारतीय शासन की देख-रेख करता था। 1937 में भारतीयों को प्रांतीय एसेम्बलियों के माध्यम से शासन करने का मौका मिला। इसके पहले भी स्थानीय निकायों में भारतीय प्रतिनिधि शासन चलाते थे । इन सबसे भारतीयों को लोकतांत्रिक व्यवस्था में काम करने का प्रशिक्षण मिला ।

(ख) हमारे स्वतंत्रता संग्राम ने औपनिवेशिक शोषण और भारतीय लोगों को तरह- तरह की आजादी न दिए जाने का विरोध किया। ऐसे में स्वतंत्र भारत को लोकतांत्रिक होना ही था
उत्तर— स्वतंत्रता संग्राम के समय से ही औपनिवेशिक शासन से छुटकारा मिलने के पश्चात नेताओं ने निश्यच किया था कि भारत में लोकतांत्रिक व्यवस्था ही कायम की जाएगी। अंग्रेज जितना ही आन्दोलनों को विरोध करते वह उतना ही तेज होता जाता था । इस प्रकार यह निश्चित था कि स्वतंत्र भारत को लोकतंत्र होना ही था ।

(ग) हमारे राष्ट्रवादी नेताओं की आस्था लोकतंत्र में थी। अनेक नव स्वतंत्र राष्ट्रों में लोकतंत्र का न आना हमारे नेताओं की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करता है।
उत्तर- भारत के राष्ट्रवादी नेताओं ने दृढ़ संकल्प कर रखा था कि फिरंगियों को भगाने के बाद भारत में लोकतंत्र को ही स्थापित किया जाएगा और वह हुआ भी। लेकिन भारत के ही साथ स्वतंत्र देशों में लोकतंत्र सही ढंग से स्थापित नहीं हो सका । इससे पता चलता है कि हमारे नेताओं की महत्वपूर्ण भूमिका अवश्य ही सराहनीय थी ।

प्रश्न 9. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए। क्या आप उनसे सहमत हैं? अपने कारण बताइए ।

(क) संविधान के नियमों की हैसियत किसी भी अन्य कानून के बराबर है।
उत्तर—संविधान के नियमों की हैसियत किसी भी अन्य कानून के बराबर ही नहीं, बल्कि कोई भी कानून संविधान के नियमों के तहत ही बनते हैं । इस कारण संविधान बराबरी का नहीं, बल्कि काफी महत्व का है

(ख) संविधान बताता है कि शासन व्यवस्था के विविध अंगों का गठन किस तरह होगा ।
उत्तर – हाँ, मैं इससे सहमत हूँ कि संविधान बताता है कि “ शासन-व्यवस्था के विभिन्न अंगों का गठन किस तरह होगा ।”

(ग) नागरिकों के अधिकार और सरकार की सत्ता की सीमाओं का उल्लेख भी संविधान मे स्पष्ट रूप में है ।
उत्तर – मैं इससे भी सहमत हूँ कि “नागरिकों के अधिकार और सरकार की सत्ता की सीमाओं का उल्लेख भी संविधान में स्पष्ट रूप से है ।

(घ) संविधान संस्थाओं की चर्चा करता है, लेकिन उसके मूल्यों से उसे कुछ लेना- देना नहीं है।
उत्तर – संविधान विभिन्न सरकारी संस्थाओं की चर्चा करता है और उनके मूल्यों की सीमा का निर्धारण भी करता है । अतः यह कहना गलत होगा कि संविधान में उल्लिखित संस्थाओं के मूल्यों से कुछ लेना देना नहीं है ।

प्रश्न 10. भारतीय संविधान की तुलना विश्व के दूसरे देशों के संविधान से करें ।
उत्तर—भारतीय संविधान में उन सारी अच्छी बातों को रखा गया है, जो बातें भारतीय जनता के हित में थीं। जैसे : फ्रांसीसी क्रांति के आदर्शों को हमने अपने संविधान में स्थान दिया। ब्रिटेन के संसदीय लोकतंत्र के काम-काज करने की पद्धति को जैसे का तैसे रख लिया गया । अमेरिकी संविधान में मौलिक अधिकार दिए गए थे, जो हमें अच्छे जँचे और हमने उनको अपने संविधान में स्थान दिया । रूस के समाजवादी विचारों से हमारे नेता काफी प्रभावित थे । अतः भारतीय संविधान में समाजवाद को भी जोड़ा गया । सामाजिक और आर्थिक समता पर आधारित व्यवस्था बनाने की प्रेरणा हमें रूसी संविधान से ही मिला। लेकिन हमें यह नहीं समझना चाहिए कि उपर्युक्त बातें उन संविधानों की नकल हैं । हमने उनसे मदद ली, किन्तु उनमें उल्लिखित बातें हमारी अपनी और देश की जनता के अनुकूल हैं ।

भारतीय संविधान विश्व के किसी भी संविधान से बड़ा है। ब्रिटेन का संविधान जहाँ लिखित न होकर परम्परा पर चलता है, उसके विपरीत भारतीय संविधान लिखित है । विश्व के किसी भी देश के संविधान में संशोधन नहीं हो सकता लेकिन भारतीय संविधान में प्रावधान है कि समयानुकूल इसका संशोधन भी हो सकता है। हालाँकि इसकी प्रक्रिया कुछ टेढ़ी और लम्बी है ।

प्रश्न 11. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए । क्या आप उससे सहमत हैं ? अपने कारण को बताइए ।

(क) भारत एक हिन्दू बहुल राष्ट्र है, इस कारण हिन्दुओं को विशेषाधिकार प्राप्त है।
उत्तर – बिल्कुल नहीं, किसी धर्म के लोग चाहे कितनी भी संख्या में हों, सभी को बराबरी का अधिकार मिला है । विशेषाधिकार किसी को नहीं मिला है। यह बात दूसरी है कि कुछ राजनीतिक दल भरमाने के लिए किसी जाति विशेष को छिपे तौर पर प्रलोभन देते हैं, लेकिन कोई कुछ करता नहीं ।

(ख) भारत एक गणराज्य है, क्योंकि यहाँ राष्ट्रपति का पद वंशानुगत है।
उत्तर—भारत एक गणराज्य है, क्योंकि यहाँ समयानुकूल राष्ट्रपति का चुनाव होता है ।

(ग) नागरिकों के साथ उनकी जाति, धर्म और लिंग के आधार पर भेदभाव नहीं किया जा सकता ।
उत्तर— इस कथन से मैं पूर्णतः सहमत हूँ ।

(घ) कानून के समक्ष सभी लोग समान है। क्या वास्तव में ऐसी स्थिति है।
उत्तर—हाँ, वास्तव में यहाँ यही स्थिति है कि कानून के समक्ष सभी लोग समान हैं। अपवाद में कभी कुछ हो जाता होगा कि कोई अपने प्रभाव का दुरुपयोग कर लेता हो ।

प्रश्न 12. भारतीय संविधान की निम्नलिखित कौन-सी विशेषताएँ नहीं हैं ?
(क) विशालतम और व्यापक संविधान
(ख) धर्मनिरपेक्षता
(ग) मूल अधिकार तथा मौलिक कर्त्तव्य
(घ) साम्यवादी शासन

उत्तर : (घ)

परियोजना कार्य :

भारतीय संविधान के निर्माण में बिहार के कौन-कौन से नेता सक्रिय थे ? इनकी पहचान करें तथा इनके बारे में सूचना एकत्र करें ।
आइए अखबार पढ़ें- संविधान संशोधन के किसी प्रस्ताव या किसी संशोधन की माँग से संबंधित अखबारी खबरों को ध्यान से पढ़िए । आप किसी एक. विषय पर, जैसे संसद / विधानसभाओं में महिलाओं के लिए आरक्षण विषय पर छपी खबरों पर गौर कर सकते हैं। क्या इस सवाल पर कोई सार्वजनिक चर्चा हुई थी ?
संशोधन के पक्ष में क्या-क्या तर्क दिए गए हैं? संविधान संशोधन पर विभिन्न दलों की क्या प्रतिक्रिया थी ? क्या यह संशोधन हो गया है ?
उत्तर-संकेत : इस परियोजना कार्य को छात्र स्वयं करें ।

कुछ मुख्य प्रश्न तथा उनके उत्तर

( पृष्ठ 53 )

प्रश्न 1. संविधान सभा में ऐसे अनेक सदस्य थे, जो कांग्रेसी नहीं थे ।
उत्तर – हाँ, यह सही है कि संविधान सभा में अनेक सदस्य थे, जो कांग्रेसी नहीं थे। इसका कारण यह था कि संविधान सभा कांग्रेसियों की संस्था नहीं थी, बल्कि भारत की प्रतिनिधि सभा थी। अतः कांग्रेसियों के अलावा हर तबके के लोगों को उसमें सदस्य रखा गया था ।

प्रश्न 2. संविधान सभा में समाज के अलग-अलग समूहों का प्रतिनिधित्व था ।
उत्तर—हाँ, यह सही है कि संविधान सभा में अलग-अलग समूहों का प्रतिनिधित्व था। तभी तो वह सभा भारत का प्रतिनिधित्व करती थी ।

प्रश्न 3. संविधान सभा के सदस्यों की विचारधारा भी अलग-अलग थी ।
उत्तर—हाँ, सदस्यों की विचारधारा अलग-अलग थी, क्योंकि वे अलग-अलग समूहों का प्रतिनिधित्व करते थे 1

( पृष्ठ 56 )

प्रश्न 4. कौन-सा विचार इन तीनों उद्धरणों में अवस्थित है ?
उत्तर—इन तीनों उद्धरणों में बराबरी, एक व्यक्ति एक वोट और सबके वोटों के मूल्य बराबर हैं, की बात दर्शायी गई है ।

प्रश्न 5. इन तीनों उद्धरणों में इस साझे विचार को व्यक्त करने का किस तरह एक-दूसरे से भिन्न है ।
उत्तर—वह इस तरह एक-दूसरे से भिन्न है कि भाषा के उपयोग का कमाल है एक ही बात को तीनों उद्धरणों को तीन तरह से व्यक्त किया गया है। 

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BSEB Bihar Board Class 9 Social Science Chapter 2. लोकतंत्र क्‍या और क्‍यों ? | Loktantra Kya aur Kyu Class 9th political science Solutions

Bihar Board Class 9 Political Science लोकतंत्र क्‍या और क्‍यों ? Text Book Questions and Answers 

2. लोकतंत्र क्‍या और क्‍यों ?

प्रश्नावली के प्रश्न तथा उनके उत्तर

प्रश्न 1. इनमें से कौन लोकतंत्र के लिए आवश्यक नहीं है?
(क) लोगों द्वारा चुनी हुई सरकार हो ।
(ख) चुनाव निष्पक्ष हो ।
(ग) न्यायालय पर किसी व्यक्ति का नियंत्रण हो ।
(घ) सरकार द्वारा लिए गए फैसलों में लोगों की भागीदारी हो ।

उत्तर : (ग).

प्रश्न 2. आज दुनिया में सबसे बेहतर शासन किसे माना जाता है ?
(क) लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था को
(ख) सैनिक शासन व्यवस्था को
(ग) कम्युनिस्ट शासन व्यवस्था को
(घ) राजशाही शासन व्यवस्था को

उत्तर : (क)

प्रश्न 3. लोकतांत्रिक एवं गैर लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था में अंतर किस आधार पर किया जा सकता है?
(क) मतदान के अधिकार के आधार पर
(ख) बहुदलीय व्यवस्था के आधार पर
(ग) समय सीमा के अन्दर चुनाव होने के आधार पर
(घ) सरकार के निर्णय की प्रक्रिया के आधार पर

उत्तर : (ग)

प्रश्न 4. लोकतंत्र में शासन कौन करते हैं?
(क) जनता
(ग) न्यायाधीश
(ख) सैनिक
(घ) चुनाव आयोग

उत्तर : (क)

प्रश्न 5. सैनिक शासन में शासन की जिम्मेवारी किसके हाथ में होती है ?
(क) संसद के हाथ में
(ख) जनता के हाथ में
(ग) सेना या फौज के हाथ में
(घ) न्यायाधीशे के हाथ में

उत्तर : (ग)

प्रश्न 6. वर्ष 2005 में बिहार विधान सभा के चुनाव में अनीता भी अपने माता- पिता के साथ वोट देने गयी थी। लेकिन अनीता को वोट देने से रोक दिया गया । कहा गया कि उसकी उम्र अभी वोट देने की नहीं हुई है । आप हमें बतायें कि भारत में वोट देने की न्यूनतम उम्र सीमा क्या है ?
(क) 20 वर्ष
(ख) 21 वर्ष
(ग) 18 वर्ष
(घ) 16 वर्ष

उत्तर : (ग)

प्रश्न 7. यहाँ आपके सामने कुछ शासन व्यवस्था का प्रारूप है। उनके सामने देशों के नाम हैं जो गलत हैं । आप मिलान कर उसे ठीक करें ।
(क) लोकतांत्रिक शासन                  – म्यांमार (वर्मा)
(ख) सैनिक शासन                          – भूटान
(ग) कम्युनिस्ट शासन                      – चीन
(घ) राजशाही शासन                       – भारत

उत्तर : (क) लोकतांत्रिक शासन          – भारत
(ख) सैनिक शासन                             – म्यांमार (वर्मा)
(ग) कम्युनिस्ट शासन                         – चीन
(घ) राजशाही शासन                          – भूटान

प्रश्न 8. यहाँ कुछ पार्टियों के चिह्न हैं और उनके सामने पार्टी का नाम है, जो गलत है । आप हमें यह बतायें कि इन चिह्नों के सामने कौन-सी पार्टी होगी ?
(क) पंजा छाप                               भारतीय जनता पार्टी
(ख) कमल छाप                             जनता दल यूनाइटेड
(ग) लालटेन छाप                            कांग्रेस पार्टी
(घ) तीर छाप                                   राष्ट्रीय जनता दल

उत्तर : (क) पंजा छाप                         कांग्रेस पार्टी
(ख) कमल छाप                                भारतीय जनता पार्टी
(ग) लालटेन छाप                              राष्ट्रीय जनता दल
(घ) तीर छाप                                    जनता दल यूनाइटेड

प्रश्न 9. यहाँ आपके सामने चार तरह के देशों के बारे में सूचनाएँ हैं । आप इन देशों का वर्गीकरण किस तरह करेंगे। इनके सामने लोकतांत्रिक, गैर लोकतांत्रिक एवं पता नहींलिखें ।
(कं) देश क  : जहाँ शासन लोग अपने प्रतिनिधियों के माध्यम से करते हैं ।
(ख) देश ख : शासन में फैसला लेने की शक्ति केवल सेना की है ।
(ग) देश ग   : जहाँ पुरुषों के मत का महत्व महिलाओं से अधिक है ।
(घ) देश घ  : जहाँ वोट देने का अधिकार सभी लोगों को नहीं हैं ।

उत्तर : (क) लोकतांत्रिक, (ख) गैर-लोकतांत्रिक, (ग) पता नहीं, (घ) पता नहीं ।

प्रश्न 10. यहाँ भी चार अन्य देशों के बारे में सूचनाएँ दी गई हैं। इन सूचनाओं के आधार पर इन देशों का वर्गीकरण किस तरह करेंगे ? यहाँ भी इनके आगे लोकतांत्रिक‘, ‘गैर-लोकतांत्रिकएवं पता नहींलिखें ।
(क) देश क   : चुनाव में एक ही दल के उम्मीदवार खड़े हो ।
(ख) देश ख  : स्वतंत्र चुनाव आयोग नहीं है ।
(ग) देश ग    : धर्म के आधार पर मत देने का अधिकार है ।
(घ) देश घ    : मत देने से बुजुर्गों को रोका गया है।

उत्तर : (क) गैर-लोकतांत्रिक, (ख) गैर-लोकतांत्रिक, (ख) गैर – लोकतांत्रिक, (ग) गैर-लोकतांत्रिक, (घ) गैर – लोकतांत्रिक ।

प्रश्न 11. नीचे लोकतंत्र के बारे में कुछ गलत वाक्य हैं हर एक में की गई गलती को पहचाने और इस अध्याय के आधार पर उसको ठीक कर लिखें :

(क) लोकतांत्रिक शासन में सभी लोगों की भागीदारी हो ही नहीं सकता क्योंकि सभी व्यक्ति समान नहीं होते हैं।
उत्तर- 18 वर्ष से कम आयु के लोग, पागल, दिवालिया और सजायाफ्ता लोग चुनाव नहीं लड़ सकते ।

(ख) लोकतांत्रिक सरकार यदि गलत फैसला लेती है तो लोग उसे सहज स्वीकार कर लेते हैं।
उत्तर— नहीं, स्वीकार नहीं करते हैं, क्योंकि रिफरेंडम के अधिकार द्वारा लोग उस सरकार को वापस बुला सकते हैं या न्यायपालिका की शरण में जाएँगे ।

(ग) जिन देशों में चुनाव होता है, माना जाता है कि वहाँ लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था है ।
उत्तर- जिन देशों में चुनाव बालिग मताधिकार के आधार पर होता है, वहाँ माना जाता है कि लोकतांत्रिक व्यवस्था हैं।

(घ) लोकतंत्र में सरकार पर नियंत्रण नहीं होता है। सरकार फैसला अपने इच्छानुसार लेती है ।
उत्तर – लोकतंत्र में सरकार पर जनता का नियंत्रण रहता है । संसद जनता की प्रतिनिधि सभा है, उसी की इच्छा के अनुसार सरकार फैसला लेती है ।

(ङ) यह कोई आवश्यक नहीं है कि लोकतंत्र में स्वतंत्र न्यायपालिका हो ।
उत्तर- यह आवश्यक है कि लोकतंत्र में स्वतंत्र न्यायपालिका हो ।

प्रश्न 12. नीचे कुछ वक्तव्य दिए गए हैं। इनमें से किसे लोकतंत्र के खिलाफ मानते हैं और क्यों ?

(क) लोकतंत्र में सभी लोगों के वोट का मूल्य बराबर होता है ।
उत्तर- इसे लोकतंत्र के खिलाफ नहीं मानते ।

(ख) लोकतांत्रिक सरकार लोगों के कल्याण के लिए कार्य करती है।
उत्तर- इसे लोकतंत्र के खिलाफ नहीं मानते ।

(ग) लोकतांत्रिक सरकार ज्यादा मनमानी करती है।

उत्तर – यह लोकतंत्र के खिलाफ है ।

(घ) लोकतांत्रिक देश में सरकार लोगों के प्रति उत्तरदायी होती है।
उत्तर- इसे लोकतंत्र के खिलाफ नहीं मानते ।

प्रश्न 13. नीचे कुछ कथन दिए गए हैं जिनमें कुछ लोकतांत्रिक एवं गैर लोकतांत्रिक हैं । बताएँ कि यह कथन लोकतांत्रिक एवं गैर लोकतांत्रिक क्यों है ?

(क) भारत सरकार के एक मंत्री ने कहा- संसद को ऐसे कानून बनाने चाहिए जो प्रेस की स्वतंत्रता पर प्रतिबंध लगाये ।
उत्तर- मंत्रीजी का यह कथन गैर-लोकतांत्रिक है ।

(ख) मुखिया जी एक बुजुर्ग महिला को वोट देने से इस आधार पर मना कर दिये की वह अनपढ़ थी ।
उत्तर – मुखिया द्वारा बुजुर्ग महिला को वोट देने से रोकना गैर-लोकतांत्रिक है ।

(ग) बिहार सरकार ने दलितों के विकास के लिए महादलित आयोग बनाया है
उत्तर – महादलित आयोग का कोई उल्लेख संविधान में नहीं है, फिर भी बिहार सरकार द्वारा विकास के लिए महादलित आयोग बनाना गैर-लोकतांत्रिक नहीं है ।

(घ) महिला संगठनों ने संसद में अपनी पूर्ण भागीदारी के लिए आरक्षण की माँग की है।
उत्तर : महिला संगठनों द्वारा आरक्षण की माँग गैर-लोकतांत्रिक नहीं है ।

प्रश्न 14. बिहार में एक गाँव ऐसा है जहाँ अभी तक एक भी स्कूल नहीं खुला है । इस गाँव के लोगों ने एक बैठक कर सरकार का ध्यान इस ओर दिलाने के लिए कई तरीकों पर विचार किया । इनमें कौन-सा तरीका लोकतांत्रिक नहीं है और क्यों ?
(क) अदालत में शिक्षा पाने के अधिकार को अनिवार्य एवं मौलिक अधिकार बताते हुए केस दायर किया ।
(ख) सरकार के खिलाफ जनसभाएँ एवं बैठक की।
(ग) अपने गाँव में आये अधिकारियों को बंधक बनाया और अभद्र व्यवहार किया ।
(घ) अगले चुनाव में मतदान बहिष्कार का फैसला किया ।

उत्तर : (ग)

प्रश्न 15. इनमें से किस कथन को आप लोकतांत्रिक समझते हैं और क्यों ?

(क) एक नेता जी— इस बार के चुनाव में जो मुझे वोट देगा उसे धोती, साड़ी और कम्बल मुफ्त में दिया जाएगा।
उत्तर- वोट के एवज में कोई भी आर्थिक लालच देना लोकतांत्रिक नहीं, गैर- लोकतांत्रिक है ।

(ख) मजदूर से किसान — तुम्हारी पत्नी को काम के बदले आधी मजदूरी मिलेगी क्योंकि वह औरत है।
उत्तर – पुरुष या महिला के आधार पर मजदूरी में असमानता करना गैर- लोकतांत्रिक है ।

(ग) अधिकारियों से कर्मचारी— हमारे काम के दौरान सरकार द्वारा निर्धारित सुविधाएँ मिलनी चाहिए ।
उत्तर— कर्मचारियों द्वारा यह माँग लोकतांत्रिक है ।

प्रश्न 16. वर्ष 2008 के सितम्बर महीने में अखबारों में छपे दो समाचार आपके सामने हैं : प्रथम गुड्डी ने, जो वयस्क लड़की है, अपनी इच्छानुसार शंकर से शादी कर ली । शंकर दूसरी जाति का है । इसपर गाँव वालों ने विरोध किया और शंकर के पिता को गाँव वालों ने गाँव छोड़ने पर मजबूर कर दिया। दूसरी खबर यह है कि, अपनी माँगों के समर्थन में सरकार के समक्ष प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने लाठियाँ बरसायी । इन दोनों खबर पर विचार करें और बताएँ कि यह खबर लोकतंत्र के अनुकूल है या नहीं। अपने समर्थन में तर्क दीजिए ।

उत्तर – गुड्डी द्वारा शंकर से विवाह करना पूर्णतः काननू-सम्मत है । अतः गाँव वालों का विरोध करना और उन्हें गाँव छोड़ने पर मजबूर करना गैर-लोकतांत्रिक है। कारण कि दोनों बालिग हैं ।  
दूसरी खबर कि माँगों के समर्थन में सरकार के समक्ष प्रदर्शन करना पूर्णतः लोकतांत्रिक है, बशर्तें पहले से उसकी सूचना दे दी गई हो ।
यदि प्रदर्शनकारी हिंसा पर उतारु हो जायँ तो पुलिस द्वारा लाठियाँ बरसाना लोकतांत्रिक है, गैर-लोकतांत्रिक नहीं । यदि प्रदर्शनकारी शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे हों तो पुलिस द्वारा लाठियाँ बरसाना गैर-लोकतांत्रिक है ।

प्रश्न 17. 26 दिसम्बर, 2008 को दैनिक हिन्दुस्तान समाचार पत्र में एक खबर छपी कि- “परमाणु करार के विरोध में विपक्षी सांसदों ने संसद भवन परिसर में धरना दिया, प्रदर्शन किया और इस मुद्दे पर बहस के लिए संसद की बैठक बुलाने की माँग सरकार से की। इस खबर पर विचार करें और बताएँ कि विपक्षियों का यह तरीका लोकतांत्रिक है या गैर-लोकतांत्रिक । अपने समर्थन में तर्क दीजिए ।
उत्तर – परमाणु करार ही क्यों, किसी भी मुद्दा पर सांसद संसद भवन परिसर में धरना-प्रदर्शन कर सकते हैं, बैठक बुलाने की माँग कर सकते हैं और मुद्दा पर विशेष बहस की माँग कर सकते हैं। अतः विपक्षी सांसदों द्वारा यह तरीका अपनाना किसी भी प्रकार गैर-लोकतांत्रिक नहीं हैं, वरण पूर्णतः लोकतांत्रिक है।

परियोजना कार्य :

गाँव एवं मुहल्ले के जानकार लोगों से पूछकर पता लगाएँ कि आपके गाँव एवं मुहल्ले में आपके प्रतिनिधि पिछले 5 वर्षों में कितनी बार आये, क्यों आये और कौन- कौन से काम किए ?

उत्तर- संकेत : इस परियोजना कार्य को छात्र स्वयं करें ।

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BSEB Bihar Board Class 9 Social Science Political Science Solutions Chapter 1 लोकतन्त्र का क्रमिक विकास

Bihar Board Class 9 Political Science लोकतन्त्र का क्रमिक विकास Text Book Questions and Answers

1. लोकतंत्र का क्रमिक विकास

प्रश्नावली के प्रश्न तथा उनके उत्तर

प्रश्न 1. लोकतंत्र के बारे में इनमें से कौन-सा कथन सही नहीं है ?
(क) लोकतंत्र में लोगों को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता होती है ।
(ख) लोकतंत्र में लोगों को संगठन बनाने का अधिकार होता है ।
(ग) लोकतांत्रिक देशों में लोगों को विरोध करने की आजादी नहीं होती है ।
(घ) लोकतंत्र में चुने हुए नेताओं को ही देश पर शासन का अधिकार होता है

उत्तर : (ग)

प्रश्न 2. इनमें से किससे लोकतंत्र के विस्तार में मदद मिलती है ?
(क) विदेशी लोकतांत्रिक शासन का आक्रमण
(ख) सैनिक तख्ता पलट
(ग) प्रेस पर प्रतिबंध
(घ) लोगों का संघर्ष

उत्तर : (घ)

प्रश्न 3. इनमें से कौन-सा कथन सही है ?
(क) प्राचीन भारत में लोकतंत्र के प्रमाण नहीं मिलते हैं ।
(ख) ब्रिटेन में 1688 ई.’ की गौरवपूर्ण क्रांति के बाद लोकतंत्र कमजोर हुआ।
(ग) फ्रांस में 1789 ई. की क्रांति ने लोकतांत्रिक शासन की नींव डाली।
(घ) पाकिस्तान एवं नेपाल में लोकतांत्रिक शासन को कभी चुनौती नहीं दी गई

उत्तर : (ग)

प्रश्न 4. निम्नलिखित वाक्यांशों में से किसी एक का चुनाव करके इस वाक्य को पूरा कीजिए :
वाक्य : अंतर्राष्ट्रीय संगठनों में लोकतंत्र की जरूतर है ताकि ……
(क) अमीर देशों की बातों का ज्यादा वजन हो सके ।
(ख) दुनिया के सभी देशों के साथ समान व्यवहार हो ।
(ग) विभिन्न देशों को उनकी जनसंख्या के अनुपात में सम्मान मिले ।
(घ) विभिन्न देशों का महत्व उनकी सैन्य शक्ति के अनुपात में हो ।

उत्तर : (ख) अंतर्राष्ट्रीय संगठनों में लोकतंत्र की जरूतर है ताकि दुनिया के सभी देशों के साथ समान व्यवहार हो ।

प्रश्न 5. स्तंभ एवं स्तंभ को सुमेलित कीजिए :

स्तंभ                                स्तंभ
(क) लिच्छवी                         1. सैनिक तानाशाही समाप्ति
(ख) नेपाल                             2. ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन से आजादी
(ग) पाकिस्तान                       3. प्राचीन भारत में लोकतांत्रिक शासनवाला गणराज्य
(घ) घाना                                 4. राजा ने अपने अधिकार छोड़ने पर सहमति दी

उत्तर : (क) → (3), (ख) → (4), (ग) → (1), (घ) → (2).

प्रश्न 6. गैर-लोकतांत्रिक शासन वाले देशों के लोगों को किन-किन मुश्किलों का सामाना करना पड़ता है ? इस अध्याय में दिए गए उदाहरणों के आधार पर इस कथन के पक्ष में उत्तर दीजिए ।
उत्तर—गैर-लोकतांत्रिक शासन वाले देशों के लोगों को अनेक मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। अनेक प्रकार के संघर्षों से होकर गुजरना पड़ता है ।
     दक्षिण अमेरिकी देश ‘चिली’ में लोकतंत्र की स्थापना के बावजूद पूँजीपति लोगों तथा अमेरिकी षडयंत्र से सेना ने बगावत कर दी। उन्होंने लोकतंत्रीय ढंग से निर्वाचित राष्ट्रपति साल्वाडोर आयेंदे की हत्या कर दी और सत्ता पर कब्जा कर लिया । जनता के हित में काम करनेवाले आयेंदे को जनता भूली नहीं और गुट के नेता जनरल विनोशे राष्ट्रपति बन बैठे ! लोकतंत्र समर्थकों की हत्या कराई जाने लगी और जेलों में बन्द किया जाने लगा ! फिर भी आन्दोलन थमा नहीं और मजबूर होकर विनोशे को जनमत संग्रह कराना पड़ा। अधिक वोट लोकतंत्र के पक्ष में पड़े और वहाँ 1988 में लोकतंत्र की पुनर्स्थापना हो गई ।
     दूसरे उदाहरण में हम पोलैंड को ले सकते हैं । द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद विजयी सोवियत संघ (रूस) ने पोलैंड पर अपना दबदबा स्थापित कर कम्युनिस्टों की सरकार बनवा दी। वहाँ अब एक पार्टी की शासन व्यवस्था स्थापित हो गई। लोकतंत्र समर्थकों का दम घुटने लगा। उन लोगों ने संघर्ष किया । फलस्वरूप 1990 में लेकवालेशा के नेतृत्व में संघर्ष सफल हो गया और अक्टूबर, 1990 को वे राष्ट्रपति निर्वाचित हो गए । यहाँ भी लोकतंत्र समर्थकों को विजय मिली। उस समय से वहाँ लोकतंत्र सफलता पूर्वक चल रहा है ।
    इस प्रकार हम देखते हैं कि गैर-लोकतांत्रिक देश के लोकतंत्र समर्थकों को अनेक कष्टों का सामना करना पड़ता है। उन्हें मारा-पीटा जाता है और जेल तक में बन्द होना पड़ता है। उनके परिवार जनों को प्रताड़ित किया जाता है। इन कष्टों को झेलते हुए भी वे तबतक हार नहीं मानते, जबतक वहाँ लोकतंत्र की स्थापना हो नहीं जाती । चिली और पोलैंड में यही हुआ ।

प्रश्न 7. एशिया के पाँव गैर-लोकतांत्रिक देशों के नाम लिखिए ।
उत्तर- एशिया के पाँच गैर लोकतांत्रिक देश निम्नांकित हैं :
(i) चीन (ii) म्यांमार (बर्मा), (iii) भूटान, (iv) उत्तर कोरिया और (v) तिब्बत ।

प्रश्न 8. जब सेना लोकतांत्रिक शासन को उखाड़ फेंकती है तो सामान्यत: कौन- सी स्वतंत्रताएँ छीन ली जाती हैं ?
उत्तर – जब सेना लोकतांत्रिक शासन को उखाड़ फेंकती है तो सामान्यतः निम्नलिखित स्वतंत्रताएँ छीन ली जाती हैं :
(i) मतदान का अधिकार, (ii) भाषण देने या बोलने का अधिकार, (iii) कुछ लिखने या अखबार छापने का अधिकार, (iv) शासन के विरुद्ध कुछ कहने का अधिकार, (v) संगठन बनाने का अधिकार, (vi) विरोध करने और राजनीतिक गतिविधियाँ में भाग लेने का अधिकार ।

प्रश्न 9. इस अध्याय (1) के अध्ययन के आधार पर लोकतंत्र की समान विशेषताओं का उल्लेख कीजिए ।
अपनी कक्षा में अलग-अलग समूह बना लीजिए और नेपाल तथा पाकिस्तान में लोकतंत्र के लिए हो रहे संघर्ष से सम्बंधित अलग-अलग तरह की सूचनाएँ इकट्ठी कीजिए ।

नीचे दिए गए प्रश्नों पर ध्यान केंद्रित कीजिए :

  • इन देशों की पूर्व सरकारें किस आधार पर गैर- लोकतांत्रिक थीं ?
  • नेपाल तथा पाकिस्तान के लोगों की मुख्य शिकायत और माँगे क्या हैं ?
  • लोगों की इन माँगों पर पूर्व शासकों की क्या प्रतिक्रिया थी ?
  • इन दो देशों में लोकतांत्रिक सरकार हेतु संघर्ष के मुख्य नेता कौन हैं ?

उत्तर-संकेत : यह परियोजना कार्य है और साथ ही समय के अनुसार नेता और वहाँ से सम्बंधित उत्तर भी बदलते जाएँगे । जिस समय उत्तर तैयार किया जाएगा, उस समय दोनों देशों की स्थिति को ध्यान में रखना होगा। इन दोनों देशों में कब क्या होगा— कहना कठिन है।

कुछ मुख्य प्रश्न तथा उनके उत्तर

( पृष्ठ 3)

प्रश्न 1. क्या (चिली के) राष्ट्रपति (सल्वाडोर आयेंदे) अपने अंतिम भाषण से मजदूरों की दशाओं में सुधार के बारे में इशारा करते हैं ?
उत्तर – हाँ, राष्ट्रपति अपने भाषण में मजदूरों की दशाओं में सुधार के बारे में इशारा करते हैं। वे कहते हैं कि मजदूरों का भविष्य बहुत अच्छा है और समय आने पर वे पुनः शासन पर अधिकार कर लेगें ।

प्रश्न 2. राष्ट्रपति (आयेंदे) का विरोध कौन-कौन लोग करते थे ?
उत्तर—राष्ट्रपति (ओयेंदे) का विरोध चिली के चर्च, जमींदार वर्ग तथा अमीर लोगों और अनेक राजनीतिक दलों के लोग करते थे ।

प्रश्न 3. अमीर लोग राष्ट्रपति (आयेंदे) से नाखुश क्यों थे?
उत्तर-अमीर लोग राष्ट्रपति (आयेंदे) से इसलिए नाखुश थे क्योंकि वे गरीबों तथा मजदूरों के हक में सुधार कार्यक्रम लाना चाहते थे ।

(पृष्ठ 4 )

प्रश्न 4. दक्षिण अमेरिकी महाद्वीप के नक्शे में चिली की खोज कीजिए और उसमें रंग से भरिए। नक्शे से यह पता कीजिए कि हमारे देश के किस राज्य का आकार चिली के आकार से मिलता है ? यह पता लगाइए कि चिली के पड़ोसी देश कौन-कौन हैं ?
उत्तर :

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नक्शे में चिली को काले रंग में दर्शाया गया है । हमारे देश का केरल राज्य का आकार चिली के आकार से मिलता है । चिली के पड़ोसी देश अर्जेंटीना तथा पेटागोनिया हैं ।

( पृष्ठ 6 )

प्रश्न 5. यूरोप के नक्शे में पोलैंड को ढूढ़िए तथा बताइए कि 1980 के दशक में यूरोप के किन-किन देशों में साम्यवादी शासन था ? नक्शे में उन देशों पर रंग भरिए ।
उत्तर – यूरोप के नक्शे में पोलैंड के उत्तर में बाल्टिक सागर तथा दक्षिण में चेकोस्लोवाकिया, पश्चिम में जर्मनी तथा पूर्व में सोवियत संघ से घिरा है। 1980 के दशक में पोलैंड, पूर्वी जर्मनी, युगोस्लाकिया, आस्ट्रिया आदि देशों में साम्यवादी शासन था । सोवियत संघ में तो था ही ।

प्रश्न 6. उन देशों का पता लगाइए जहाँ वर्तमान में साम्यवादी शासन है ।
उत्तर — वर्तमान में रूस, चीन, तिब्बत तथा उत्तर कोरिया में साम्यवादी शासन है ।

प्रश्न 7. लोकतंत्र में किन-किन बातों का अधिकार रहता है ?
उत्तर—लोकतंत्र में लोगों को निम्नलिखित बातों का अधिकार रहता है :
(i) लोकतंत्र में लोग अपनी मर्जी की सरकार चुन सकते हैं ।
(ii) सिर्फ लोगों द्वारा चुने गए नेताओं को ही देश पर शासन करने का अधिकार होता है ।
(iii) लोकतंत्र में लोगों को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता होती है ।
(iv) लोकतांत्रिक देशों में लोगों को विरोध करने की आजादी होती है
(v) लोगों को संगठन बनाने का अधिकार होता है ।

( पृष्ठ 15 )

प्रश्न 8. एटलस में घाना को ढूढ़िए और यह भी बताइए कि अभी घाना का शासक कौन है ?
उत्तर—घाना की अवस्थिति :

अटलांटिक महासागर के दक्षिणी तट पर पश्चिम में आइवरी कोस्ट, पूर्व में टीगो तथा उत्तर में बरकिना से घिरा है । घाना का शासक बदलते रहता है । अतः यह सामयिक प्रश्न है जिसका उत्तर देना अभी कठिन है ।

प्रश्न 9. फ्रांसीसी क्रांति के नायकों के नाम पता कीजिए ।
उत्तर — फ्रांसीसी क्रांति के नायकों में प्रमुख थे : माँटेस्क्यू, रूसो तथा वाल्टेयर

प्रश्न 10. नक्शे में म्यांमार (बर्मा) को ढूंढिए । भारत के कौन-से राज्य उस देश की सीमा से लगे हैं ?
उत्तर – म्यांमार बंगाल की खाड़ी के पश्चिमी तट पर है । यह भारतीय राज्य मणिपुर से सटा हुआ है । 

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Bihar Board Class 6 Social Science Ch 6 स्‍थानीय सरकार | Sthaniya Sarkar Class 6th Solutions

इस पोस्‍ट में हमलोग कक्षा 6 सामाजिक विज्ञान के पाठ 5. स्‍थानीय सरकारर (Sthaniya Sarkar Class 6th Solutions)के सभी टॉपिकों के बारे में अध्‍ययन करेंगे।

Sthaniya Sarkar Class 6th Solutions 1

6. स्‍थानीय सरकार

पाठ के अन्दर आये प्रश्न तथा उनके उत्तर

( पृष्ठ 63 )

प्रश्न 1. संजना की बहन जिसकी उम्र 22 वर्ष है शादी के बाद पास के गाँव में रहती है । क्या उसका नाम मतदाता सूची में लिखा जाएगा ?
उत्तर- संजना की बहन जिस गाँव में जन्म ली है, उस गाँव की मतदाता सूची में नाम नहीं लिखा जाएगा। अब विवाहोपरांत जिस गाँव में वह रह रही है उस गाँव की मतदाता सूची में उसका नाम लिखा जाएगा ।

प्रश्न 2. मतदाता सूची की आवश्यकता क्यों है ?
उत्तर— मतदाता के लिए मतदाता सूची की आवश्यकता पड़ती है। यदि किसी व्यक्ति का नाम मतदाता सूची में नहीं है और वह भले ही वर्षों से वहाँ रह रहा हो, उसे मतदान करने से रोक दिया जाएगा। न केवल मतदाता सूची में नाम ही नहीं, साथ में फोटो पहचान पत्र की आवश्यकता पड़ती है। हालाँकि इसके लिए कई विकल्प भी हैं

( पृष्ठ 64 )

प्रश्न 1. आरक्षण व्यवस्था क्यों आवश्यक है ? कक्षा में शिक्षक के साथ चर्चा करें
उत्तर—देश में कुछ लोगों को हजारों हजार वर्षों से दबाकर रखा गया है । शैक्षिक और आर्थिक रूप से ये अत्यन्त पिछड़े हैं। इनको समाज में बराबरी का हक देने के लिए आरक्षण देना आवश्यक समझा गया । संविधान में ही इस बात का उल्लेख कर दिया गया है ।

प्रश्न 2. पंचायत के क्षेत्र को वार्डों में क्यों बाँटो जाता है ?
उत्तर – पंचायत के क्षेत्र को वार्डों में इसलिए बाँटा जाता है ताकि पूरे गाँव को बराबर प्रतिनिधित्व मिल सके । यदि ऐसा न हो तो सम्भव है गाँव के किसी एक-दो टोले के लोग ही सभी स्थानों पर कब्जा जमा सकते हैं । अतः प्रतिनिधित्व पूरे गाँव को बराबर-बराबर मिल सके इसलिए पंचायत क्षेत्र को वार्डों में बाँटा गया है ।

प्रश्न 3. मुखिया का चुनाव कैसे होता है ?
उत्तर – मुखिया का चुनाव पंचायत के सभी वार्डों के मतदाता मिलकर करते हैं । अर्थात् यह पूरे गाँव से चुना जाता है और पूरे पंचायत का प्रतिनिधित्व करता है ।

चर्चा करें :

( पृष्ठ 67 )

प्रश्न 1. क्या पुलिस थाना में सभी लोग अपनी समस्या को लेकर जा सकते हैं? शिक्षक से चर्चा कीजिए ।
उत्तर – पुलिस थाना में सभी लोग अपनी समस्या लेकर जा सकते हैं, लेकिन सभी तरह की समस्या नहीं । केवल झगड़ा झंझट, मार-पीट, चोरी-डकैती इत्यादि के अलावा फसाद बढ़ने की आशंका सम्बन्धी मामले ही पुलिस थाना में ले जाया जा सकता है। पुलिस उस पर रोकथाम की कार्रवाई करती है ।

प्रश्न 2. पुलिस के क्या-क्या काम हैं ? सूची तैयार कीजिए ।
उत्तर – पुलिस के निम्नलिखित काम हैं :

(i) अपने थाना क्षेत्र में अमन-चैन कामय रखना । (ii) चोरी-डकैती न होने पावे, इसका प्रबंध करना । (iii) कोई किसी के मौलिक अधिकारों का हनन नहीं होने पाये । (iv) दो व्यक्तियों या पक्षों में किसी बात को लेकर तनाव की आशंका हो तो उस पर विभिन्न धाराओं का उपयोग उसे रोकने का प्रयास करना। थाना क्षेत्र में कोई मेला लगे, किसी की सभा हो वहाँ पहुँचकर शान्ति स्थपनार्थ व्यवस्था करना ।

प्रश्न 3. क्या प्रकाश मोहन तथा रामजी के विवाद को सुलझाने का और कोई तरीका हो सकता था ?
उत्तर – हाँ, इस विवाद को ग्राम पंचायत में ले जाया जा सकता था । या गाँव के कुछ गणमान्य लोगों से पंचायती कराया जा सकता था ।

( पृष्ठ 71 )

प्रश्न 1. शहर कैसे बनते हैं ? आसपास के उदाहरण के साथ चर्चा करें
उत्तर- गाँव धीरे-धीरे बाजार बनता है। बाजार बाद में कस्बा बन जाता है यदि वह जिले का सदर मुकाम बन गया तो शहर बन जाता है। राज्य की राजधानी नगर बन जाती है। कहीं कारखाना खुल गया तो वहाँ शहर बन जाता है, जैसे बोकारो। खान के चारों ओर शहर बस जाते हैं, जैसे झरिया, धनबाद। धार्मिक स्थान भी शहर का रूप ले लेते हैं। जैसे : वाराणसी या काशी ।

प्रश्न 2. नगर पंचायत और नगर निगम में क्या अंतर है ? पता करें ।
उत्तर – वैसे कस्बाई बाजार जो नगर का रूप लेने लगते हैं वहाँ नगर पंचायत की स्थापना की जाती है। बड़े नगरों में नगर निगम स्थापित किये जाते हैं। नगर पंचायत के प्रधान को अध्यक्ष कहा जाता है, जबकि नगर निगम के प्रधान को महापौर या मेयर कहते हैं ।

( पृष्ठ 73 )

प्रश्न 1. पार्षद को चुनाव द्वारा क्यों चुना जाता है ?
उत्तर—प्रजातंत्र में चुनाव द्वारा ही प्रतिनिधियों को संसद या विधान मंडल में भेजा जाता है। अतः प्रतिनिधि चुनने का सर्वाधिक उचित उपाय चुनाव ही है। इसी कारण पार्षद को भी चुनाव द्वारा चुना जाता है ।

प्रश्न 2. नगर निगम के पार्षद और कर्मचारी के काम में क्या अंतर है?
उत्तर – नगर निगम के पार्षद जनता द्वारा निर्वाचित प्रतिनिधि होते हैं, जबकि कर्मचारी वैतनिक कामगार होता है। पार्षद का निर्वाचन केवल पाँच वर्षों के लिए होता है, जबकि कर्मचारी स्थायी होते हैं । रिटायर होने तक ये काम करते रहते हैं। पार्षद नियम बनाते हैं जिनका पालन कर्मचारियों को करना पड़ता है ।

प्रश्न 3. अलग-अलग समितियाँ बनाने की जरूरत क्यों है?
उत्तर- अलग-अलग समितियाँ बनाने की जरूरत इसलिए है कि सभी काम सुचारू रूप से होता रहे। अपने विभाग के कामों को पूरा कराना समितियों की जिम्मेदारी होती है।

प्रश्न 4. क्या इन परिषदों से स्थानीय समस्याओं का हल हो सकता है ? अपने इलाके के उदाहरण से समझाएँ ।
उत्तर- इन परिषदों से स्थानीय समस्याओं का हल निश्चिय ही हो सकता है और होता भी है । ये परिषद काम न करें तो नगर में कूड़ों का अम्बार लग जाए । नालियों का पानी सड़कों पर बहने लगे। हाँ, कभी-कभी हड़ताल आदि के कारण किंचित कष्ट होता ही है। लेकिन नगरों में इनके सिवाय कोई चारा भी तो नहीं है।

प्रश्न 5. ग्राम एवं नगर दोनों जगह वार्ड बनाए गए हैं। ऐसा क्यों ?
उत्तर— ग्राम एवं नगर दोनों जगहों पर एक ही समस्या है कि गाँव या नगर के सभी क्षेत्र के लोगों का प्रतिनिधित्व हों जाय ।

प्रश्न : आपके आसपास के शहरों में सफाई की सुविधा कैसी है ? आपस में चर्चा करें । (पृष्ठ 74 )
उत्तर – मेरे आसपास के शहरों में सफाई की सुविधा है तो अवश्य लेकिन उतनी अच्छी नहीं, जितनी होनी चाहिए ।

प्रश्न 1. कर की आवश्यकता क्यों है ? ( पृष्ठ 75 )
उत्तर—कर की आवश्यकता इसलिए है क्योंकि कर की आय से ही सभी कर्मचारियों को वेतन दिया जाता है । परिषदों के व्यय का एकमात्र जरिया कर है ।

प्रश्न 2. पता करें कि नगर निगम/नगर परिषद/नगर पंचायत को लोगों द्वारा कर के रूप में आय उपलब्ध हो पाता है या नहीं? ( पृष्ठ 75 )
उत्तर –पता लगाने पर मालूम हुआ कि लोगों द्वारा दिए कर के रूप में निगम को निश्चित रूप से आय उपलब्ध होता है। यदि आय न हो तो निगम का कोई काम ही न हो ।

अभ्यास : प्रश्न और उनके उत्तर

प्रश्न 2. अपने क्षेत्र यां अपने पास के ग्रामीण क्षेत्र में पंचायत द्वारा किए गए किसी एक काम का उदाहरण दीजिए और उसके बारे में निम्नलिखित बातों का पता कीजिए :
(i) यह काम क्यों किया गया ?
(ii) पैसा कहाँ से आया ?
(iii) काम पूरा हुआ या नहीं ?

उत्तर- हमारे गाँव के घरों की नालियों के पानी का निकास नहीं था । सबके घरों के आस-पास नाली का पानी फैला रहता था, जिसमें मच्छर पलते रहते थे । गलियाँ कच्ची थीं, जिससे बरसात में चलना कठिन हो जाता था। हमारे ग्राम पंचायत के मुखिया ने प्रखंड पदाधिकारी और पंचायत प्रमुख से मिलकर इस समस्या की ओर ध्यान देने की बात कहीं। योजना बनाई गई। योजना बनी कि गाँव भर की नालियों को एक साथ जोड़ कर गाँव से बाहर पानी को गिराया जाय और गलियों को पक्का किया जाय। 25000 रुपए के खर्च का अनुमान लगा । प्रखंड पदाधिकारी एवं पंचायत, प्रमुख ने मिलकर जिलाधिकारी से बात की । रुपए की व्यवस्था हो गई । सब काम पूरा हो गया। इस प्रकार हम देखते हैं कि :
(क) यह काम इसलिए किया गया कि गाँव साफ-सुथरा रहे और लोगों को चलने-फिरने में कठिनाई नहीं हो ।
(ख) पैसा सरकार की ओर से आया ।
(ग) काम पूरा हो गया।

प्रश्न 2. पंचायत सचिव कौन होता है ? पंचायत सचिव और ग्राम पंचायत के कार्यों में क्या अन्तर हैं ?
उत्तर — पंचायत सचिव सरकार द्वारा नियुक्त एक सरकारी कर्मचारी होता है । यह ग्राम पंचायत के साथ ही ग्राम सभा का भी सचिव होता है पंचायत सचिव और ग्राम पंचायत के कार्यों में यह अन्तर है कि ग्राम पंचायत जो भी काम करती है उसका विवरण पंचायत सचिव रजिस्टर में दर्ज करता है ग्राम पंचायत के सभी कामों का ब्योरा पंचायत सचिव के पास उपलब्ध रहता है । ग्राम पंचायत कृषि, पशुपालन, सिंचाई, मछली पालन आदि को बढ़ावा देने का यदि निर्णय लेती है तो पंचायत समूह मुखिया को यह सुझाव देता है कि यह काम कैसे पूरा होगा । पंचायत सचिव ग्राम पंचायत के आय-व्यय का लेखा भी रखता है ।

प्रश्न 3. गाँव में भूमि विवाद है लेकिन आपस में झगड़ा नहीं हो। इसके लिए इस विवाद को कैसे सुलझाएँगे? इसमें हल्का कर्मचारी की क्या भूमिका होगी?
उत्तर — गाँव में भूमि विवाद है तो निबटाने का सरल उपाय है कि पहले इसकी सूचना पुलिस को दी जाय। पुलिस उस स्थान की जाँच करेगी कि और कोई विधि सम्मत धारा लगांकर काम रोकवा देगी, जबतक परस्पर विवाद सुलझ न जाय । बाद में ग्राम पंचायत का मुखिया हल्का कर्मचारी से जाँच और नापी करवाकर यह निश्चित करता है कि किसकी जमीन कहाँ से कहाँ तक है। उतने पर यदि दोनों पक्ष सहमत हो जाते हैं तब पुलिस को सूचित कर उसके द्वारा लगाया गया रोक हटवाना पड़ता है और नहीं तो मामला न्यायालय के सुपुर्द कर दिया जाता है। फैसला आने तक दोनों पक्षों को इंतजार करना पड़ता है

प्रश्न 4. ‘एक बिटिया की चाहकविता में किस मुद्दे को उठाने की कोशिश की गई है? क्या आपको यह मुद्दा महत्वपूर्ण लगता है ? क्यों?
उत्तर – ‘एक बिटिया की चाह’ शीर्षक कविता में इस मुद्दे को उठाने की कोशिश की गई है, जिससे पुत्रियों को भी पैत्रिक सम्पत्ति में हिस्सा मिल सके । बिटिया को केवल अपनी चिंता ही नहीं है उसे अपनी माँ की भी चिंता है, क्योंकि पैत्रिक सम्पत्ति का बँटवारा केवल पुत्रों के बीच ही होता है। बेचारी माँ उन पुत्रों- की दया पर ही निर्भर रहती है। इसी कारण ‘बिटिया’ चाहती है कि पैत्रिक संपत्ति में मुझे तो हिस्सा मिले ही, मेरी माँ को भी मिले। भले ही दहेज में सोना-चाँदी मिले या नहीं मिले।

हाँ, यह मुद्दा मुझे महत्वपूर्ण लगता है । एक ही कोख से समान कष्ट झेलकर पुत्र-पुत्रियों को जन्म दिया जाता है तो फिर मैत्रिक सम्पत्ति में बेटियों के साथ अन्याय क्यों ? फिर कष्ट सहकर जन्म देनेवाली माँ को किसी की दया के भरोसे क्यों छोड़ा जाय ।

प्रश्न 5. नगर परिषद् एवं नगर पंचायत में क्या अंतर है?
उत्तर—नगर परिषद की स्थापना उन मध्यम स्तर के शहरों में की जाती है जहाँ की आबादी चालीस हजार से लेकर दो लाख तक या इनके बीच होती है, वहीं नगर पंचायत की स्थापना उन कस्बाई बाजारों में की जाती है जो क्रमशः अब कस्बा से शहर बनने की ओर अग्रसर हैं या शहर बन चुके हैं। शहर बनने के लिए यह आवश्यक माना जाता है कि वहाँ से अधिकांश लोग कृषि के अतिरिक्त अन्य साधनों से अपनी रोजी चलाते हैं। नगर परिषद की आय के साधन अधिक हैं। वहीं नगर पंचायत के पास कम। नगरपरिषद को अधिक काम करने होते हैं, जबकि नगर पंचायत पर काम का अधिक बोझ नहीं रहता ।

प्रश्न 6. नगर निगम के आयुक्त की नियुक्ति कौन करता है और उसके कार्य क्या है?

उत्तर- नगर निगम के आयुक्त की नियुक्ति बिहार सरकार करती है। निगम आयुक्त उन सारे कामों को करता है, जो नगर निगम को करना चाहिए । निर्वाचित महापौर केवल जनता के प्रति जिम्मेवार होता है लेकिन आयुक्त सरकार के प्रति जिम्मेदार होता है। निर्वाचित महापौर या पार्षद काम पर ध्यान दें या न दें लेकिन आयुक्त सदा निगम के कार्यों पर निगरानी रखता है।

प्रश्न 7. एक ग्रामीण क्षेत्र है, दूसरा नगरी क्षेत्र है, इनको आप किन- किन रूपों में अन्तर करते हैं! शिक्षक के साथ चर्चा करें ।
उत्तर- ग्रामीण क्षेत्र की पहचान यह है कि वहाँ अधिकांश लोग कृषि कार्य या कृषि से सम्बंधित कार्य करते हैं। नगरीय क्षेत्र में अधिकांश लोग कृषि से अलग उद्योग, दुकानदारी, कार्यालयों में नौकरी आदि काम करते हें । ग्रामीण क्षेत्र की आबादी कम होती है जबकि नगरीय क्षेत्र की आबादी अधिक और घनी होती है ।

प्रश्न 8. ग्राम पंचायत और नगरं प्रशासन का मुख्य कार्य क्या-क्या हैं? अपने अनुभव के आधार पर दो-दो उदाहरण देकर समझाएँ।
उत्तर- ग्राम पंचायत के दो प्रमुख कार्य हैं :
(i) ग्रामीण विकास योजनाओं का क्रियान्वयन करना !
(ii) कृषि, भूमि सुधार, पशुपालन, सिंचाई, मछलीपालन, वृक्षारोपण, लघु उद्योग, कुटीर उद्योग, खादी वस्त्र उद्योग को बढ़ावा देना ।
नगर – प्रशासन के दो प्रमुख कार्य हैं
(i) नगर की सफाई और जल-मल निकासी का प्रबंधन करना ।
(ii) सड़क और गलियों में प्रकाश की व्यवस्था करना ।

प्रश्न 9. ग्राम पंचायत और नगर गिनम के आय के कौन-कौन से साधन हैं, सूची बनाएँ ।
उत्तर—ग्राम पंचायत अनेक प्रकार से कर वसूल सकता है : (i) क्रेता और विक्रेता पर कर, (ii) आढ़त पर कर, (iii) व्यावसायिक माल ढोने वाली गाड़ियों पर कर, (iv) पशुओं की बिक्री पर कर, (v) शौचालय, (vi) सफाई, (vii) पेय जल आपूर्ति पर कर यदि ग्राम पंचायत इनकी व्यवस्था करती है।
नगर-निगम की आय के अनेक साधन हैं : (i) होल्डिंग टैक्स ( मकानों पर कर), (ii) पेशा कर, (iii) शहर में बिक्री हेतु लाए जा रहे सामानों पर चुंगी, (iv) हाट- बाजारों पर कर इत्यादि । इनके अलावे सरकार अनुदान भी देती है ।

कुछ अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्न तथा उनके उत्तर

प्रश्न 1. नगर पार्षद के क्या कार्य हैं ?
उत्तर – नगर – पार्षद के अनेक कार्य हैं। नगर पार्षद को देखना पड़ता है कि उसके वार्ड में नित्य झाडू लग रहा है या नहीं। कहीं गंदगी का ढेर नहीं लगने पावे । नालियों की सफाई नियमित होती रहे। इन कामों के अतिरिक्त जिस उप- समिति का वह सदस्य है, उसकी बैठकों में शामिल हो ।

प्रश्न 2. नगर निगम तथा नगरपालिका में क्या अन्तर है ?
उत्तर – नगर निगम बड़े-बड़े नगरों या महानगरों में गठित किए जाते हैं, जबकि नगरपालिका छोटे शहरों में, ख़ासकर जिला के सदर मुकामों में गठित होती है। नगर निगम को अधिक अधिकार प्राप्त हैं, जबकि नगरपालिकाओं को कम अधिकार प्राप्त हैं। यद्यपि दोनों के काम समान ही हैं, किन्तु नगर निगमों को अधिक काम करना पड़ता है, जबकि नगरपालिकाओं को कम काम करना पड़ता है। नगर निगम जहाँ बड़े क्षेत्र की देखभाल करता है, वहीं नगरपालिका छोटे क्षेत्रों में सिमटी रहती है फिर भी कहीं-कहीं की नगरपालिकाएँ ही नगर निगमों की अपेक्षा अच्छा काम करती हैं।

प्रश्न 3. नगरपरिषद के सदस्यों को कौन चुनता है ?
उत्तर— नगरपरिषद के सदस्यों को नगरपालिका के क्षेत्र के निवासी चुनाव करते हैं, जिनका नाम मतदाता सूची में दर्ज रहता है। पूरे नगरपालिका क्षेत्र को वार्डों में बाँट दिया जाता है और प्रत्येक वार्ड से एक सदस्य का चुनाव होता है ।

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Bihar Board Class 6 Social Science Ch 5 हमारी सरकार | Hamari Sarkar Class 6th Solutions

इस पोस्‍ट में हमलोग कक्षा 6 सामाजिक विज्ञान के पाठ 5. हमारी सरकार (Hamari Sarkar Class 6th Solutions)के सभी टॉपिकों के बारे में अध्‍ययन करेंगे।

5. हमारी सरकार

पाठ के अन्दर आये प्रश्न तथा उनके उत्तर

प्रश्न 1. पाठ्यपुस्तक के पृष्ठ 51 पर दिए गए अखबारों के मुख्य समाचार सरकार के किन-किन कार्यों को दर्शाते हैं ? आपस में चर्चा करें । ( पृष्ठ 51)
उत्तर—ऊपर अखबारों ने जो मुख्य समाचार दिए हैं उनमें से पहला समाचार आपदा प्रबंधन से सम्बंधित है । दूसरा समाचार भी उसी से सम्बद्ध है । तीसरे समाचार में सर्वोच्च न्यायालय ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय के काम-काज पर नाराजगी व्यक्त किया है । चौथा समाचार बिहार में शिक्षा से सम्बंधित है । पाँचवाँ समाचार भी शिक्षा से ही सम्बद्ध है। छठा समाचार ग्रामीण विकास कार्यक्रम को लेकर है। सातवाँ समाचार शिक्षा को बढ़ावा देने की बात बताता है । आठवाँ और अंतिम समाचार बिहार में खेल को बढ़ावा देने की बात दर्शाता है ।

( पृष्ठ 52 )

प्रश्न 1. सरकार क्या-क्या काम करती है ? अपने शब्दों में समझाएँ ।
उत्तर—सरकार सड़क बनवाने का कार्य करती है ताकि आवागमन में सुविधा हो । शिक्षा के विकास के लिए स्कूल खोलवाती है और चलवाती है। महँगाई बढ़ने पर मूल्य पर नियंत्रण के उपाय करती है। बिजली आपूर्ति करने और आपूर्ति बढ़वाने का प्रयास करती है। सरकार गरीबों की मदद के अनेक काम करती है । डाक- तार, रेल, फोन सेवा पर भी सरकार की ही निगरानी रहती है। सरकार सीमा सुरक्षा के लिए सैनिक बल रखती है। शिक्षा, स्वास्थ्य तथा भर पेट भोजन पर निगरानी रखती है। प्राकृतिक आपदा के समय मदद पहुँचाती है ।

प्रश्न 2. सरकार के कुछ ऐसे कार्यों का उदाहरण दें जिसकी चर्चा यहाँ नहीं की गई है।
उत्तर — देश की बाहरी सुरक्षा के साथ ही देश के अन्दर अमन-चैन कायम रहे, इसके लिए सरकार पुलिस व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करती है। बिजली के अलावा सिंचाई और पीने के पानी का प्रबंध भी सरकार ही करती है । यह बात दूसरी है कि इस काम के लिए वह ग्राम पंचायतों की मदद लेती है ।

( पृष्ठ 53 )

प्रश्न : लोकतंत्र और राजतंत्र की तीन मुख्य अंतर को रेखांकित करें ।
उत्तर — लोकतंत्र और राजतंत्र के तीन मुख्य अंतर : ( पृष्ठ 54 )

Hamari Sarkar Class 6th Solutions

प्रश्न : आस्था के पिताजी और शर्माजी में क्या बहस हुई होगी ? अभिनय द्वारा दर्शाएँ ।

संकेत : अभिनय छात्रों को स्वयं करना है।

( पृष्ठ 55 )

प्रश्न : शिक्षक की मदद से पाठ्यपुस्तक की पृष्ठ 56 पर दिए गए – चित्र के तरीकों के कुछ उदाहरण ढूँढ़ें और चर्चा करें कि उनका क्या प्रभाव पड़ सकता है ? ( पृष्ठ 56 .)
उत्तर— चित्र में जुलूस और प्रदर्शन को दिखाया गया है। जब सरकार ठीक से काम नहीं करती तो जनता को ऐसा करना पड़ता है। जनता पत्र लिखकर ज्ञापन देकर, धरना देकर, जुलूस निकालकर, हड़ताल कर हस्ताक्षर अभियान चलाकर या उपवास रखकर सरकार को सही रास्ते पर चलने और जनहित के काम करने के लिए दबाव बना सकती है ।

प्रश्न: अपने अध्यापक की सहायता से पाठ्यपुस्तक के पृष्ठ 58 पर दिए गए वक्तव्य के पीछे क्या कारण थे, समझें और उसके समाधान के रास्ते हैं? चर्चा करें । ( पृष्ठ 58 )
संकेत : छात्रों को स्वयं करना है।

अभ्यास : प्रश्न और उनके उत्तर

प्रश्न 1. रिक्त स्थानों को भरें :
(i) सरकार राज्य का ……… रूप है ।
(ii) राज्य अपना कार्य …….. के माध्यम से करता है ।
(iii) सरकार के ……….अंग हैं ।
(iv) कानून ………..बनाती है ।
(v) राजतंत्र में ……..शक्ति के हाथ में होती है ।

उत्तर — (i) मूर्त, (ii) सरकार, (iii) तीन, (iv) व्यवस्थापिका या विधायिका, (v) राजा ।

प्रश्न 2. सरकार से आप क्या समझते हैं?
उत्तर – राज्य का वह अंग जो निर्णय करता है, कानून बनाता है, अपने बनाए कानूनों को लागू कराता है, कानूनों की समीक्षा करता है, आवश्यकतानुकूल उनमें परिवर्तन इत्यादि कार्य करता है, उसे सरकार कहते हैं। सरकार राज्य का एजेंट हैं। यह राज्य की इच्छाओं की पूर्ति करती है।

प्रश्न 3. लोकतांत्रिक सरकार क्या है ?
उत्तर- जिस सरकार के प्रतिनिधियों को जनता बालिग मताधिकार के तहत चुनती है, उन प्रतिनिधियों से बनने वाली सरकार लोकतांत्रिक सरकार है । ‘लोक’ का अर्थ है लोग यानी जनता अर्थात् प्रजा । इसे प्रजातांत्रिक सरकार भी कहते हैं ।

प्रश्न 4. लोकतांत्रिक सरकार के कौन-कौन से मुख्य तत्व है ?
उत्तर – लोकतांत्रिक सरकार के मुख्य तत्व निम्नलिखित हैं
(i) सभी को समानता के आधार पर वोट देने का अधिकार हो !
(ii) निश्चित समय पर संसद (या विधान मंडल) का निर्वाचन होता रहे ।
(iii) लोगों को अपने विचार सरकार तक पहुँचाने के लिए सभा और प्रदर्शन आदि की सुविधा प्राप्त हो ।
(iv) सरकार समानता तथा समान न्याय पर ध्यान दे ।
(v) नागरिकों के परस्पर विवादों का शांतिपूर्ण समझौता करा देने का प्रयास हो ।
(vi) सरकार अपनी जनता के समक्ष अपने को भी उत्तरदायी समझे ।

सभी को समानता के आधार पर वोट देने का अधिकार तभी प्राप्त हो सकेगा, जब ईमानदारी से और पक्षपात से दूर रहकर वोटर लिस्ट बनाए जायँ । निश्चित समय पर और ईमानदारी से संसद या विधायिका का चुनाव कराना चुनाव आयोग का काम है । उसे निष्पक्ष होकर अपना काम करना चाहिए । सभा और प्रदर्शन से सरकार खिन्न न होवे और प्रदर्शनकारियों पर बल प्रयोग नहीं किया जाय । सरकार असमान व्यवहार को रोके । नागरिकों के झगड़े गाँव में ही सुलझा लिए जाएँ । विधायक या सांसद इसमें निषपक्ष रहें । सरकार सुशासन के लिए अपने को उत्तरदायी समझे। ऐसा न हो कि सुशासन का नारा बुलंद हो और राज्य कर्मचारियों को लूट की छूट हो ।

प्रश्न 5. नीचे दिए गए प्रश्न आपके विद्यालय से संबंधित हैं । इन प्रश्नों के उत्तर खोजने का प्रयास शिक्षक अथवा अभिभावक के साथ करें ।
(i) आपके विद्यालय भवन बनाने के लिए राशि कहाँ से प्राप्त हुई ?
(ii) मध्याह्न भोजन की व्यवस्था कौन करता है ?
(iii) आपके विद्यालय तथा गाँव या मोहल्ले के बीच की सड़क किसने बनवायी है ?
(iv) आपको मिलने वाली पुस्तकों की व्यवस्था कौन करता है ?

संकेत : यह परियोजना कार्य का प्रश्न है। छात्र को स्वयं करना है

कुछ अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्न तथा उनके उत्तर

प्रश्न 1. आप सरकारशब्द से क्या समझते हैं ? एक सूचा बनाइए कि किस तरह से सरकार जनता के जीवन को प्रभावित करती है । उत्तर—राज्य की इच्छाओं की पूर्ति के लिए जो संगठन बनाया जाता है,  सरकार कहते हैं। सरकार के तीन अंग होते हैं :
(i) विधायिका, (ii) कार्यपालिका तथा (iii) न्यायपालिक।
सरकार इन्हीं तीनों अंगों द्वारा अपना कार्य करती है और जनता की अधिकाधिक सेवा करने का प्रयास करती है।
सरकार के कार्यो की सूची जिससे जनता का जीवन प्रभावित होता है, निम्न है:

(i) कानून बनाना, (ii) लोगों को कानून मानने के लिए बाध्य करना, (iii) कानून नहीं मानने वालों को न्यायपालिका से दंड दिलवाना (iv) राज्य में बिजली का प्रबंध 1. और विस्तार करना, (v) शिक्षा की समुचित व्यवस्था करना। (vi) सबको रोजगार मुहैया कराना। (vii) कृषि उपज बढ़ाने के लिए सिंचाई का प्रबंध करना । (vii) बाह और सूखा के समय सहायता कार्य करना । (ix) अन्य राज्यों से मिली सहायता राशि को पीड़ितों के हितार्थ खरचा कर देना । उसे दबाकर नहीं रखना ।

प्रश्न 2. सरकार को कानून के रूप में सबके लिए नियम बनाने की क्या जरूरत है ?
उत्तर—कोई प्रजातांत्रिक सरकार संविधान सम्मत नियमों के अनुसार ही अपना काम करती है। इसके लिए संविधान सम्मत कानून बनाना और उसे लागू कराना उसकी जिम्मेदारी हो जाती है। ये कानून या नियम सबके लिए बराबर होते हैं। कानून की नजर में सभी समान हैं। यदि कोई कितना भी शक्तिशाली हो, जाने पर कानून अपनी कार्रवाई करता है और दोषी सिद्ध होने पर दंड दिलवाता है। पकड़े

प्रश्न 3. लोकतांत्रिक सरकार के आवश्यक लक्षण क्या हैं?
उत्तर — लोकतांत्रिक सरकार के आवश्यक लक्षण हैं कि राज्य या देश की सम्प्रभुता जनता के हाथ में है। जनता एक निश्चित अवधि के बाद अपने प्रतिनिधियों को चुनकर संसद या विधानमंडलों में भेजती है। संसद या विधान मंडल नियमित समयानुसार बैठकें करते हैं और जनता की आवश्यकताओं पर चर्चा करते हैं।

प्रश्न 4. महिला मताधिकार आन्दोलन क्या था ? उसकी उपलब्धि क्या थी ?
उत्तर—पहले महिलाओं को वोट देने का अधिकार नहीं था। इसके लिए अमेरिका और इंगलैंड में महिलाओं को आंदोलन करना पड़ा। आन्दोलन में भाग लेने वाली अनेक महिलाएँ जेल गईं और अनेक मारी गईं। अन्ततः सरकारों को झुकना पड़ा। 1920 में अमेरिकी महिलाओं को और 1928 में इंगलिश महिलाओं को वोट देने का अधिकार मिल गया। इसका परिणाम हुआ कि विश्व के अधिकांश देशों में महिलाएँ मताधिकार का उपयोग करती हैं।

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Bihar Board Class 6 Social Science Ch 4 लेन-देन का बदलता स्‍वरूप | Len Den Den Ka Badalta Swaroop Class 6th Solutions

इस पोस्‍ट में हमलोग कक्षा 6 सामाजिक विज्ञान के पाठ 4. लेन-देन का बदलता स्‍वरूप (Len Den Den Ka Badalta Swaroop Class 6th Solutions)के सभी टॉपिकों के बारे में अध्‍ययन करेंगे।

4. लेन-देन का बदलता स्‍वरूप

( पृष्ठ 41 )

प्रश्न 1. यदि आपको बाजार से कुछ बर्तन और चादर खरीदना हो तो आप उसे पैसे से खरीदना चाहेंगे या वस्तु के माध्यम से ? और क्यों ?
उत्तर – यदि मुझे बाजार से कुछ बर्तन और चादर खरीदने हो तो मैं उसे नकद पैसे देकर ही खरीदूँगा । कारण कि आज वस्तु के बदले वस्तु का लेन-देन का रावाज समाप्त हो चुका है। न तो बर्तन वाला वस्तु लेना चाहेगा और न तो चादर वाला । आज की स्थिति में मुझे अपनी वस्तु को बाजार में बेचकर मुद्रा प्राप्त करनी होगी और उस मुद्रा से बर्तन, चादर या कोई भी वस्तु खरीदना होगा ।

प्रश्न 2. गाँवों / शहरों में वस्तु-विनिमय प्रणाली का और कौन-कौन सा उदाहरण दिखता है ?
उत्तर – शहरों में तो नहीं, लेकिन गाँवों में लोहार, बढ़ई, हजाम, धोबी आदि को फसल कटने पर कुछ भाग दिया जाता है और बदले वे किसानों को अपनी छोटी-मोटी सेवाएँ सालों भर देते हैं। लेकिन यह परम्परा भी अब धीरे-धीरे समाप्त होती जा रही है । आज के नवयुवक खेत-खेत घूमकर अनाज एकत्र करना नहीं चाहते। वे शहरों में जाकर आय प्राप्त करना अधिक पसन्द करते हैं

प्रश्न 3. क्या इसके अतिरिक्त भी कोई अन्य परम्परा है जिसके माध्यम से लेन-देन देखने को मिलता है? जैसे की शादी विवाह के समय ?
उत्तर – हाँ है, गाँवों में विवाह के समय मानर पूजाई में डुगडुगी बजाने वाले / वाली को नेग देना पड़ता है। हजाम/हजामिन को कदम-कदम पर नेग देना पड़ता है। बढ़ई को पीढ़ियाँ देनी पड़ती है, जिसके बदले उसे धोती-साड़ी और नगद मुद्रा दी जाती है। लेकिन ये सब परम्पराएँ शहरों से समाप्त होती जा रही हैं।

प्रश्न : उपरोक्त चित्रों (पाठ्यपुस्तक के पृष्ठ 42-43 के चित्रों) तथा विवरण से आप वस्तु विनियम की कठिनाईयों को अपने शब्दों में समझाएँ ।
उत्तर- पाठ्यपुस्तक की पृष्ठ 42 के ऊपर वाले चित्र में एक व्यक्ति के पास आम है और उसके बदले में आलू चाहता है। दूसरे व्यक्ति के पास गेहूँ है। वह आम लेने को तैयार तो है लेकिन आम वाला आलू के बदले ही आम देना चाहता है । नीचे के चित्रों में कुम्हार के पास घड़ा है और वह कपड़ा चाहता है। बुनकर के पास कपड़ा है लेकिन वह एक घड़ा के बदले दो हाथ कपड़ा देना चाहता है दूसरी ओर कुम्हार का कहना है कि दूसरे गाँव में मुझे एक घड़ा के बदले चार हाथ कपड़ा मिल जाता है। अतः इन दोनों स्थितियों में लेन-देन असम्भ है । पृष्ठ 43 के चित्र में एक बकरी के बदले छः टोकारी अनाज लेने की बात कहता है लेकिन अनाज वाले के पास तीन टोकरी ही अनाज है। बकरी वाला कहता है कि तीन टोकरी अनाज आधी बकरी के बराबर है और बकरी को काटा नहीं जा सकता। यहाँ भी विनमय होने की कोई आशा नहीं है । इस प्रकार हम देखते हैं कि वस्तु विनियम में कठिनाई – ही कठिनाई थी !

प्रश्न : लेन-देन के माध्यम के रूप में पैसा सभी द्वारा स्वीकार किया जाता है । पैसे द्वारा किसी भी वस्तु का मूल्य आसानी से तय किया जा सकता है । इसका संग्रह, संचय या बचत करना सुविधाजनक है । इसे एक स्थान से दूसरे स्थान ले जाना आसान होता है । यह कैसे ? समझाएँ । ( पृष्ठ 47 )
उत्तर – कोई भी व्यक्ति अपना उत्पादन बेचकर पैसा (धन) एकत्र कर सकता है। जो पैसा उसे मिलता है, पूरे देश में सभी उसे स्वीकार करते हैं । अतः लेन- देन का यह उपयोग माध्यम बन गया है। इसका संचय करना आसान है, क्योंकि अनाज या अन्य सामानों की तरह यह सड़-गड़ नहीं सकता। पहले उत्पादन एक जगह से दूसरी जगह ले जाना खर्च साध्य और कठिन था, आसानी से कहीं-से-क़हीं ले जाया जा सकता है। इस प्रकार हम देखते हैं कि लेकिन नगद पैसा मुद्रा के प्रचलन से उत्पादक से लेकर क्रेता-विक्रेता तक सभी को आसानी हो गई है।

( पृष्ठ 48 )

प्रश्न 1. रचित और दुकानदार को क्या सुविधा प्राप्त हुई ?
उत्तर – रचित और दुकानदार को फायदा यह हुआ कि रचित ने खरीदे गये सामानों के बदले दुकानदार को नगद रुपया दिया । इस रुपया से दुकानदार आगे अपना स्टॉक पूरा करने के लिए उस रुपये से थोक में वस्तुएँ मँगाएगा। खरीद- बिक्री से हुई आय द्वारा वह अपने घरेलू सामान खरीदने में भी व्यय करेगा। उसकी जगह यदि रचित अनाज देता तो दुकानदार को काफी दिक्कत होती । शायद यह भी हो सकता था कि दुकानदार अनाज लेता ही नहीं ।

प्रश्न 2. यहाँ मुद्रा विनिमय का कौन-सा गुण दिखाई दिया जो वस्तु विनियम में नहीं है ?
उत्तर – यहाँ मुद्रा विनियम का वह गुण दिखाई दिया है, जो वस्तु विनियम प्रणाली में नहीं मिलता । वस्तु विनियम में दिक्कत है कि वस्तु को लेना और पुनः उस वस्तु से दुकान का स्टॉक बढ़ाया नहीं जा सकता। इस प्रकार खरीद-बिक्री, लेन-देन सब कठिन हो जाएगा। नतीजा होगा की देश की पूरी आर्थिक प्रक्रिया ही नष्ट-भ्रष्ट हो जाएगी ।

( पृष्ठ 49 )

प्रश्न 1. चेक द्वारा लेन-देन कैसे किया जाता है ? परिवार एवं शिक्षक के साथ चर्चा करें ।
उत्तर – चेक द्वारा लेन-देन इस प्रकार होता है कि चेक काटने वाले व्यक्ति का रुपया बैंक विशेष में जमा रहता है । उसी जमा रुपये के एवज में खातेदार बैक विशेष का चेक काटता है कि अमुक व्यक्ति को इतना रुपया दे दिया जाय । नीचे खातेदार का हस्ताक्षर रहता है । जिस व्यक्ति के नाम चेक काटा गया है वह व्यक्ति बैंक में जाकर उतना रुपया प्राप्त कर लेता है ।

प्रश्न 2. एटीएम मशीन के आने से क्या सुविधा मिली? इसके प्रयोग में क्या सावधानी बरतनी चाहिए? शिक्षक के साथ चर्चा करें ।
उत्तर – एटीएम मशीन के आ जाने से यह सुविधा मिली है कि बिना बैंक में प्रवेश किये बाहर से इच्छानुसार रुपया निकाला जा सकता है, यदि उतना रुपया बैंक में जमा हो । देश के किसी भी कोने में उस बैंक की शाखा या किसी भी बैंक के एटीएम से रुपया निकला जा सकता है। इसके प्रयोग में यह सावधानी बरतनी चाहिए कि एटीएम कार्ड पूर्णतः सुरक्षा में रखा जाय। वह किसी अन्य व्यक्ति के हाथ में नहीं पड़ने पावे ।

प्रश्न 3. क्या चेक से लेन-देन करने में पत्र मुद्रा की आवश्यकता होती है?
उत्तर – चेक स्वयं एक पत्र मुद्रा है। इसके बदले बैंक करेंटी नोट देता है जो पत्र मुद्रा ही होता है। इस प्रकार चेक से लेन-देन पत्र मुद्रा से ही आरम्भ होता है और उसी पर अंत होता है ।

अभ्यास : प्रश्न और उनके उत्तर

प्रश्न 1. विन पैसे के लेन-देन में भावकैसे तय होता है ?
उत्तर – बिन पैसे के लेन-देन में खूँट के हिसाब से भाव तय होता है। जैसे : एक खूँट के बदले दो खूँट या दो खूँट के बदले तीन खूँट । अनाज का भाव इसी प्रकार तय होता है । अन्य सामान के साथ इतने सामान के बदले इतना सामान । जैसे एक घड़ा के बदले दो हाथ कपड़ा या तीन हाथ कपड़ा । वास्तव में यह प्रणाली बहुत कठिन होती है । इसी को वस्तु विनिमय प्रणाली कहते हैं ।

प्रश्न 2. पैसे के माध्यम से लेन-देन में किस प्रकार सहूलियत होती है ?
उत्तर – पैसे के माध्यम से लेन-देन में इस प्रकार सहूलियत हुई कि जिस वस्तु का जितना मूल्य होता है, उतना नगदी पैसा दे दिया जाता है । यह बात दूसरी है कि खरीद-बिक्री के समय मोल तोल होता है । जिस भाव पर खरीद बिक्री तय हो जाता है उतना सामान या वह सामान लेकर बदले में रुपया-पैसे तक में भुगतान कर दिया जाता है। लेन-देन में कोई कठिनाई नहीं होती । सहूलियत- ही – सहूलियम होती है ।

प्रश्न 3. नीचे दी गई तालिका देखकर समझाएं कि किसी भी दो व्यक्तियों के बीच सौदा क्यों नहीं हो पा रहा है ?

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उत्तर – किसी भी दो व्यक्तियों के बीच सौदा इसलिए नहीं हो रहा है, क्योंकि ‘बकरी’ तीनों के लेन-देन में अड़ंगा डाल रही है। गुड़ और चावल को तो कम- बेस करके विनियम किया जा सकता है, लेकिन बकरी का बँटवारा किसी भी तरह नहीं हो सकता । एक बकरी के लिये एक खास मात्रा में चावल या गुड़ा लेना या देना पड़ेगा। सम्भव है कि चावल और गुड़ वाला उतना देने को तैयार नहीं हो या बकरी वाला एक मात्रा से कम लेना नहीं चाहता हो । ये ही सब कारण है कि सौदा नहीं हो पा रहा है।

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प्रश्न 4. रचित तथा दुकानदार को लेन-देन में क्या सहूलियत हुई ?
उत्तर—रचित तथा दुकानदान को लेन-देन में यह सहुलियत हुइ कि उनकी लेन-देन में मुद्रा का उपयोग किया गया ।

प्रश्न 5. मुद्रा का चलन कैसे शुरू हुआ ?
उत्तर— वस्तु विनियम की कठिनाइयों से ग्रस्त समाज ने सोचा कि कोई ऐसी वस्तु को चुना जाय जिसके मूल्य में जल्दी गिरावट न आए और उसे संचित करने और कहीं ले जाने और कहीं से लाने में सुविधा हो । इन्हीं परिस्थितियों में मुद्रा का चलन शुरू हो गया। हालाँकि उसे आज की स्थिति तक पहुँचने में कई स्तरों से गुजरना पड़ा है ।

प्रश्न 6. पत्र मुद्रा कैसे शुरू हुई होगी ?
उत्तर – आरम्भ में धातु मुद्रा चली। इसमें भी एक कठिनाई देखी गई कि धातु वजनी होता है। अधिक धन कहीं ले जाने में कठिनाई होती थी कठिनाई से बचने के लिए सरकार की ओर से पत्र मुद्रा का चलन आरम्भ किया गया । पत्र मुद्रा से तात्पर्य कागजी मुद्रा है । चेक भी एक प्रकार की पत्र मुद्रा ही है।

प्रश्न 7. आप अपने कक्षा के दोस्तों के साथ वस्तुओं की अदला-बदली द्वारा लेन-देन या आदान-प्रदान करते हैं । इनकी सूची बनाएँ । क्या यह वस्तु विनियम प्रणाली का उदाहरण है ?
संकेत : यह परियोजना कार्य है। छात्र स्वयं करें ।

प्रश्न 8. इस पाठ में वस्तु विनिमय प्रणाली की कठिनाइयों से संबंधित कुछ चित्र दिए गए हैं। इन कठिनाइयों को दर्शाते हुए कुछ अन्य चित्र बनाएँ ।
संकेत : यह परियोजना कार्य है। छात्र स्वयं करें ।

कुछ अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्न तथा उनके उत्तर

प्रश्न 1. आप सभी विद्यार्थी किताब, कॉपी, पेंसिल आदि कैसे खरीदते हैं?
उत्तर – हम किताब, कॉपी, पेंसिल आदि मुद्रा देकर खरीदते हैं ।

प्रश्न 2. जहाँ से सब्जी, मछली, माँस आदि खरीदते हैं उसे क्या कहते हैं?
उत्तर—जहाँ से सब्जी, मछली, माँस आदि खरीदते हैं, उसे हाट या बाजार कहते हैं ।

प्रश्न 3. विनिमय की कितनी प्रणालियों को आप जानते हैं ? कौन -कौन ?
उत्तर—विनिमय की दो प्रणालियों को हम जानते हैं। पहली वस्तु विनिमय प्रणाली तथा दूसरी मुद्रा विनिमय प्रणाली । पहली प्रणाली में जहाँ वस्तु से वस्तु की अदला-बदली करते हैं, वहीं दूसरी प्रणाली में मुद्रा देकर वस्तु खरीदते हैं ।

प्रश्न 4. वस्तु विनियम प्रणाली में क्या कठिनाइयाँ थीं? नाम लिखें |
उत्तर – वस्तु विनिमय प्रणाली में निम्नलिखित कठिनाइयाँ थीं :
(i) आवश्यकताओं के दोहरे संयोग को अभाव, (ii) मूल्य के समान मापक का अभाव, (iii) वस्तु विभाजन में कठिनाई, (iv) मूल्य के संचय का अभाव तथा (v) मूल्य के हस्तांतरण का अभाव ।

प्रश्न 5. वस्तु विनिमय में वस्तु विभाजन में कठिनाई से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर—वस्तु विनिमय में वस्तु विभाजन की कठिनाई से तात्पर्य है कि किसी के पास बकरी है और वह मुर्गी चाहता है । मुर्गी का मूल्य कम है तथा बकरी का अधिक । अब बकरी को काटा तो नहीं जा सकता, क्योंकि काटने से उसका सभी मूल्य नष्ट हो जाएगा । ऐसी स्थिति में विनियम कठिन है। बल्कि कठिन ही नहीं असम्भ

प्रश्न 6. मूल्य संचय के अभाव से क्या मतलब है?
उत्तर – मूल्य संचय से मतलब बचत को बचाकर रखना है ताकि समय पर काम आवे । लेकिन वस्तु विनिमय के जमाने में मूल्य संचय में कठिनाई थी । यदि अनाज रखा जाय तो उसके घुनने या सड़ने की आशंका बनी रहेगी। यदि पशु रखा जाय तो उसको खिलाना-पिलाना पड़ेगा और बीमार भी पड़ सकते हैं, मर भी सकते हैं । इस प्रकार मूल्य संचय वास्तव में कठिन था ।

प्रश्न 7. वस्तु-विनिमय क्या है ?
उत्तर – वस्तु से वस्तु की अदला-बदली वस्तु-विनिमय कहलाती है । यह प्रथा तब प्रचलित थी, जब मुद्रा का आविष्कार नहीं हुआ था। माना कि रामेश्वर के पास गेहूँ है और रहीम के पास कपड़ा । रामेश्वर को कपड़े की आवश्यकता है और रहीम को गेहूँ चाहिए । इस स्थिति में दोनों अपनी-अपनी वस्तुओं की अदला- बदली करके अपनी आवश्यकता की पूर्ति कर लेते थे ।

प्रश्न 8. मुद्रा की परिभाषा दें ।
उत्तर – मुद्रा वह साधन है, जो सरकार द्वारा जारी की जाती है और देश में सबके द्वारा मान्य होती है। इससे देश के किसी कोने से अपनी पसंद की कोई भी वस्तु खरीदी जा सकती है या आवश्यकता से अधिक वस्तु हो तो वह बेची जा सकती है । प्रमुख अर्थशास्त्री क्राउथर का कहना है कि जिस प्रकार यंत्रशास्त्र में चक्र का, विज्ञान में अग्नि और राजनीति में मत (vote) का स्थान है, वही स्थान आज के आर्थिक जीवन में मुद्रा का है।” आज मुद्रा के बिना मनुष्य का एक कदम भी चलना कठिन हो गया है ।

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